NIA अधिकारी तंजील अहमद हत्याकांड के मुख्य आरोपी मुनीर की सोनभद्र जेल में मौत | NIA officer Tanzil Ahmed murder case accused Munir dies in Sonbhadra jail | News 4 Social
हत्याकांड के डेढ़ माह बाद नोएडा से गिरफ्तारी
एनआईए अधिकारी हत्याकांड के मुख्य आरोपी मुनीर की जेल में बीमारी के चलते मौत हो गई। एनआईए अधिकारी तंजील अहमद हत्याकांड में दोषी पाए गए दो आरोपियों मुनीर व रैय्यान को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी। दो अप्रैल 2016 की रात मुनीर ने अपने साथी रैय्यान के संग मिलकर एनआईए अफसर और उनकी पत्नी को गोली बरसाकर मार डाला था।
एनआईए अधिकारी और उनकी पत्नी की हत्या के करीब दो महीने बाद आरोपी मुनीर की नोएडा से गिरफ्तारी हुई थी। मामला कोर्ट में चला तो दोषी ठहराने जाने के बाद मुनीर और रैय्यान को फांसी की सजा मुकर्रर की गई थी। उसके बाद से मुनीर सोनभद्र जेल में बंद था। आज सोमवार को मुनीर की जेल परिसर में मौत हो गई।
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मुनीर पर दर्ज थे 33 मुकदमे
मुनीर पर लूट और हत्या के कुल 33 मुकदमे दर्ज हैं। अलीगढ़ में ही 12 से अधिक केस दर्ज हैं। एनआईए अफसर की हत्या हुई तो मुनीर को गिरफ्तार किया गया। तब जाकर अपराध की दुनिया में उसके शातिराना अंदाज का पर्दाफाश हुआ।
दो अप्रैल 2016 की रात दहल गया था बिजनौर
बिजनौर में दो अप्रैल 2016 की रात को राष्ट्रीय जांच एजेंसी में डिप्टी एसपी तंजील अहमद और उनकी पत्नी को हत्यारों ने गोलियां बरसाकर मौत की नींद सुला दिया था। एनआईए अधिकारी तंजील अहमद के शरीर में गोली के 33 निशान थे। जबकि उनकी पत्नी के शरीर में गोली के छह निशान मिले थे।
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अत्याधुनिक हथियारों से घटना को अंजाम
एनआईए अधिकारी और उनकी पत्नी की हत्या अत्याधुनिक हथियारों से की गई थी। हत्याकांड के दौरान डिप्टी एसपी के बेटे शाहबाज और बेटी जिमनिश ने सीट के नीचे घुसकर जान बचाई थी। पूरे हत्याकांड को दो मिनट में ही अंजाम दे दिया गया था।
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तंजीम ने स्वीकार किया कि वह अत्याधुनिक हथियार एके-47 खरीदने की फिराक में था। जिससे कि पश्चिमी यूपी व एनसीआर में अपना डंका बजा सके। मुनीर ने पूछताछ में खुलासा किया कि एके-47 खरीदने के मकसद से उसने बिजनौर में 90 लाख रुपया लूटा था। इस बात की भनक तंजील को लग गई और वह उसकी राह का रोड़ा बनता दिख रहा था। इसलिए उसने तंजील को ही मार दिया।
हत्याकांड के डेढ़ माह बाद नोएडा से गिरफ्तारी
एनआईए अधिकारी हत्याकांड के मुख्य आरोपी मुनीर की जेल में बीमारी के चलते मौत हो गई। एनआईए अधिकारी तंजील अहमद हत्याकांड में दोषी पाए गए दो आरोपियों मुनीर व रैय्यान को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी। दो अप्रैल 2016 की रात मुनीर ने अपने साथी रैय्यान के संग मिलकर एनआईए अफसर और उनकी पत्नी को गोली बरसाकर मार डाला था।
एनआईए अधिकारी और उनकी पत्नी की हत्या के करीब दो महीने बाद आरोपी मुनीर की नोएडा से गिरफ्तारी हुई थी। मामला कोर्ट में चला तो दोषी ठहराने जाने के बाद मुनीर और रैय्यान को फांसी की सजा मुकर्रर की गई थी। उसके बाद से मुनीर सोनभद्र जेल में बंद था। आज सोमवार को मुनीर की जेल परिसर में मौत हो गई।
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मुनीर पर दर्ज थे 33 मुकदमे
मुनीर पर लूट और हत्या के कुल 33 मुकदमे दर्ज हैं। अलीगढ़ में ही 12 से अधिक केस दर्ज हैं। एनआईए अफसर की हत्या हुई तो मुनीर को गिरफ्तार किया गया। तब जाकर अपराध की दुनिया में उसके शातिराना अंदाज का पर्दाफाश हुआ।
दो अप्रैल 2016 की रात दहल गया था बिजनौर
बिजनौर में दो अप्रैल 2016 की रात को राष्ट्रीय जांच एजेंसी में डिप्टी एसपी तंजील अहमद और उनकी पत्नी को हत्यारों ने गोलियां बरसाकर मौत की नींद सुला दिया था। एनआईए अधिकारी तंजील अहमद के शरीर में गोली के 33 निशान थे। जबकि उनकी पत्नी के शरीर में गोली के छह निशान मिले थे।
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अत्याधुनिक हथियारों से घटना को अंजाम
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