अगले साल तक नए रोज़गार अवसरों का होगा सृजन – ईपीएफओ

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विश्व के मानचित्र पर भारत दुनिया का सबसे युवा देश है l यहाँ जितनी हर रोज़ जितनी रफ़्तार से जनसँख्या बढ़ रही है ,उतनी ही रफ़्तार से बढ़ रही है प्रतिस्पर्धा l हर चीज़ को हासिल करने की जैसे एक होर सी लग गयी है l

एडमिशन की होर
रहने की होर
रोज़गार की होर

नौकरी पाने के लिए ग्रेजुएशन -पोस्ट ग्रेजुएशन भी काफी नहीं

पहले ग्रेजुएशन को नौकरी पाने के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि माना जाता था ,लेकिन अब पोस्ट ग्रेजुएशन भी पसंद की नौकरी पाने के लिए कम पड़ती है l भारत में बढ़ रही बेरोज़गारी युवाओं के डिप्रेशन में जाने का बड़ा कारण माना गया है l

रोजगार का होगा सृजन
दरअसल ,देश में इस साल के अंत तक तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं और अगले साल इस लोकसभा का कार्यकाल भी पूरा हो रहा हैl ऐसे में रोजगार के सृजन को लेकर राजनीति हो रही हैl दावे किए जा रहे हैं और उन्हें काटा भी जा रहा हैl कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के रोजगार आंकड़ों के अनुसार मार्च तक समाप्त सात माह की अवधि में 39.36 लाख नए रोजगार के अवसरों का सृजन हुआ हैl

EPFO 1 news4social -

इलेक्ट्रिक, मेकेनिकल या सामान्य इंजीनियरिंग में मिलेंगे अवसर
आपको बता दें कि ताजा आंकड़़ों के अनुसार इस साल मार्च में 6.13 लाख नए रोजगार का सृजन हुआ है l यह फरवरी की तुलना में अधिक हैl जबकि फरवरी में 5.89 लाख नए रोजगार के अवसर पैदा हुए थेl ईपीएफओ द्वारा जारी किये गए आंकड़ों से पता चलता है कि इनमें से आधी नौकरियां विशेषज्ञ सेवा खंड में सभी आयु वर्ग में पैदा हुईंl गौरतलब है कि जिन क्षेत्रों में उल्लेखनीय रूप से रोजगार पैदा हुए उनमें इलेक्ट्रिक, मेकेनिकल या सामान्य इंजीनियरिंग उत्पाद शामिल हैंl इन टेक्निकल फ़ील्ड्स के बाद भवन एवं निर्माण उद्योग, ट्रेडिंग और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान और कपड़ा शामिल हैंl ईपीएफओ ने ये आंकड़े अपलोड करते हुए कहा है कि हालिया महीनों के आंकड़े अस्थायी हैंl इसका अध्यन किया जाएगा l