NEET Paper Leak: EOU के हाथ लगे 6 पोस्ट डेटेड चेक, 30-30 लाख में सौदा? NTA ने नहीं दिया प्रश्न पत्र h3>
कथित नीट पेपर लीक मामले की जांच कर रही बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने छह चेक बरामद किये हैं। ये पोस्ट-डेटेड चेक की बरामदगी जांच के क्रम में की गई है। ईओयू को आशंका है कि इनका संबंध नीट के पेपर लीक मामले से हो सकता है। पांच मई को आयोजित नीट में पटना में कथित तौर पर पेपर लीक का मामला उजागर हुआ था। आरोप है कि सॉल्वर गैंग ने लीक प्रश्नपत्र के लिए प्रत्येक अभ्यर्थी से 30-30 लाख रुपये की मांग की थी। इधर तीन बार रिमाइंडर देने के बाद भी एनटीए ने ईओयू के क्वेश्चन नहीं दिया है।
ईओयू के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) मानवजीत सिंह ढिल्लो ने खुलासा किया है कि जांच के दौरान ईओयू टीम ने छह पोस्ट-डेटेड चेक बरामद किए हैं। यह परीक्षार्थियों और सॉल्वर गैंग के बीच लेन-देन का मामला हो सकता है, जिसकी जांच की जा रही है। संदेह है कि ये उस परीक्षा माफिया के पक्ष में जारी किये गये थे, जिन्होंने परीक्षा से पहले अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र उपलब्ध कराए थे। उन्होंने कहा कि संबंधित बैंकों से खाताधारकों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
NEET Paper Leak: एनटीए के रवैया से ईओयू हैरान, बिहार में इस वजह से जांच अटकी
पटना के शास्त्रीनगर में कथित नीट पेपर लीक का मामला पिछले माह दर्ज हुआ था। इस मामले की जांच अब ईओयू कर रही है। ईओयू को आशंका है कि 5 मई को परीक्षा आयोजित होने से एक दिन पहले 35 छात्र-छात्राओं को नीट-यूजी के प्रश्नपत्र और उनके उत्तर उपलब्ध कराए गए थे। आरोप है कि बिहार के विभिन्न स्थानों से उम्मीदवारों को पटना के रामकृष्ण नगर में एक किराए के मकान में लाया गया, जहां उन्हें प्रश्नपत्र और उत्तर दिए गए। 09 अभ्यर्थियों से 18-19 जून को ईओयू पूछताछ करेगी।
ईओयू ने महाराष्ट्र- यूपी के भी दो अभ्यर्थियों को नोटिस भेजा
ईओयू पेपर लीक मामले में अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें चार परीक्षार्थी हैं। शेष परीक्षार्थियों के अभिभावक और सॉल्वर गैंग के लोग हैं। उनसे पूछताछ भी हो चुकी है। 18 और 19 जून को ईओयू उन नौ अभ्यर्थियों से पूछताछ करने वाली है, जिनके रौल कोड छापेमारी के दौरान बरामद दस्तावेजों में मिले थे। इनके बारे में एनटीए ने ईओयू को ब्यौरा भेजा है। इनमें बिहार के सात और महाराष्ट्र व यूपी के एक-एक अभ्यर्थी हैं।
इस मामले में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) में बड़े सुधार की जरूरत है। यदि एनटीए के अधिकारी गड़बड़ी में दोषी मिले तो उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
कब क्या हुआ
● 05 मई 2024- बिहार के 35 जिलों सहित देश भर में परीक्षा
● उसी दिन सुबह में प्रश्नपत्र हुआ वायरल
● पटना पुलिस ने टीम बनाकर जांच शुरू कर छापेमारी की
● शास्त्रीनगर थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई
● 17 मई को आर्थिक अपराध ईकाई (इओयू) ने कांड की जांच अपने हाथ में लिया
● 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया इनमें 12 से पूछताछ की गई
● 04 जून को एनटीए ने नीट का रिजल्ट जारी किया
● 13 जून को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, 1563 छात्रों के ग्रेस मार्क्स रद्द
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कथित नीट पेपर लीक मामले की जांच कर रही बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने छह चेक बरामद किये हैं। ये पोस्ट-डेटेड चेक की बरामदगी जांच के क्रम में की गई है। ईओयू को आशंका है कि इनका संबंध नीट के पेपर लीक मामले से हो सकता है। पांच मई को आयोजित नीट में पटना में कथित तौर पर पेपर लीक का मामला उजागर हुआ था। आरोप है कि सॉल्वर गैंग ने लीक प्रश्नपत्र के लिए प्रत्येक अभ्यर्थी से 30-30 लाख रुपये की मांग की थी। इधर तीन बार रिमाइंडर देने के बाद भी एनटीए ने ईओयू के क्वेश्चन नहीं दिया है।
ईओयू के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) मानवजीत सिंह ढिल्लो ने खुलासा किया है कि जांच के दौरान ईओयू टीम ने छह पोस्ट-डेटेड चेक बरामद किए हैं। यह परीक्षार्थियों और सॉल्वर गैंग के बीच लेन-देन का मामला हो सकता है, जिसकी जांच की जा रही है। संदेह है कि ये उस परीक्षा माफिया के पक्ष में जारी किये गये थे, जिन्होंने परीक्षा से पहले अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र उपलब्ध कराए थे। उन्होंने कहा कि संबंधित बैंकों से खाताधारकों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
NEET Paper Leak: एनटीए के रवैया से ईओयू हैरान, बिहार में इस वजह से जांच अटकी
पटना के शास्त्रीनगर में कथित नीट पेपर लीक का मामला पिछले माह दर्ज हुआ था। इस मामले की जांच अब ईओयू कर रही है। ईओयू को आशंका है कि 5 मई को परीक्षा आयोजित होने से एक दिन पहले 35 छात्र-छात्राओं को नीट-यूजी के प्रश्नपत्र और उनके उत्तर उपलब्ध कराए गए थे। आरोप है कि बिहार के विभिन्न स्थानों से उम्मीदवारों को पटना के रामकृष्ण नगर में एक किराए के मकान में लाया गया, जहां उन्हें प्रश्नपत्र और उत्तर दिए गए। 09 अभ्यर्थियों से 18-19 जून को ईओयू पूछताछ करेगी।
ईओयू ने महाराष्ट्र- यूपी के भी दो अभ्यर्थियों को नोटिस भेजा
ईओयू पेपर लीक मामले में अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें चार परीक्षार्थी हैं। शेष परीक्षार्थियों के अभिभावक और सॉल्वर गैंग के लोग हैं। उनसे पूछताछ भी हो चुकी है। 18 और 19 जून को ईओयू उन नौ अभ्यर्थियों से पूछताछ करने वाली है, जिनके रौल कोड छापेमारी के दौरान बरामद दस्तावेजों में मिले थे। इनके बारे में एनटीए ने ईओयू को ब्यौरा भेजा है। इनमें बिहार के सात और महाराष्ट्र व यूपी के एक-एक अभ्यर्थी हैं।
इस मामले में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) में बड़े सुधार की जरूरत है। यदि एनटीए के अधिकारी गड़बड़ी में दोषी मिले तो उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
कब क्या हुआ
● 05 मई 2024- बिहार के 35 जिलों सहित देश भर में परीक्षा
● उसी दिन सुबह में प्रश्नपत्र हुआ वायरल
● पटना पुलिस ने टीम बनाकर जांच शुरू कर छापेमारी की
● शास्त्रीनगर थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई
● 17 मई को आर्थिक अपराध ईकाई (इओयू) ने कांड की जांच अपने हाथ में लिया
● 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया इनमें 12 से पूछताछ की गई
● 04 जून को एनटीए ने नीट का रिजल्ट जारी किया
● 13 जून को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, 1563 छात्रों के ग्रेस मार्क्स रद्द