Nawazuddin Siddiqui ने टाला KGF 2 और Pushpa से जुड़ा सवाल, बोले- नहीं देखता साउथ की फिल्में

117


Nawazuddin Siddiqui ने टाला KGF 2 और Pushpa से जुड़ा सवाल, बोले- नहीं देखता साउथ की फिल्में

इन दिनों साउथ सिनेमा बॉलिवुड पर हावी होता दिखाई दे रहा है। ‘पुष्पा: द राइज’ (Pushpa: The Rise), RRR, KGF चैप्टर 2 जैसी ब्लॉबस्टर फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर तो रिकॉर्डतोड़ कमाई की ही। पूरे देश के लोगों को भी हिलाकर रख दिया है। शायद यही वजह है कि हर कोई उनके बारे में बातें कर रहा है और बॉलिवुड की फिल्मों की आलोचना कर रहा है। ऐक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी (Nawazuddin Siddiqui) भी इन दिनों साउथ और हिंदी सिनेमा (South vs Bollywood Film Industry)पर खूब बढ़-चढ़कर बोल रहे हैं। कभी वह साउथ फिल्मों के बारे में टीका-टिप्पणी करते हैं तो कभी वह बॉलिवुड से अपनी नाराजगी जाहिर करते हैं। उसकी कमियां बताते हैं। अब उन्होंने एक बार फिर पूरी दुनिया से साउथ की फिल्मों के सक्सेस को लेकर चौंकाने वाली बात कही है।

इंडिया टुडे ने जब नवाज से पूछा कि RRR और ‘पुष्पा: द राइज’ जैसी फिल्मों से साउथ फिल्म इंडस्ट्री द्वारा हासिल की गई हालिया सफलता के बारे में वह क्या सोचते हैं? तो ऐक्टर ने जवाब देते हैं, ‘सच कहूं तो मैंने साउथ की कोई फिल्म नहीं देखी है। और सिर्फ साउथ ही नहीं बल्कि मैं कमर्शियल फिल्में भी नहीं देखता। ऐसा इसलिए क्योंकि मैं थोड़ा व्यस्त हूं। चूंकि मुझे फिल्में देखना का बहुत कम समय मिलता है। तो मैं उनके सक्सेस पर कमेंट नहीं कर सकता।’

Nawazuddin Siddiqui ने फिर कसा तंज, बोले- कुछ दिन में उतर जाएगा साउथ फिल्मों का बुखार, बॉलिवुड ने की है एक बड़ी गलती
navbharat times -Nawazuddin Siddiqui Struggle: नवाजुद्दीन को आज तक नहीं मिली मनोज बाजपेयी संग इस फिल्म की फीस, मेकर्स बोले- पैसे तो नहीं मिलेंगे, पर आजा खाना खा ले
नवाजुद्दीन नहीं देखते हैं फिल्में
फिर नवाज से पूछा गया कि क्या उन्हें ऐसा लगता है कि जिस तरह से साउथ का कंटेंट आ रहा है और लोग पसंद कर रहे हैं, तो क्या आने वाले समय में ये बॉलिवुड को टेकओवर कर लेगा? इस पर नवाज ने कहा, ‘देखिए एक चीज है, जब कुछ सफल होता है, तब सब उसके बारे में ही होता है। उदाहरण के लिए, जब कोई फिल्म हिट होती है तो आपके पास जो स्क्रिप्ट आती है, वह उस फिल्म का रिफ्लेक्शन होता है। हम चीजों से बहुत जल्दी प्रभावित हो जाते हैं और उसी भाषा में बात करने लग जाते हैं, जो हाल ही में हिट हुई हैं। हमें वही स्क्रिप्ट मिलती है, वैसे ही डायलॉग्स मिलते हैं, वैसे ही एटिट्यूड मिलता है, जो मेरे लिए बहुत अजीब है। इन सब की अच्छी बात ये है कि दर्शक थिएटर्स आ रहे हैं और हम जो उन्हें दिखा रहे हैं, वह उनके देखने लायक है। ऐसा किसी भी फिल्म के बारे में हो सकता है लेकिन आप क्या दिखा रहे हैं उससे बहुत फर्क पड़ता है और वह जरूरी है। मैं ऐसी फिल्में करता हूं लेकिन इस तरह की देखता नहीं हूं। ये बात मुझे भी हैरान करती है। मुझे पता नहीं चल पाया कि ऐसा मेरे साथ क्यों है।’



Source link