Navjot Sidhu: जेल में 6 महीने के अंदर 34 किलो घट गया नवजोत सिद्धू का वजन, क्रिकेट करियर के दिनों जैसी हुई काया!

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Navjot Sidhu: जेल में 6 महीने के अंदर 34 किलो घट गया नवजोत सिद्धू का वजन, क्रिकेट करियर के दिनों जैसी हुई काया!

Navjot Sidhu: जेल में 6 महीने के अंदर 34 किलो घट गया नवजोत सिद्धू का वजन, क्रिकेट करियर के दिनों जैसी हुई काया!

चंडीगढ़: रोडरेज के मामले में जेल की सजा काट रह नवजोत सिंह सिद्धू का वजन काफी घट गया है। पटियाला सेंट्रल जेल में पिछले छह महीने से सिद्धू बंद हैं। पंजाब कांग्रेस कमिटी के पूर्व अध्यक्ष सिद्धू के करीबियों के मुताबिक जेल के अंदर उनका वजन घटकर 99 किलो पहुंच गया है। छह फीट दो इंच लंबे सिद्धू का वजन काफी बढ़ चुका था। लेकिन जेल में नियमित दिनचर्या की बदौलत उन्होंने अपना वजन घटा लिया है। 1988 में रोडरेज की घटना में एक शख्स की मौत के केस में सिद्धू को एक साल जेल की सजा हुई थी।

सिद्धू का जेल में है ये रूटीन
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने सिद्धू के करीबी और पूर्व विधायक नवतेज सिंह चीमा के हवाले से एक रिपोर्ट छापी है। चीमा का कहना है कि सिद्धू रोजाना
चार घंटे का मेडिटेशन और दो घंटे योग समेत दूसरे अभ्यास करते हैं। इसके अलावा वह रोज दो से चार घंटे पढ़ते हैं। जेल के अंदर सिद्धू रोजाना चार घंटे ही सोते हैं। चीमा ने अंग्रेजी अखबार को बताया, ‘जब सिद्धू साहिब जेल से अपनी सजा पूरी करके बाहर आएंगे तो आप उन्हें देखकर हैरान रह जाएंगे। वह अपने क्रिकेट करियर वाले दिनों की तरह दिखने लगे हैं। उनका वजन 34 किलो घट चुका है और आगे भी और कम होगा। अभी उनका वजन 99 किलो है, लेकिन 6 फीट दो इंच लंबाई की वजह से वह इस वजन में हैंडसम दिखते हैं।’

शाम छह बजे के बाद कुछ नहीं खाते हैं सिद्धू
नवतेज सिंह चीमा ने बीते शुक्रवार को पटियाला जेल के अंदर नवजोत सिद्धू से 45 मिनट मुलाकात की। पूर्व विधायक के मुताबिक सिद्धू ने उन्हें बताया कि उनका लिवर अब पहले से काफी अच्छा है। सिद्धू नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर (लिवर पर चर्बी) की समस्या से जूझ रहे थे। उनको जेल के अंदर सिद्धू को स्पेशल डाइट लेने को कहा गया था। इसमें नारियल पानी, कैमोमाइल चाय, रोजमेरी टी और बादाम दूध शामिल हैं। वह चीनी और आटे का सेवन नहीं कर रहे थे। इसके अलावा वह दो बार ही कुछ खाते हैं। शाम छह बजे के बाद सिद्धू कुछ नहीं खाते हैं। जेल में उन्हें क्लर्क से संबंधित काम करने के लिए मुंशी बनाया गया है। चीमा का कहना है कि जेल अधिकारी उनसे कुछ पेपरवर्क करवाते हैं। वह रोजानाअपनी बैरक से इस काम को करते हैं।

पटियाला सेंट्रल जेल की 10 नंबर बैरक में कैद सिद्धू
सितंबर तक सिद्धू के साथ दलेर मेहंदी भी इसी बैरक नंबर दस में बंद थे। हालांकि कबूतरबाजी के मामले में मेहंदी को बेल मिल गई थी और वह जेल से बाहर आ गए थे। पंजाब में इस साल विधानसभा चुनाव के दौरान नवजोत सिद्धू प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष थे। हालांकि करारी शिकस्त के बाद सिद्धू ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। सिद्धू को अमृतसर ईस्ट सीट पर आम आदमी पार्टी की जीवन जोत कौर ने मात दी थी। चुनाव से पहले अमृतसर में जीवन जोत को पैड वुमन के रूप में जाना जाता था। वे महिला कैदियों को पंजाब की जेलों में सैनिटरी नैपकिन मुहैया कराती थीं।

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