घर में ही छुपे थे दरिंदे।

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घर में ही छुपे थे दरिंदे।

बिहार: 12 वर्षीय बच्ची नैन्सी झा के क्रूर हत्या के मामले को हल कर दिया गया है और आरोपी की पहचान चौंका देने वाली है। सूत्रों की माने तो ये दरिंदे कोई और नहीं बल्कि नैन्सी के घर में रहने वाले उसके चाचा
राघवेंद्र झा और पंकज झा है।

इन दोनों अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है साथ ही दोनों अपराधियों ने अपना अपराध कबूल भी किया है। अपराध को मानते हुए उन्होंने खुद कहा है कि उन्होंने अपनी भतीजी की हत्या की योजना बनाई थी। मामले की जांच अभी आगे जारी है। मगर सूत्रों के मुताबिक, नैन्सी को अपने इन चाचाओं में से किसी एक के किसी रिश्तेदार के साथ प्रेम संबंधो के बारे में पता चल गया था। यह रहस्य जानना ही उसकी मृत्यु का कारण बन गया।

12 साल की नैंसी झा एक छोटी बच्ची जो बिहार के मधुबनी में रहती थी। अपनी बुआ की शादी की तैयारियों और खुशियों में मशगूल नैंसी शादी से एक दिन पहले स्कूल से घर के जा रही बच्ची का अपहरण कर लिया गया। 25 मई को अपहरण होने के बाद 27 मई को एक भयावह स्थिति में नैन्सी की लाश मिली। नैन्सी का मृत विच्छेदन और विघटित शरीर एक सुनसान खेत में उसके घर से लगभग 1 किमी दूर बरामद हुई। सबूतों को मिटाने के लिए, एसिड शरीर पर डाल दिया गया और एक कपड़े में बांधकर तिलगुडा नदी में फेंक दिया।

सवाल यह उठता है महज प्रेम संबंधों को जान लेना ही नैन्सी की जान का दुश्मन हो गया? देश में दिन प्रतिदिन बढ़ रही ऐसी घिनौनी वारदातों पर रोक लगती नजर ही नहीं आ रही है। कब तक मासूम बच्चियों को उन कुसूरों की सजा मिलती रहेगी जो उन्होंने किये ही नहीं है? अब तो लग रहा है लड़की अपने खुद के घर में भी सुरक्षित नहीं है। अगर घर में भी ऐसे दरिंदें होंगे तो आखिर लड़कियां कहाँ सुरक्षित है?

नैन्सी झा केस की पूरी जानकारी आप यहाँ से भी ले सकते है:
https://news4social.com/12-yr-old-nancy-jha-allegedly-raped-cut-burnt-and-killed-in-bihar/