Mumbai News: एकनाथ श‍िंदे सरकार ने माना मुंबई की हवा हुई खराब, अब करेगी ये काम

17
Mumbai News: एकनाथ श‍िंदे सरकार ने माना मुंबई की हवा हुई खराब, अब करेगी ये काम

Mumbai News: एकनाथ श‍िंदे सरकार ने माना मुंबई की हवा हुई खराब, अब करेगी ये काम


मुंबई: एकनाथ श‍िंदे सरकार ने स्वीकार किया है कि मुंबई में इन्फ्रास्ट्रक्चर की प्रॉजेक्ट्स कारण मुंबई की हवा खराब हुई है। इससे निपटने के लिए एक कार्य योजना बनाई गई, जिसके प्रभारी तरह से लागू करेंगे। साथ ही, आईएएस अधिकारी संजीव कुमार की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है। गुरुवार को विधानसभा सदस्य मिहीर कोटेचा, सुनील राणे ने ध्यानाकर्षण सूचना के तहत मुंबई में बढ़ते वायू प्रदूषण और हवा की गुणवत्ता में कमी को लेकर सवाल किए थे। विधायकों के सवालों का जवाब मंत्री दीपक केसरकर ने दिया।

मंत्री दीपक केसरकर ने सदन को बताया कि इन दिनों मुंबई व आसपास के क्षेत्रों में निर्माणकार्य के काम बड़ी संख्या हो रहे हैं। मेट्रो, सड़क मार्ग, पुल सहित तमाम काम चल रहे हैं। इसका असर वायु पर पड़ा है। प्रदूषण बढ़ गया है। वायु प्रदूषण जैसी समस्या से निपटने के लिए सरकार ने एक कार्य योजना बनाई है, जिसे कड़ाई से लागू किया जाएगा।

मुंबई और आसपास इन्फ्रा प्रॉजेक्ट्स में तेजी से मेट्रो, सड़क मार्ग, पुल सहित तमाम काम चल रहे हैं। इसके चलते वायु प्रदूषण बढ़ गया है। प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए सरकार ने कार्य योजना बनाई है, जिसे कड़ाई से लागू किया जाएगा।

दीपक केसरकर, मंत्री

19 मार्च को बुलाई बैठक
इसके अलावा संजीव कुमार की अध्यक्षता में एक विशेष समिति का गठन किया गया है, जिसकी बैठक आगामी रविवार 19 मार्च को बुलाई गई है। इस बैठक में विशेषज्ञों सहित सभी समिति सदस्यों और मुंबई के सभी विधायकों को आमंत्रित किया गया है। वायु प्रदूषण को कम करने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर प्रॉजेक्ट्स में नई तकनीक का इस्तेमाल, धूल कम करने के लिए कंस्ट्रक्शन साइट्स के आसपास बैरियर और शीट लगाने का सुझाव दिया गया है।

Mumbai Weather Forecast: मुंबई में इस समय क्‍यों हो रही बारिश? जान‍िए कब तक रहेगा ऐसा ही मौसम
शिक्षकों की भर्ती
गुरुवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान नेता विरोधी पक्ष नेता अजित पवार सहित अन्य विधायकों ने शिक्षक भर्ती का मामला उठाया। इस पर शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने सदन को बताया कि शिक्षक योग्यता और बुद्धि परीक्षण (टीएआईटी) के माध्यम से शिक्षकों की 30,000 पदों को भरा जा रहा है। भर्ती प्रक्रिया अप्रैल तक पूरी हो जाएगी। अब साल में दो बार टीएआईटी की परीक्षा आयोजित करने का फैसला किया गया है। केसरकर ने कहा कि आईबीपीएस और टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज को भर्ती का जिम्मा दिया गया है। ये कंपनियां केंद्र सरकार के लिए भी काम करती हैं और भरोसेमंद हैं। उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया के अप्रैल तक पूरा हो जाने की उम्मीद है तथा अगले अकादमिक साल में नये शिक्षक अध्यापन के लिए उपलब्ध होंगे।

राजनीति की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – राजनीति
News