Monsoon Session: PM मोदी की बुलाई बैठक में शामिल होने पर विपक्षी पार्टीयां आज सुबह करेंगी फैसला

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Monsoon Session: PM मोदी की बुलाई बैठक में शामिल होने पर विपक्षी पार्टीयां आज सुबह करेंगी फैसला

हाइलाइट्स

  • पीएम मोदी ने शाम 6 बजे बुलाई है मीटिंग
  • विपक्षी दल शामिल के लिए सुबह करेंगे बैठक
  • मॉनसून सत्र की हुई है हंगामेदार शुरुआत

नई दिल्ली
संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन ही हंगामा होने बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई है। वहीं इससे पहले आज सुबह विपक्षी पार्टियां संसद में पीएम मोदी की बुलाई गई मीटिंग में शामिल होना या नहीं होने पर फैसला करेंगी।

दरअसल सर्वदलीय बैठक बुलाने का मकसद है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहेंगे। यह बैठक शाम 6 बजे होनी है। इसमें कोरोना समेत कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।

मॉनसून सत्र की हंगामेदार शुरुआत
दोनों सदनों में विपक्षी सदस्य तीन नए कृषि कानूनों, महंगाई सहित विभिन्न मुद्दों पर नारेबाजी करते दिखे। कुछ विपक्षी सदस्यों ने आसन के समक्ष आकर नारेबाजी भी की। राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि नए मंत्रियों का सदन में परिचय करवाने की परंपरा पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के समय से चली आ रही है और इस परंपरा को तोड़ना लोकतंत्र की परंपराओं को नुकसान पहुंचाना है।

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पीएम ने साधा विपक्ष पर निशाना
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों को शांत करते हुए कहा, ‘परंपराओं को न तोड़ें। आप लंबे समय तक शासन में रहे हैं। आप परंपरा को तोड़कर सदन की गरिमा को कम नहीं करें।’

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वहीं, विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने उन पर निशाना साधते हुए कहा, ‘मैं सोच रहा था कि सदन में एक उत्साह का वातावरण होगा क्योंकि बड़ी संख्या में हमारी महिला सांसद मंत्री बनी हैं। आज खुशी का माहौल होगा कि आदिवासी साथी बड़ी संख्या में मंत्री बने हैं।’ उन्होंने कहा कि किसान परिवार और ग्रामीण परिवेश से आने वाले, सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े समाज से आने वालों को बड़ी संख्या में मंत्रिपरिषद में स्थान मिला है। उनके परिचय में खुशी होनी चाहिए थी।

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मोदी ने कहा, ‘इस बार सदन में हमारे साथी सांसद जो किसान परिवार से हैं, ग्रामीण परिवेश के हैं, सामाजिक-आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग से हैं, ओबीसी समाज से हैं, बहुत बड़ी मात्रा में उन्हें मंत्रिपरिपषद में मौका मिला, उनका परिचय करने का आनंद होता, बेंचों को थपथपा कर उन पर गौरव किया गया होता।’

संसद में उठा पेगासस जासूसी मामले का मुद्दा
संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पेगासस जासूसी मामले में आई खबरों का खंडन करते हुए सदन में बयान दिया और इन खबरों को भारतीय लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने का प्रयास बताया।

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राज्‍यसभा में भी नहीं हो सका नए मंत्रियों का परिचय
इसी बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में प्रवेश किया। उसके कुछ ही पलों बाद विपक्षी दलों के कुछ सदस्य आसन के निकट पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। विपक्षी सदस्यों को तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ नारेबाजी करते सुना गया। हंगामे के बीच ही सभापति ने प्रधानमंत्री को अपने मंत्रिपरिषद के नए सदस्यों का परिचय कराने को कहा। हंगामे के कारण प्रधानमंत्री अपने मंत्रिपरिषद के सदस्यों का परिचय नहीं करा सके। उन्होंने नए मंत्रियों की सूची को सदन के पटल पर रखा।

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मॉनसून सत्र के पहले भी हुई थी सर्वदलीय बैठक
बता दें कि बीते दिन रविवार (18 जुलाई) को सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। बैठक के दौरान विपक्ष ने अपने-अपने सुझाव दिए और बताया कि किन-किन मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए। इसपर पीएम मोदी ने स्पष्टता के साथ कहा कि सरकार हर विषय पर स्वस्थ और सार्थक चर्चा के लिए तैयार हैं।

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