Mayawati: मायावती ने किस रिश्तेदार को बताया स्वार्थी? जानिए किस मुद्दे पर बोला है हमला

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Mayawati: मायावती ने किस रिश्तेदार को बताया स्वार्थी? जानिए किस मुद्दे पर बोला है हमला

Mayawati: मायावती ने किस रिश्तेदार को बताया स्वार्थी? जानिए किस मुद्दे पर बोला है हमला

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (BSP Chief Mayawati) के तेवर तल्ख हैं। रविवार को ट्वीट कर बसपा प्रमुख ने सहयोगियों के स्वार्थी रवैये पर करारा तंज कसा है। उन्होंने अपने छोटे भाई आनंद कुमार की तारीफ की है। मायावती (Mayawati) ने दलित और उपेक्षित समाज में भी स्वार्थी लोगों की बात कर एक बड़े वर्ग को निशाना बनाने की कोशिश की है। बसपा प्रमुख ने कहा कि दलित और उपेक्षितों में भी स्वार्थी लोगों की कमी नहीं है। इस मौके पर उन्होंने अपने छोटे भाई को याद करते हुए कहा कि आनंद हमेशा हमारे साथ रहे। वहीं, एक रिश्तेदार तो सीबीआई के छापे के दौरान दिल्ली वाले घर को छोड़कर चले गए थे। मायावती ने इस प्रकार के बयान के जरिए आने वाले दिनों में एक बड़ा ऐक्शन लिए जाने का संकेत दे दिया है। वे इस प्रकार के लोगों को पार्टी से निकालने की बात भी कर रही हैं। साथ ही, जातिवादी लोगों की बात कर वे बसपा के कोर बहुजन वोट बैंक के बीच जाने का भी संकेत देती दिख रही हैं।

मायावती ने 2007 में बहुजन से सर्वजन की राजनीति शुरू की थी। लेकिन, इसके बाद से बसपा कमजोर ही हुई है। अब उन्होंने ट्वीट के जरिए पार्टी और खुद को धोखा देने वालों पर संकेतों के जरिए करारा हमला बोला है। मायावती ने लिखा कि दलित और उपेक्षित समाज में भी स्वार्थी लोगों की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि इसमें मेरे संबंधी भी शामिल हैं। उन्होंने अपने दिल्ली निवास पर पड़े सीबीआई के छापे का जिक्र करते हुए लिखा कि एक संबंधी तो ऐसा है जो मेरी अनुपस्थिति में दिल्ली निवास पर सीबीआई छापे के बाद परिवार सहित चला गया था। उसके बाद से छोटा भाई आनंद सरकारी नौकरी छोड़कर परिवार के साथ मेरी सेवा और पार्टी के कार्य में जुटा हुआ है। बसपा सुप्रीमो पर परिवारवाद के आरोपों के बीच उनका यह बयान काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

आकाश आनंद को बढ़ावा देने का लगा है आरोप
बसपा के भीतर मायावती के पार्टी में आकाश आनंद को बढ़ावा देने का आरोप लगता रहा है। आकाश उनके छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे हैं। पिछले दिनों वे लगातार बसपा सुप्रीमो के साथ अहम मौकों पर नजर आए हैं। पार्टी के कई सीनियर नेताओं ने बाहर निकलने के बाद मायावती को इस मामले में घेरा। ऐसे में मायावती ने उन सभी को जवाब देती दिख रही हैं। उन्होंने साफ किया है कि सबसे खराब दौर में उनके भाई ही उनके साथ खड़े नजर आए हैं।

दलित संगठनों पर बोला हमला
मायावती ने कई दलित संगठनों पर करारा हमला बोला। सिलसिलेवार ट्वीट में मायावती ने लिखा कि स्वार्थी किस्म के लोगों ने खासकर बामसेफ और डीएस4 जैसे अनेकों प्रकार के कागजी संगठन बनाए हुए हैं। यह सामाजिक चेतना पैदा करने की आड़ में अपना स्वार्थ सिद्ध कर रहे हैं। अब यही काम बीएसपी में कुछ निष्क्रिय हुए लोग भी दूसरे तरीके से कर रहे हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में मायावती कुछ सीनियर नेताओं पर कार्रवाई कर सकती हैं। इससे पहले वे भूमिका बनाती दिख रही हैं।

मायावती ने कहा कि जातिवादी शक्तियां पर्दे के पीछे से इस प्रकार से बसपा को कमजोर करने का षडयंत्र करती रहती हैं। ऐसे स्वार्थी तत्वों को मदद कर कागजी पार्टी बनवाई जाती है। चुनाव में दलित और शोषितों का वोट बांटने की ये लोग घातक कोशिश करते हैं। उन्होंने अपने समर्थकों से पार्टी और मूवमेंट के हित में ऐसे लोगों से सावधान रहने की अपील की है। माना जा रहा है कि मायावती का निशाना कई जातिवादी राजनीतिक दलों पर है।

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