Mayawati: ओबीसी आरक्षण के खिलाफ बीजेपी, कांग्रेस और सपा, मायावती का आरोप- एससी और एसटी का भी यही किया हाल
मायावती ने निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी की नीयत पर सवाल उठाया। बीजेपी की नीयत और नीति अगर यूपी निकाय चुनाव को सही कानूनी तरीके से समय पर कराने की होती तो वह धर्मांतरण, मदरसा सर्वे जैसे ‘संघ तुष्टीकरण’ एजेंडा को लागू करने में ही समय बर्बाद नहीं करती। बल्कि निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण को सही से सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी पर अपना ध्यान केंद्रीत करती। मायावती ने कहा कि अगर ऐसा हुआ होता तो आज ऐसी विचित्र और दुःखद स्थिति पैदा नहीं होती। वहीं उन्होंने कहा कि अब यूपी सरकार का विशेष उत्तरदायित्व है कि लोकतंत्र के हित में निकाय चुनाव पूरी संवैधानिक और कानूनी प्रक्रियाओं के साथ समय से हो।
कांग्रेस, बीजेपी घोर आरक्षण विरोधी, सपा की नियत ठीक नहीं
मायावती ने बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस को भी घोर आरक्षण विरोधी पार्टी बताया है। उन्होंने कहा, इन दोनों पार्टियों ने आपस में मिलकर पहले एससी और एसटी वर्ग के आरक्षण के संवैधानिक अधिकार को लगभग निष्क्रिय बना दिया। अब वहीं बुरा रवैया ओबीसी वर्ग के आरक्षण के साथ किया जा रहा है। मायावती ने कहा कि इनके इसी जातिवादी द्वेषपूर्ण रवैये के कारण ही सरकारी विभागों में हजारों पद सालों तक खाली पड़े हुए हैं। इस मामले में समाजवादी पार्टी की भी सोच, नीति और नीयत ठीक नहीं है। जबकि बसपा की चार बार की सरकार में ओबीसी वर्ग के साथ-साथ सर्वसमाज के लोगों को ना केवल सम्मान दिया गया बल्कि विशेष भर्ती अभियान चलाकर सभी रिक्त सरकारी नौकरी के पदों को भरा गया।
योगी सरकार के इन्वेस्टर पर मायावती ने बोला हमला
बसपा सुप्रीमो ने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट को लेकर योगी सरकार के मंत्रियों के विदेश दौरे को लेकर भी हमला बोला है। मायावती ने कहा कि जनहित और जनकल्याण को लेकर यूपी सरकार के भी खेल विचित्र है। इनके मंत्रीगण विदेश से पूंजी निवेश लाने के नाम पर सरकारी धन विदेशी रोड शो, भ्रमण पर खर्च करने को ही ज्यादा महत्त्व दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि विदेशों से कालाधन लाकर उसे गरीबों में बांटने की तरह ही विदेश से निवेश लाने के इस छलावे के खेल को भी जनता अब खूब समझने लगी है। मायावती ने बैठक में आगामी लोकसभा आमचुनाव की तैयारी को लेकर भी पार्टी की आगे की रणनीति और जनाधार को गांव-गांव में बढ़ाने के दिशा- निर्देश दिए हैं।
रिपोर्ट- अभय सिंह