Make Aura Card with Ayushman – आयुष्मान के साथ आभा कार्ड बनाएं, सीतामढ़ी न्यूज h3>
सीतामढ़ी। स्वास्थ्य विभाग अब आयुष्मान कार्ड के साथ आभा कार्ड बनाने पर जोर दे…
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,सीतामढ़ीSun, 03 Dec 2023 01:30 AM
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सीतामढ़ी। स्वास्थ्य विभाग अब आयुष्मान कार्ड के साथ आभा कार्ड बनाने पर जोर दे रही है। आभा कार्ड से भी स्वास्थ्य से संबधित लाभ मिल सकेगा। साथ ही आप अपनी हेल्थ रिकार्ड को एक कार्ड में सुरक्षित रख सकते हैं तथा किसी भी अस्पताल में उसे दिखा कर अपनी बीमारियों के बारे में चिकित्सक को बता सकते हैं।
इसके लिए लाभुकों को आभा आईडी कार्ड बनवाना होगा। जिले में अभियान चलाकर अधिकतम संख्या में आभा (आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट) आईडी एवं टेलीकंसल्टेशन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें अधिकतम संख्या में आभा आईडी विकसित कर प्रतिदिन टेलीकंसल्टेशन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अभियान की सफलता के लिए राज्यों को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित करने का भी योजना बनायी गयी है। जिस बावत बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति ने भी सभी जिले को पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश दिया है। जिसके लिए जिले में पंचायत स्तर पर कैम्प लगेगा। साथ ही कार्यक्रम की सफलता को लेकर स्वास्थ्य कार्यकत्र्ताओं को भी प्रोत्साहित करने की योजना है।
आयुष्मान कार्ड से वंचितों को भी स्वास्थ्य सुविधाओं का मिल सकेगा लाभ: आभा कार्ड से आयुष्मान कार्ड से वंचितों को भी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा। आयुष्मान भारत के जिला समन्वयक साहेब सिंह ने बताया जिले में 20 लाख 21 हजार 318 लाभुकों का आयुष्मान कार्ड बनाने की सूची विभाग के द्वारा जारी किया गया था। लेकिन वर्ष 2018 से अबतक जिलेभर में मात्र दो लाख 40 हजार 280 कार्ड ही बन पाया है। उन्होंने कहा काफी संख्या में लाभुकों का वर्ष 2011 के जनगणना, आधार कार्ड व राशन कार्ड में नाम में अंतर व कतिपय कारणों से कार्ड नहीं बन पा रहा है। प्रतिदिन नए कार्ड बनाने में नाम में अंतर के कारण रिजेक्ट हो जा रहा है। जिसमें सरकार के साइट पर सुधार का कोई विकल्प ही नहीं दिया गया है। ऐसे में आयुष्मान कार्ड से वंचितों को यदि आभाकार्ड बन जाएगा तो काफी राहत होगी। वधुधा केन्द्र पर आयुष्मान व आभा कार्ड फ्री में बनाया जा रहा है। जिसके लिए पंचायत स्तर पर जागरुकता अभियान चलाकर कैम्प लगाए जाएंगे।
सिविल सर्जन डॉ.एससी लाल ने जिलेवासियों से आभा आई कार्ड खुद जनरेट करने की अपील किया है। जिससे कार्ड धारियों को अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधा मिलने में आसानी हो सके। उन्होंने कहा कि जनसंख्या के हिसाब से आभा आईडी बनवाने एवं प्रतिदिन टेलीकंसल्टेशन की संख्या निर्धारित किया गया है।
यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
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सीतामढ़ी। स्वास्थ्य विभाग अब आयुष्मान कार्ड के साथ आभा कार्ड बनाने पर जोर दे…
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सीतामढ़ी। स्वास्थ्य विभाग अब आयुष्मान कार्ड के साथ आभा कार्ड बनाने पर जोर दे रही है। आभा कार्ड से भी स्वास्थ्य से संबधित लाभ मिल सकेगा। साथ ही आप अपनी हेल्थ रिकार्ड को एक कार्ड में सुरक्षित रख सकते हैं तथा किसी भी अस्पताल में उसे दिखा कर अपनी बीमारियों के बारे में चिकित्सक को बता सकते हैं।
इसके लिए लाभुकों को आभा आईडी कार्ड बनवाना होगा। जिले में अभियान चलाकर अधिकतम संख्या में आभा (आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट) आईडी एवं टेलीकंसल्टेशन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें अधिकतम संख्या में आभा आईडी विकसित कर प्रतिदिन टेलीकंसल्टेशन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अभियान की सफलता के लिए राज्यों को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित करने का भी योजना बनायी गयी है। जिस बावत बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति ने भी सभी जिले को पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश दिया है। जिसके लिए जिले में पंचायत स्तर पर कैम्प लगेगा। साथ ही कार्यक्रम की सफलता को लेकर स्वास्थ्य कार्यकत्र्ताओं को भी प्रोत्साहित करने की योजना है।
आयुष्मान कार्ड से वंचितों को भी स्वास्थ्य सुविधाओं का मिल सकेगा लाभ: आभा कार्ड से आयुष्मान कार्ड से वंचितों को भी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा। आयुष्मान भारत के जिला समन्वयक साहेब सिंह ने बताया जिले में 20 लाख 21 हजार 318 लाभुकों का आयुष्मान कार्ड बनाने की सूची विभाग के द्वारा जारी किया गया था। लेकिन वर्ष 2018 से अबतक जिलेभर में मात्र दो लाख 40 हजार 280 कार्ड ही बन पाया है। उन्होंने कहा काफी संख्या में लाभुकों का वर्ष 2011 के जनगणना, आधार कार्ड व राशन कार्ड में नाम में अंतर व कतिपय कारणों से कार्ड नहीं बन पा रहा है। प्रतिदिन नए कार्ड बनाने में नाम में अंतर के कारण रिजेक्ट हो जा रहा है। जिसमें सरकार के साइट पर सुधार का कोई विकल्प ही नहीं दिया गया है। ऐसे में आयुष्मान कार्ड से वंचितों को यदि आभाकार्ड बन जाएगा तो काफी राहत होगी। वधुधा केन्द्र पर आयुष्मान व आभा कार्ड फ्री में बनाया जा रहा है। जिसके लिए पंचायत स्तर पर जागरुकता अभियान चलाकर कैम्प लगाए जाएंगे।
सिविल सर्जन डॉ.एससी लाल ने जिलेवासियों से आभा आई कार्ड खुद जनरेट करने की अपील किया है। जिससे कार्ड धारियों को अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधा मिलने में आसानी हो सके। उन्होंने कहा कि जनसंख्या के हिसाब से आभा आईडी बनवाने एवं प्रतिदिन टेलीकंसल्टेशन की संख्या निर्धारित किया गया है।
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