Mainpur News: दुष्कर्म का आरोपी इमाम उम्रकैद की सजा सुनते ही कोर्ट में रोया, 5 महीने में मिली सजा

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Mainpur News: दुष्कर्म का आरोपी इमाम उम्रकैद की सजा सुनते ही कोर्ट में रोया, 5 महीने में मिली सजा

मैनपुरी: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी (Mainpuri) में मस्जिद के इमाम (Imam) को मदरसे (Madarsa) में 8 वर्षीय मासूम से दुष्कर्म का दोषी पाते हुए कोर्ट ने पांच महीने में उम्र कैद की सजा सुनाई है। स्पेशल जज पॉक्सो एक्ट ने सजा के साथ एक लाख का जुर्माना भी लगाया है। इमाम को घटना के बाद जेल भेज दिया था। किसी भी कोर्ट से दरिंदे को जमानत नहीं मिली थी। स्पेशल कोर्ट ने इमाम को 5 महीना में सजा सुनाई है, ऐसे में परिवार और पीड़िता ने संतुष्टि जाहिर की है।

किशनी थाना क्षेत्र का यह मामला है। यहां के एक गांव में 52 साल के इमाम (हाफिज) जमाल अहमद ने धर्मग्रंथ की पढ़ाई करने आई एक 8 साल की बच्ची को लालच देकर दुष्कर्म किया था। आरोपी इमाम बाराबंकी जिले का रहने वाला है। वह यहां करीब 10 वर्षों से रहकर हाफिज का काम करता था। साथ ही, बच्चों को पढ़ाता था।

दूसरे बच्चों को घर भेज मासूम से किया दुष्कर्म
8 साल की मासूम हर रोज वहां पढ़ाई करने आती थी। मासूम ने घटना के बारे में बताया था कि मास्टर ने 4 बजे बच्चो की छुट्टी कर मुझे और मेरी छोटी बहन को रोक लिया। बाद में मेरी छोटी बहन को मास्टर ने मुंगफली खिलाकर घर भेज दिया। मुझे और पढ़ाने का बहाना बनाकर अलग कमरे में ले गया। वहां उसने बच्ची से दुष्कर्म किया।

परिवार ने तुरंत पुलिस को दी सूचना
बच्ची को लहूलुहान देखकर इमाम ने उसे धर्मग्रंथ का वास्ता देना शुरू कर दिया। बच्ची को रोज की तरह पढ़ाई करने आने को कहा, ताकि किसी को शक नहीं हो। लेकिन, बच्ची जब उस स्थिति में घर पहुंची तो परिजन घबरा गए। मासूम ने इमाम की बर्बरता के बारे में बताया तो उन्होंने तुरंत पुलिस को मामले की सूचना दी। पुलिस ने परिजनों की सूचना के आधार पर बच्ची को तत्काल मेडिकल के लिए भेजा और आरोपी इमाम को गिरफ्तार कर लिया।

पीड़िता को दी जाएगी जुर्माने की राशि
पीड़िता की गवाही और सबूतों के आधार पर इमाम जमाल अहमद को 8 वर्षीय मासूम के साथ बलात्कार का दोषी पाया गया। एडीजीसी यादव ने ऐसे कृत्य को समाज विरोधी बताते हुए कड़ी सजा की मांग की थी। स्पेशल जज पॉक्सो एक्ट ने गवाहों और सबूतों को मध्य नजर रखते हुए इमाम को उम्र कैद की सजा सुनाते हुए एक लाख का जुर्माना लगाया है। जुर्माने की राशि पीड़िता को प्रदान की जाएगी।

घुटनों पर बैठ कर रोया इमाम
मुकदमे का निर्णय सुनने के लिए इमाम जमाल अहमद को कोर्ट लाया गया था। जैसे ही उसको उम्र कैद की सजा सुनाई गई वैसे ही वह सदमे में आ गया। सजा सुनते ही इमाम के पैर लड़खड़ा उठे और वह कोर्ट से बाहर निकलते हैं, घुटनों के बल बैठ कर खूब रोया। पुलिसकर्मी इमाम को कोर्ट से जेल ले गए।
रिपोर्ट – आशीष कुमार सक्सेना

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