Maharashtra News: जब विधानसभा के गेट पर मिले देवेंद्र फडणवीस और उद्धव ठाकरे, यह बॉडी लैंग्वेज बहुत कुछ कह रही है

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Maharashtra News: जब विधानसभा के गेट पर मिले देवेंद्र फडणवीस और उद्धव ठाकरे, यह बॉडी लैंग्वेज बहुत कुछ कह रही है

Maharashtra News: जब विधानसभा के गेट पर मिले देवेंद्र फडणवीस और उद्धव ठाकरे, यह बॉडी लैंग्वेज बहुत कुछ कह रही है


मुंबई:दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे, जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों… बशीर बद्र की यह शायरी राजनीति के लिए बिल्कुल सटीक है। अदावत कब यहां दोस्ती में और दोस्ती दुश्मनी में बदल जाए, कहा नहीं जा सकता। पिछले साल का वक्त याद कीजिए जब एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के 40 विधायकों ने बगावत कर दी थी और फिर बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली थी। शिंदे अब महाराष्ट्र के सीएम हैं और शिवसेना प्रमुख रहे उद्धव ठाकरे सरकार गंवाने के बाद पार्टी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इसके बाद से ही उद्धव और बीजेपी के बीच कड़वाहट और बढ़ गई लेकिन गुरुवार को महाराष्ट्र विधानसभा के बाहर नजारा अलग था। उद्धव और फडणवीस मुस्कुराते हुए एक-दूसरे से मिलते नजर आए। दोनों की बॉडी लैंग्वेज देखकर सियासी गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है।

दरअसल, महाराष्ट्र विधानसभा में बजट सत्र चल रहा है। इस दौरान गुरुवार को ऐसा इत्तेफाक रहा कि विधानसभा के बाहर उद्धव और फडणवीस की गाड़ी साथ-साथ ही पहुंची। पहले उद्धव उतरकर गेट की तरफ आए तो उनकी नजर फडणवीस पर पड़ी। दोनों का सामना हुआ तो साथ में ही गेट के अंदर जाने लगे। इस दौरान दोनों बातें करते हुए नजर आए और काफी देर तक गपशप भी हुई।

दोनों के बीच क्या बातचीत हुई?

इसके बाद विधानसभा की सीढ़ियों पर उद्धव ने हाथ मिलाकर अपने समर्थकों और मीडिया का अभिवादन किया और फडणवीस के साथ आगे बढ़ गए। इस मुलाकात का वीडियो भी सामने आया जिसमें उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य भी हंसते हुए दिखे।

वीडियो में दोनों के हाव-भाव देखकर साफ लग रहा है कि उद्धव और फडणवीस के बीच लाइट मूड में बातचीत हुई। हालांकि इस बॉडी लैंग्वेज के कारण ही महाराष्ट्र की सियासत ने नए कयासों को जन्म दे दिया। कभी दोस्त रहे दोनों नेता पिछले कुछ समय से एक-दूसरे के खिलाफ जुबानी जंग में शामिल रहे। इस बीच गुरुवार की मुलाकात देखकर ऐसा बिल्कुल नहीं लगा कि उनके संबंध कटुता भरे हैं।

मुनगंटीवार ने उद्धव को दे दिया न्योता

इस मुलाकात को अगर इत्तेफाक मान भी लें तो सदन में चर्चा के दौरान जो हुआ, वह दूसरा दिलचस्प नजारा था। दरअसल बीजेपी नेता और मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने उद्धव को इशारों में ही साथ आने को कह दिया।

सुधीर मुनगंटीवार बीजेपी और शिवसेना की 2014 से 2019 तक चली गठबंधन सरकार के दौरान चलाए गए वृक्ष संरक्षण अभियान की बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ‘मैंने 2016 में जब यह योजना शुरू की थी, तब राज्य के सभी प्रमुख नेता वहां मौजूद थे।’ मुनगंटीवार ने कहा, ‘उद्धव ठाकरे और शरद पवार भी पेड़ लगाए गए थे।’

इस बीच उद्धव भी बोलने लगे। उद्धव ने कहा कि ‘आपके लगाए गए पेड़ों में फल नहीं लगे हैं।’ इस पर मुनगंटीवार ने कहा कि ‘हम आपसे बार-बार कह रहे हैं कि पेड़ फल देगा लेकिन आपने तो पेड़ से नाता तोड़ दिया, हम उसका क्या करें?’ मुनगंटीवार ने आगे कहा कि ‘अभी कुछ बिगड़ा नहीं है, उद्धव जी एक बार फिर शांति से विचार करें।’

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