Maharashtra: ठाकरे-आंबेडकर की बैठक में बनी रणनीति, महाराष्ट्र में होगा शिव शक्ति और भीम शक्ति का नया प्रयोग?

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Maharashtra: ठाकरे-आंबेडकर की बैठक में बनी रणनीति, महाराष्ट्र में होगा शिव शक्ति और भीम शक्ति का नया प्रयोग?

Maharashtra: ठाकरे-आंबेडकर की बैठक में बनी रणनीति, महाराष्ट्र में होगा शिव शक्ति और भीम शक्ति का नया प्रयोग?

मुंबई: एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की बगावत के बाद आगामी चुनावों के लिए शिंदे-बीजेपी और मनसे के संभावित गठबंधन की काट तलाश रहे उद्ध‌व ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने सोमवार को बाबासाहेब आंबेडकर (Baba Saheb Ambedkar) के पोते और वंचित बहुजन अघाड़ी के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर (Prakash Ambedkar) से मुंबई के एक फाइव स्टार होटल में मुलाकात की। दोनों नेताओं की तरफ से इस बैठक को गुप्त रखने की कोशिश की गई थी, लेकिन रविवार रात ही मीडिया को इसकी भनक लग गई, इसलिए ऐन वक्त पर बैठक की जगह भी बदल दी गई थी। बैठक के जब बाद मीडिया ने दोनों नेताओं उद्धव और प्रकाश की प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की, तो दोनों ने इस पर तत्काल कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

राजनीति के जानकार कहते हैं कि बाबासाहेब आंबेडकर और प्रबोधन ठाकरे के बीच भी विचारों का आदान-प्रदान होता रहता था। मौजूदा राजनीतिक परिस्थिति में दोनों के ही वारिसों को एक-दूसरे की जरूरत है। शिवसेना तो दिवंगत शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के समय से ही ‘शिवशक्ति-भीमशक्ति’ को एकजुट करने की कोशिश करती रही है। पहले यह कोशिश आरपीआई नेता रामदास आठवले के साथ की गई थी, लेकिन आठवले के बीजेपी के साथ जाने से वह दरवाजा बंद हो गया है। ऐसे में आंबेडकर और ठाकरे की तीसरी पीढ़ी ने मिलकर एक बार फिर नए सिरे से यह कोशिश शुरू की है। वैसे भी इस समय दोनों को एक-दूसरे की बहुत जरूरत है।

चुनौती से निपटने चिंतन!
शिवसेना में फूट के बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी के सामने फिर से राजनीतिक ताकत हासिल करने की कड़ी चुनौती है। वहीं, प्रकाश भी अपने राजनीतिक समर्थन को चुनावी सफलता में बदलना चाहते हैं। इसीलिए, यह समझा जाता है कि दोनों पक्ष वर्तमान राजनीतिक आवश्यकता के संबंध में एक आम सहमति पर पहुंच गए हैं। मुंबई समेत राज्य के कई बड़े शहरों में नगर निकाय चुनाव सर पर हैं, इसलिए बताया जा रहा है कि उद्धव और प्रकाश के बीच हुई बैठक में इस बात पर प्रारंभिक चर्चा हुई कि इन नगरपालिका चुनावों को एक साथ कैसे निपटाया जाए। ठाकरे के साथ वंचित बहुजन अघाड़ी के आने के बाद महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस और एनसीपी की क्या प्रतिक्रिया होगी और उन्हें कैसे भरोसे में लिया जाए, इस पर भी दोनों नेताओं के बीच विचार-विमर्श होने की खबर है।

क्या होगा आघाडी का?
सूत्रों का कहना है कि आज की बैठक में दोनों नेताओं ने इन बातों पर भी विचार-विमर्श किया कि आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव के साथ नगर निकाय चुनाव में गठबंधन तय होने पर सीटों के बंटवारे का फॉर्म्युला क्या होगा, क्या वंचित विकास अघाड़ी का गठबंधन सिर्फ उद्ध‌व ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना से ही होगा या फिर प्रकाश अपनी पार्टी को सीधे महाविकास अघाड़ी के साथ ला सकते हैं। बता दें कि प्रकाश आंबेडकर अब तक शरद पवार और उनकी पार्टी एनसीपी के खिलाफ रहे हैं, जबकि एनसीपी महाविकास अघाड़ी का महत्वपूर्ण घटक है।

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