महाभारत के किस्से कहानी जितने ही रोचक है उतने ही उनका इतिहास भी अनूठा था, आप में बहुत से लोग आज भी महाभारत के कुछ ऐसे किस्सों से परचित नहीं होंगे जो हमें इसकी महानता से अवगत करता है। आज हम आपको महाभारत से जुड़ा एक ऐसा ही किस्सा बताने जा रहे है जो काफी ही रोचक और अद्भुत है। पिंजौर वो जगह है जहां पर पांडवो ने एक साल तक अपना अज्ञात वास गुज़ारा था।
अज्ञात वास के दौरान दुर्योधन पांडवो को मारने के लिए उनके इस पानी में विष मिला दिया करता था जिसमें वो नहाते थे इसलिए पांडव रोज़ नया तालाब खोदते थे और दिन में 2 बार स्नान करते थे इसलिए पिंजौर में 365×2 तालाब की संख्या थी। अब सिर्फ 10–12 ही बचे हैं। उनमें से सब के सब लोगों द्वारा कब्ज़ा कर लिए गए हैं।
आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि आज तक इसका पानी सूखा नहीं है। इसमें से 24 घंटो पानी निकलता रहता है। आस पास के इलाकों में एक भी ट्यूबवेल नहीं है इसी के पानी से सिंचाई होती है। आजतक कोई भी पांडव द्वारा बनाया गया तालाब सूखा नहीं है। पर आज के टाइम में इन तालाबों पर लोगो ने कब्ज़ा कर लिया। मिट्टी – सीमेंट डाल कर बंद कर दिया है। उपर घर बनाए जा चुके हैं।
पिंजौर में आज भी कुओं की गहराई 10 फीट से ज़्यादा नहीं है।यहां पर 7 फीट पर ही पानी निकाल आता है। कुएं कभी नहीं सूखते। आज से दस साल पहले यहा पर खुदाई की गई थी और यहा पर महभारत काल की मूर्तिया भी निकली है। खुदाई के दौरान सभी देवी देवताओं के मूर्ति पाई गई थी जैसे शिव, पार्वती, विष्णु, गणेश और कार्तिकेय आदि। इनमें से ज्यादातर मूर्तियों को संग्रहालय में रख गया है। यह महाभारत से जोड़ा ऐसा अद्भुत किस्सा नहीं जिससे ज्यादातर लोग अवगत नहीं होंगे।
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