Madhya Pradesh latest News : मध्यान भोजन की हकीकत, 30 बच्चों को खिला दी 250 ग्राम दाल
छतरपुर
मध्यप्रदेश (madhya pradesh latest news) के छतरपुर जिले में मध्यान भोजन (mid-day meal) के नाम पर बच्चों के खाने पर डाका डाला जा रहा है। मध्यान भोजन के नाम पर बंदरबांट का खेल चल रहा है, जिसके चलते जिले के एक स्कूल में 30 बच्चों को मध्यान भोजन में खाने के नाम पर 250 ग्राम दाल खिला दी गई। सुनने में बेहद अजीब लग सकता है कि 30 बच्चों में 250 ग्राम दाल कैसे खा सकते है, लेकिन यह एकदम सच है।
जिले के नौगांव ब्लॉक अंतर्गत आने वाले गढ़ीमलहरा संकुल के प्राथमिक स्कूल में मध्यान भोजन में एक गजब का कारनामा कर दिखाया है। दरअसल, स्कूल में मध्यान भोजन में 30 बच्चों पर 250 ग्राम दाल बनाई गई और उन्हें खिला भी दी गई। मामले में जब स्कूल के प्राचार्य परशु अहिरवार से बात की तो उन्होंने इस बात को स्वीकारा की यह खाना 30 बच्चों के लिए बना है, साथ ही भोजन मेन्यू के अनुसार भी नहीं बनाया गया है।
समूह की बड़ी लापरवाही
संबंधित मामले में स्कूल में खाना बनाने वाले समूह की बड़ी लापरवाही है, लेकिन स्कूल के शिक्षकों का मामले से किसी तरह की अप्पति जाहिर न करना भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है।
डीपीसी ने दिए जांच के आदेश
इस मामले में जब डीपीसी अधिकारी आरपी लखेरा से बात की तो उन्होंने मामले को बेहद गंभीर बताया और मामले में तुरंत जांच के आदेश देने की बात कही। डीपीसी का कहना है की मामला बेहद गंभीर है और बच्चों के खाने में इस तरह की लापरवाही बरती जा रही है, तो कार्रवाई भी की जाएगी।
जिले के नौगांव ब्लॉक अंतर्गत आने वाले गढ़ीमलहरा संकुल के प्राथमिक स्कूल में मध्यान भोजन में एक गजब का कारनामा कर दिखाया है। दरअसल, स्कूल में मध्यान भोजन में 30 बच्चों पर 250 ग्राम दाल बनाई गई और उन्हें खिला भी दी गई। मामले में जब स्कूल के प्राचार्य परशु अहिरवार से बात की तो उन्होंने इस बात को स्वीकारा की यह खाना 30 बच्चों के लिए बना है, साथ ही भोजन मेन्यू के अनुसार भी नहीं बनाया गया है।
समूह की बड़ी लापरवाही
संबंधित मामले में स्कूल में खाना बनाने वाले समूह की बड़ी लापरवाही है, लेकिन स्कूल के शिक्षकों का मामले से किसी तरह की अप्पति जाहिर न करना भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है।
डीपीसी ने दिए जांच के आदेश
इस मामले में जब डीपीसी अधिकारी आरपी लखेरा से बात की तो उन्होंने मामले को बेहद गंभीर बताया और मामले में तुरंत जांच के आदेश देने की बात कही। डीपीसी का कहना है की मामला बेहद गंभीर है और बच्चों के खाने में इस तरह की लापरवाही बरती जा रही है, तो कार्रवाई भी की जाएगी।