Ludhiana Court Blast Case: लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट की जांच में ड्रग्स तस्कर, पाकिस्तान और खालिस्तानी लिंक की मिली जानकारी- पंजाब के डीजीपी का खुलासा

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Ludhiana Court Blast Case: लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट की जांच में ड्रग्स तस्कर, पाकिस्तान और खालिस्तानी लिंक की मिली जानकारी- पंजाब के डीजीपी का खुलासा

हाइलाइट्स

  • लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट मामले में ऑर्गेनाइज्ड क्राइम का आया है एंगल
  • पंजाब के डीजीपी ने माना, मामले में पाकिस्तान और आईएसआई का हाथ
  • ड्रग्स नेटवर्क, गैंगस्टर और खालिस्तानी नेटवर्क के साथ आने का भी शक
  • मामले की जांच के बाद पुलिस रिमांड में भेजे गए गगनदीप के दो साथी

चंडीगढ़
पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Election) से पहले प्रदेश में माहौल को खराब करने की कोशिश हो रही है। इसके लिए ऑर्गेनाइज्ड क्राइम ग्रुप की साजिश भी सामने आई है। पहले प्रदेश में बेअदबी का मामला गरमाया। इसके बाद लुधियाना जिला कोर्ट परिसर के भवन में धमाके ने प्रदेश की राजनीति में गरमा दी है। अब इस धमाके में ड्रग्स तस्करों और खालिस्तानी लिंक को सामने ला दिया है।

पंजाब के डीजीपी सिद्धार्थ चट्‌टोपाध्याय ने इस मामले में बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि लुधियाना कोर्ट परिसर विस्फोट की जांच के क्रम में खालिस्तानी तत्वों, गैंगस्टर और ड्रग तस्करों के लिंक सामने आए हैं। हम आतंकवाद और नशीले पदार्थों से चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। नार्को की ओर से ऑर्गेनाइज्ड क्राइम और आतंकवाद खतरनाक है। लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट का मामला ऐसा ही है।

हिरासत में ली गई पूर्व हेड कॉन्स्टेबल की मित्र
लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट मामले में मारे गए पूर्व हेड कॉन्स्टेबल गगनदीप सिंह की महिला मित्र को हिरासत में लिया गया है। वह खन्ना पुलिस में कॉन्स्टेबल है। उसके एसपी ऑफिस में तैनात होने की जानकारी सामने आई है। गगनदीप के कॉल डिटेल और पुलिस इनपुट के आधार पर महिला को हिरासत में लिया गया है। साथ ही, मारे गए बर्खास्त हेड कॉन्स्टेबल के घर से उसके भाई को भी हिरासत में लिया गया है। घर से लैपटॉप, कैश और मोबाइल जब्त किया गया है।

बब्बर खालसा का भी सामने आया नाम
कोर्ट ब्लास्ट केस में पाकिस्तान समर्थित खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा का भी हाथ होने संदेह जताया जा रहा है। एनआईए और पंजाब पुलिस ने शक जताया है कि गगनदीप ऑनलाइन बम असेंबल करने और उसे एक्टिवेट करने की जानकारी ले रहा था। इसी क्रम में मोबाइल फट गया और बम विस्फोट हो गया। डीजीपी ने भी कहा कि 24 घंटे में मामले का खुलासा हो गया। हमें फटे कपड़े और एक सिम कार्ड, एक मोबाइल और मृतक के हाथ पर टैटू मिला।

सोची-समझी साजिश के तहत किया गया धमाका
डीपीजी ने कहा कि यह सोची-समझी साजिश के तहत धमाका किया गया। उन्होंने कहा कि इस मामले में सीमा पार से भी हरकत हुई है। उन्होंने आईएसआई और पाकिस्तान का सीधा नाम लिया। डीजीपी ने कहा कि प्रदेश के लीगल सिस्टम, ज्यूडिशियल सिस्टम और विधि व्यवस्था को अस्थिर करने की साजिश की जा रही है। उन्होंने अंदेशा जताया कि इस प्रकार की घटनाओं को आगे भी किया जा सकता है। इसके लिए पुलिस की ओर से सतर्कता बढ़ाई गई है।

सुरक्षा बलों का अनुमान सही
डीजपी ने कहा कि मरने वाला पूर्व हेड कॉन्स्टेबल विस्फोटक ले जा रहा था। घटना के बाद यही अनुमान लगाया गया था, जो सही साबित हुआ। उसको ड्रग्स नेटवर्क से कनेक्शन के आरोप में निलंबित किया गया था। इसका बदला लेने के लिए उसने विस्फोट को अंजाम देने और माहौल को अस्थिर करने की साजिश रची। उन्होंने बताया कि गगनदीप जब पुलिस फोर्स में था तो उसे आईटी का जानकार माना जाता था।

रिमांड पर भेजे गए दो साथी
गगनदीप का खालिस्तानी कनेक्शन सामने आने के बाद उसके दो साथियों की गिरफ्तारी हुई है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। इसके बाद उन्हें सात दिनों के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस रिमांड पर लिए गए गगनदीप के दो साथियों के नाम सुखविंदर और रंजीत चीता हैं। पुलिस अब इनसे पूछताछ करेगी और उनके कनेक्शन को ढूंढ़ने का प्रयास करेगी। पंजाब के डीजीपी के खुलासे के बाद मामला के अधिक गंभीर होने के संकेत मिलने लगे हैं।

लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट केस में पाकिस्तान और आईएसआई का भी हाथ आया सामने

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