लिंक लाइक करने के लालच में गवाएं 43 लाख | Lost 43 lakhs in the greed of liking the link

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लिंक लाइक करने के लालच में गवाएं 43 लाख | Lost 43 lakhs in the greed of liking the link

लिंक लाइक करने के लालच में गवाएं 43 लाख | Lost 43 lakhs in the greed of liking the link | News 4 Social

सोशल मीडिया पर लिंक को लाइक करने पर मोटी कमाई का झांसा देकर जयपुर की महिला चिकित्सक से 43 लाख रुपए की ठगी कर ली गई। ठगों के बैंक खातों की जांच की गई तो पुलिस भी चौकन्नी रह गई। महज दो माह में इन खातों में 22 करोड़ रुपए का लेनदेन सामने आया

जयपुर। सोशल मीडिया पर लिंक को लाइक करने पर मोटी कमाई का झांसा देकर जयपुर की महिला चिकित्सक से 43 लाख रुपए की ठगी कर ली गई। ठगों के बैंक खातों की जांच की गई तो पुलिस भी चौकन्नी रह गई। महज दो माह में इन खातों में 22 करोड़ रुपए का लेनदेन सामने आया। इतना ही नहीं ठगी के इन पैसों से आॅन लाइन गैमिंग के भुगतान का काम चल रहा था। वहीं गैम में लगने वाली राशि ठगों के पास दूसरे खातों के माध्यम से पहुंच रही है। एसओजी जयपुर ने इस गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्ता किया है। डीजीपी एसओजी अशोक राठौड़ ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी युवराज मीणा 55 बाग का झुपंडा बेई भीलवाड़ा, लेहरू लाल तेली तेली मोहल्ला आकोला चित्तोड़गढ़, किशनलाल प्रजापत निवासी संगेसरा चित्तोड़गढ़ और गोवर्धन रैगर खटीक मोहल्ला संगेसरा चित्तोड़गढ़ है।

फर्जी कंपनी बनाकर शुरू की ठगी
आरोपियों ने ठगी का गोरखधंधा फर्जी कंपनी बनाकर शुरू किया था। जयपुर निवासी डॉ. अंकिता सिंह ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पर मामला दर्ज करवाया था कि अपूर्वा ग्लोबल एडवरटाईजिंग कंपनी की ओर से यूट्यूब पर वीडियो लिंक करने का पार्ट टाइम जोब देने के नाम पर उससे 43 लाख रुपए की घोखाधड़ी की है। कंपनी की ओर से डॉ. अंकिता सिंह को मैसेज किया गया था कि प्रत्यक वीडियो को लाइक करने पर 50 रुपए की कमाई होगी। इस कार्य से हर दिन 2500 रुपए की कमाई हो सकेगी।

11 बैंक खातों में जमा करवाई ठगी की राशि
आरोपियों ने डॉ.अंकिता सिंह से 11 बैंक खातों में यह राशि जमा करवाई थी। पुलिस की जांच में सामने आया कि इनमें से 9 बैंक खातों में महज फरवरी और मार्च माह में ही 22 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ है। इस राशि में से 30.81 लाख रुपए खातों में फ्रिज है। इन खातों से लिंक मोबाइल नंबरों और उनकी सीडीआर को आधार बनाकर एसओजी ने जांच शुरू की तो मामले की कड़ियां खुल गई।

मुंबई में रजिस्टर्ड करवाई फर्जी कंपनी
आरोपियों ने ठगी की वारदात को अंजाम देने के लिए मुंबई जाकर कंपनी रजिस्टर्ड करवाई। बाद में बनावटी कार्यालय तैयार कर कंपनी के नाम से करंट खाता खुलवा लिया। बाद में भीलवाड़ा व चित्तोड़गढ़ में बैठकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया। एसओजी टीम ने आरोपियों के पास से खातों की पासबुक, चैकबुक, एटीएम कार्ड व बड़ी संख्या में मोबाइल फोन जब्त किए हैं। उनकी जांच की जा रही है।

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