Lok Sabha Elections 2024: लू के थपेड़ों से मतदाताओं की 'अग्नि-परीक्षा', मतदान प्रतिशत पर पड़ सकता है असर | Scorching Heat Tests Voters Resolve May Affect Turnout | News 4 Social h3>
मतदान प्रतिशत बढ़ाना चुनौतीपूर्ण चुनाव आयोग ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए कई एडवाइजरी जारी की हैं, लेकिन बढ़ती गर्मी के कारण मतदाताओं को घर से निकालना एक बड़ी चुनौती बन गया है।
मतदान दल के लिए सलाह चुनाव आयोग ने मतदान दल को हल्के सूती कपड़े पहनने, धूप से बचने के लिए छाता और सिर ढंकने के लिए सफेद सूती गमछा या अन्य कपड़ा बांधने, टोपी या हैट पहनने, आंखों पर काला चश्मा लगाने, पैरों में आरामदायक जूते या चप्पल पहनने, अपने साथ शीतल जल की बोतल रखने, समय-समय पर सादा जल, नींबू पानी या ओआरएस का प्रयोग करने, अत्यधिक चाय, कॉफी, कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक का सेवन न करने, बासा भोजन खाने से बचने की हिदायत दी है।
मतदान केंद्रों पर व्यवस्था चुनाव आयोग ने प्रत्येक मतदान केंद्र पर न्यूनतम 5 गुणा 5 मीटर क्षेत्रफल की छाया की व्यवस्था करने, वहां पर्याप्त मात्रा में कुर्सी व दरी रखने, बुजुर्गों व महिलाओं को मतदान में प्राथमिकता देने, मतदाताओं की कतार के बगल में कुर्सियां रखने, मतदान केन्द्र पर पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था रखने, वहां मतदाताओं को पानी पिलाने के लिए वॉलंटियर्स की तैनाती करने, डूज एंड डोंट डूज के हैण्ड बिल तैयार कराकर मतदान कार्मिकों को उपलब्ध कराने, सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ पैरा मेडिकल स्टाफ को आवश्यक दवाओं के साथ मौजूदगी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
मतदान प्रतिशत पर असर पिछले चुनावों में भी मई में हुए मतदान में मतदान प्रतिशत कम रहा है। वर्ष 1991 में हुए चुनाव में 46 प्रतिशत, वर्ष 1996 में 54 प्रतिशत वोटिंग हुयी थी। इस बार भी गर्मी के कारण मतदान प्रतिशत कम रहने की आशंका है।
गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था चुनाव आयोग ने मतदाताओं को घर से निकलने से पहले मौसम का पूर्वानुमान देखने की सलाह दी है। मतदाताओं को सुबह या शाम को मतदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और बीमार लोगों को मतदान केंद्र पर जाने में कोई परेशानी न हो, इसके लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है।
मतदान प्रतिशत बढ़ाना चुनौतीपूर्ण चुनाव आयोग ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए कई एडवाइजरी जारी की हैं, लेकिन बढ़ती गर्मी के कारण मतदाताओं को घर से निकालना एक बड़ी चुनौती बन गया है।
मतदान दल के लिए सलाह चुनाव आयोग ने मतदान दल को हल्के सूती कपड़े पहनने, धूप से बचने के लिए छाता और सिर ढंकने के लिए सफेद सूती गमछा या अन्य कपड़ा बांधने, टोपी या हैट पहनने, आंखों पर काला चश्मा लगाने, पैरों में आरामदायक जूते या चप्पल पहनने, अपने साथ शीतल जल की बोतल रखने, समय-समय पर सादा जल, नींबू पानी या ओआरएस का प्रयोग करने, अत्यधिक चाय, कॉफी, कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक का सेवन न करने, बासा भोजन खाने से बचने की हिदायत दी है।
मतदान केंद्रों पर व्यवस्था चुनाव आयोग ने प्रत्येक मतदान केंद्र पर न्यूनतम 5 गुणा 5 मीटर क्षेत्रफल की छाया की व्यवस्था करने, वहां पर्याप्त मात्रा में कुर्सी व दरी रखने, बुजुर्गों व महिलाओं को मतदान में प्राथमिकता देने, मतदाताओं की कतार के बगल में कुर्सियां रखने, मतदान केन्द्र पर पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था रखने, वहां मतदाताओं को पानी पिलाने के लिए वॉलंटियर्स की तैनाती करने, डूज एंड डोंट डूज के हैण्ड बिल तैयार कराकर मतदान कार्मिकों को उपलब्ध कराने, सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ पैरा मेडिकल स्टाफ को आवश्यक दवाओं के साथ मौजूदगी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
मतदान प्रतिशत पर असर पिछले चुनावों में भी मई में हुए मतदान में मतदान प्रतिशत कम रहा है। वर्ष 1991 में हुए चुनाव में 46 प्रतिशत, वर्ष 1996 में 54 प्रतिशत वोटिंग हुयी थी। इस बार भी गर्मी के कारण मतदान प्रतिशत कम रहने की आशंका है।
गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था चुनाव आयोग ने मतदाताओं को घर से निकलने से पहले मौसम का पूर्वानुमान देखने की सलाह दी है। मतदाताओं को सुबह या शाम को मतदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और बीमार लोगों को मतदान केंद्र पर जाने में कोई परेशानी न हो, इसके लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है।