lok sabha elections 2024 : खजुराहो में हुए 'खेला' के बाद एमपी से यूपी तक मचा सियासी 'गदर' | Lok Sabha Election 2024 khajuraho seat sp candidate meera yadav nomination cancelled jitu patwari akhilesh yadav tweet | News 4 Social h3>
नामांकन निरस्त नहीं हुआ!
नामांकन को निरस्त किया गया है!
• #खजुराहो लोकसभा से #IndiaAllaince की प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त करना #लोकतंत्र की हत्या है! इसके लिए भी सिर्फ @BJP4MP ही जिम्मेदार और पूरी तरह से जवाबदेह है!
• आश्चर्य का विषय है कि हस्ताक्षर नहीं थे, तो फिर…
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) April 5, 2024
जीतू पटवारी ने लिखा- नामांकन निरस्त कराया गया
मीरा यादव का नामांकन निरस्त होने पर मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने ट्वीट कर भाजपा पर तीखा हमला बोला है। जीतू पटवारी ने ट्वीर कर लिखा है- नामांकन निरस्त नहीं हुआ ! नामांकन को निरस्त किया गया है ! खजुराहो लोकसभा से इंडी अलाइंस की प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त करना लोकतंत्र की हत्या है इसके लिए भी सिर्फ बीजेपी ही जिम्मेदार और पूरी तरह से जवाबदेह है। पटवारी ने आगे लिखा- आश्चर्य का विषय है कि हस्ताक्षर नहीं थे, तो फिर जांच अधिकारी ने फॉर्म कैसे ले लिया? जो कैमरे के सामने चंडीगढ़ मेयर चुनाव में जीत को हार बता सकती है, उसके लिए नामांकन फॉर्म में “खेल” करना बाएं हाथ का खेल है। ईमानदार/पारदर्शी चुनाव व्यवस्था से भाजपा का भरोसा उठ गया है, इसीलिए देश लोकतंत्र और संविधान की अवमानना का सबसे गंभीर दौर देख रहा है। खजुराहो का घटनाक्रम इसी तानाशाही का हिस्सा है। इससे पहले कि भारत में प्रजातंत्र की मौलिक परिभाषा ही बदल जाए, इस घटना की त्वरित और परिणामदायक उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी ही चाहिए। पर्चा निरस्त करने का ‘लोकतांत्रिक-अपराध’ करने वाले तत्काल दंडित भी होना चाहिए।
यह भी पढ़ेंLok Sabha Election 2024 : सपा-कांग्रेस के हिट विकेट होते ही भाजपा की बल्ले-बल्ले, जानिए अब आगे क्या ?
खजुराहो सीट से इंडिया गठबंधन की सपा प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त करना सरेआम लोकतंत्र की हत्या है। कहा जा रहा है कि हस्ताक्षर नहीं थे तो फिर देखनेवाले अधिकारी ने फार्म लिया ही क्यों। ये सब बहाने हैं और हार चुकी भाजपा की हताशा। जो न्यायालय के कैमरे के सामने छल कर सकते हैं…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 5, 2024
अखिलेश यादव का ट्वीट
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में लिखा है- खजुराहो सीट से इंडिया गठबंधन की सपा प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त करना सरेआम लोकतंत्र की हत्या है। कहा जा रहा है कि हस्ताक्षर नहीं थे तो फिर देखनेवाले अधिकारी ने फार्म लिया ही क्यों। ये सब बहाने हैं और हार चुकी भाजपा की हताशा। जो न्यायालय के कैमरे के सामने छल कर सकते हैं वो फार्म मिलने के बाद पीठ पीछे क्या-क्या साज़िश रचते होंगे। भाजपा बात में ही नहीं काम में भी झूठी है और समस्त प्रशासनिक तंत्र को भ्रष्ट बनाने की दोषी भी। इस घटना की भी न्यायिक जांच हो, किसी का पर्चा निरस्त करना लोकतांत्रिक अपराध है।
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नामांकन निरस्त नहीं हुआ!
नामांकन को निरस्त किया गया है!• #खजुराहो लोकसभा से #IndiaAllaince की प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त करना #लोकतंत्र की हत्या है! इसके लिए भी सिर्फ @BJP4MP ही जिम्मेदार और पूरी तरह से जवाबदेह है!
• आश्चर्य का विषय है कि हस्ताक्षर नहीं थे, तो फिर…
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) April 5, 2024
जीतू पटवारी ने लिखा- नामांकन निरस्त कराया गया
मीरा यादव का नामांकन निरस्त होने पर मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने ट्वीट कर भाजपा पर तीखा हमला बोला है। जीतू पटवारी ने ट्वीर कर लिखा है- नामांकन निरस्त नहीं हुआ ! नामांकन को निरस्त किया गया है ! खजुराहो लोकसभा से इंडी अलाइंस की प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त करना लोकतंत्र की हत्या है इसके लिए भी सिर्फ बीजेपी ही जिम्मेदार और पूरी तरह से जवाबदेह है। पटवारी ने आगे लिखा- आश्चर्य का विषय है कि हस्ताक्षर नहीं थे, तो फिर जांच अधिकारी ने फॉर्म कैसे ले लिया? जो कैमरे के सामने चंडीगढ़ मेयर चुनाव में जीत को हार बता सकती है, उसके लिए नामांकन फॉर्म में “खेल” करना बाएं हाथ का खेल है। ईमानदार/पारदर्शी चुनाव व्यवस्था से भाजपा का भरोसा उठ गया है, इसीलिए देश लोकतंत्र और संविधान की अवमानना का सबसे गंभीर दौर देख रहा है। खजुराहो का घटनाक्रम इसी तानाशाही का हिस्सा है। इससे पहले कि भारत में प्रजातंत्र की मौलिक परिभाषा ही बदल जाए, इस घटना की त्वरित और परिणामदायक उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी ही चाहिए। पर्चा निरस्त करने का ‘लोकतांत्रिक-अपराध’ करने वाले तत्काल दंडित भी होना चाहिए।
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खजुराहो सीट से इंडिया गठबंधन की सपा प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त करना सरेआम लोकतंत्र की हत्या है। कहा जा रहा है कि हस्ताक्षर नहीं थे तो फिर देखनेवाले अधिकारी ने फार्म लिया ही क्यों। ये सब बहाने हैं और हार चुकी भाजपा की हताशा। जो न्यायालय के कैमरे के सामने छल कर सकते हैं…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 5, 2024
अखिलेश यादव का ट्वीट
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में लिखा है- खजुराहो सीट से इंडिया गठबंधन की सपा प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त करना सरेआम लोकतंत्र की हत्या है। कहा जा रहा है कि हस्ताक्षर नहीं थे तो फिर देखनेवाले अधिकारी ने फार्म लिया ही क्यों। ये सब बहाने हैं और हार चुकी भाजपा की हताशा। जो न्यायालय के कैमरे के सामने छल कर सकते हैं वो फार्म मिलने के बाद पीठ पीछे क्या-क्या साज़िश रचते होंगे। भाजपा बात में ही नहीं काम में भी झूठी है और समस्त प्रशासनिक तंत्र को भ्रष्ट बनाने की दोषी भी। इस घटना की भी न्यायिक जांच हो, किसी का पर्चा निरस्त करना लोकतांत्रिक अपराध है।
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