Lok sabha election 2024 – कांग्रेस में फिर होगी बड़ी टूट! 5 विधायकों के टच में बीजेपी, छिंदवाड़ा में सबसे बड़ी सेंधमारी | Lok sabha election 2024 – Deepak Saxena Chhindwara Congress MLA BJP | News 4 Social h3>
कमलनाथ के करीबी 5 विधायकों से संपर्क
अहम बात यह है कि छिंदवाड़ा में BJP इतने पर ही नहीं रुक रही है। अब सबसे बड़ी सेंधमारी की खबर है जिसके लिए कमलनाथ के करीबी 5 विधायकों से संपर्क साधा गया है।
बीजेपी ने प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर जीत का लक्ष्य बनाया है। पिछली बार भी बीजेपी 28 सीटों पर जीती थी लेकिन छिंदवाड़ा में कमलनाथ अपने पुत्र नकुलनाथ को सांसद बनाने में सफल रहे थे। इस बार भाजपा हर हाल में कमलनाथ और कांग्रेस का यह गढ़ भेदना चाहती है। इसके लिए बड़े पैमाने पर कांग्रेसियों को तोड़कर भाजपा में लाया जा रहा है।
हजारों कार्यकर्ताओं के साथ कई बड़े नेता कांगेस छोड़कर भाजपा में आ चुके हैं। शुक्रवार को दीपक सक्सेना ने भी अंतत: कमलनाथ का साथ छोड़ दिया। अब बीजेपी की नजर छिंदवाड़ा के कांग्रेसी विधायकों पर है। 29 मार्च को अमरवाड़ा के विधायक कमलेश शाह इस्तीफा देकर बीजेपी में आ चुके हैं। शेष 6 विधायकों में से एक खुद कमलनाथ को छोड़कर बाकी बचे पांचों विधायकों पर बीजेपी खूब डोरे डाल रही है। बताया जा रहा है कि इनमें से तीन विधायक बीजेपी में आने का मन भी बना चुके हैं।
छिंदवाड़ा लोकसभा में कुल सात विधानसभा सीटें हैं, सभी पर कांग्रेस का कब्जा था। अमरवाड़ा के विधायक कमलेश शाह के इस्तीफे के बाद छिंदवाड़ा से खुद कमलनाथ के अलावा जुन्नारदेव से सुनील उइके, पांढुर्णा से नीलेश उइके, सौंसर से विजय चौरे, परासिया से सोहन वाल्मिकी, चौरई से चौधरी सुजीत मेरसिंह विधायक हैं।
कमलनाथ को छोड़कर बीजेपी अन्य सभी कांग्रेसी विधायकों के टच में है।बताया जा रहा है कि जुन्नारदेव विधायक सुनील उइके, पांढुर्णा विधायक नीलेश उइके और सौंसर विधायक विजय चौरे से बीजेपी के वरिष्ठ नेता बातचीत भी कर चुके हैं। कांग्रेस के सभी विधायक सार्वजनिक रूप से यह बात स्वीकार भी कर चुके हैं कि उन्हें बीजेपी में शामिल कराने की कोशिश की जा रही है। हालांकि पांचों विधायकों ने मीडिया के समक्ष किसी भी हाल में कांग्रेस छोड़ने से इंकार किया है लेकिन अंदरखाने की हकीकत कुछ और ही है। बताते हैं कि बीजेपी कांग्रेस विधायकों को तोड़ने में कामयाब हो गई है और छिंदवाड़ा में अब तक की सबसे बड़ी सेंधमारी की खबर कभी भी सामने आ सकती है।
क्या कह रहे हैं विधायक
जुन्नारदेव विधायक सुनील उइके, कमलेश शाह के बेहद करीबी रहे हैं और उनके बीजेपी में जाने के संबंध में मैसेज तक वायरल हो चुके हैं। उइके यह मान भी चुके हैं कि बीजेपी वाले उन्हें लाने की भरपूर कोशिश कर रहे हेैं पर उनका यह भी कहना है मैं टूटनेवालों में से नहीं हूं। इधर परासिया विधायक सोहन वाल्मिकी कहते हैं कि वे किसी भी हाल में कांग्रेस नहीं छोड़ेंगे। पांढुर्णा के विधायक नीलेश उइके कहते हैं कि मुझे बीजेपी का आफर आ चुका है पर मैं कमलनाथ का साथ नहीं छोडू्ंगा। सौंसर विधायक विजय चौरे को उनके भाजपाई भाई के माध्यम से संपर्क किया जा चुका है लेकिन वे कहते हैं कि
मेरा बीजेपी में जाने का बिल्कुल मन नहीं है, मैं कांग्रेस में ही रहूंगा। चौरई विधायक सुजीत मेरसिंह तो बीजेपी में जाने की बात पर ही गुस्सा जताने लगते हैं, वे कहते हैं कि मैं नकुलनाथ की जीत के लिए जान भी लगा सकता हूं।
क्या कर रहे हैं कमलनाथ
विधायकों को बीजेपी में जाने से रोकने के लिए कमलनाथ भी सक्रिय हैं। वे
सभी विधायकों से लगातार संपर्क कर रहे हैं। उन्हें विश्वास दिलाकर अभी तक साथ रखने में कामयाब रहे हैं। कमलनाथ विधायकों के साथ ही इलाके में वोटर्स के समक्ष भी भावुक अपील कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें—Lok sabha election 2024 – जबलपुर में पीएम मोदी को खतरा, सुरक्षा एजेंसियों के अलर्ट के बाद बदला कार्यक्रम
मध्यप्रदेश की और खबर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे – Madhya Pradesh News
कमलनाथ के करीबी 5 विधायकों से संपर्क
अहम बात यह है कि छिंदवाड़ा में BJP इतने पर ही नहीं रुक रही है। अब सबसे बड़ी सेंधमारी की खबर है जिसके लिए कमलनाथ के करीबी 5 विधायकों से संपर्क साधा गया है।
बीजेपी ने प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर जीत का लक्ष्य बनाया है। पिछली बार भी बीजेपी 28 सीटों पर जीती थी लेकिन छिंदवाड़ा में कमलनाथ अपने पुत्र नकुलनाथ को सांसद बनाने में सफल रहे थे। इस बार भाजपा हर हाल में कमलनाथ और कांग्रेस का यह गढ़ भेदना चाहती है। इसके लिए बड़े पैमाने पर कांग्रेसियों को तोड़कर भाजपा में लाया जा रहा है।
हजारों कार्यकर्ताओं के साथ कई बड़े नेता कांगेस छोड़कर भाजपा में आ चुके हैं। शुक्रवार को दीपक सक्सेना ने भी अंतत: कमलनाथ का साथ छोड़ दिया। अब बीजेपी की नजर छिंदवाड़ा के कांग्रेसी विधायकों पर है। 29 मार्च को अमरवाड़ा के विधायक कमलेश शाह इस्तीफा देकर बीजेपी में आ चुके हैं। शेष 6 विधायकों में से एक खुद कमलनाथ को छोड़कर बाकी बचे पांचों विधायकों पर बीजेपी खूब डोरे डाल रही है। बताया जा रहा है कि इनमें से तीन विधायक बीजेपी में आने का मन भी बना चुके हैं।
छिंदवाड़ा लोकसभा में कुल सात विधानसभा सीटें हैं, सभी पर कांग्रेस का कब्जा था। अमरवाड़ा के विधायक कमलेश शाह के इस्तीफे के बाद छिंदवाड़ा से खुद कमलनाथ के अलावा जुन्नारदेव से सुनील उइके, पांढुर्णा से नीलेश उइके, सौंसर से विजय चौरे, परासिया से सोहन वाल्मिकी, चौरई से चौधरी सुजीत मेरसिंह विधायक हैं।
कमलनाथ को छोड़कर बीजेपी अन्य सभी कांग्रेसी विधायकों के टच में है।बताया जा रहा है कि जुन्नारदेव विधायक सुनील उइके, पांढुर्णा विधायक नीलेश उइके और सौंसर विधायक विजय चौरे से बीजेपी के वरिष्ठ नेता बातचीत भी कर चुके हैं। कांग्रेस के सभी विधायक सार्वजनिक रूप से यह बात स्वीकार भी कर चुके हैं कि उन्हें बीजेपी में शामिल कराने की कोशिश की जा रही है। हालांकि पांचों विधायकों ने मीडिया के समक्ष किसी भी हाल में कांग्रेस छोड़ने से इंकार किया है लेकिन अंदरखाने की हकीकत कुछ और ही है। बताते हैं कि बीजेपी कांग्रेस विधायकों को तोड़ने में कामयाब हो गई है और छिंदवाड़ा में अब तक की सबसे बड़ी सेंधमारी की खबर कभी भी सामने आ सकती है।
क्या कह रहे हैं विधायक
जुन्नारदेव विधायक सुनील उइके, कमलेश शाह के बेहद करीबी रहे हैं और उनके बीजेपी में जाने के संबंध में मैसेज तक वायरल हो चुके हैं। उइके यह मान भी चुके हैं कि बीजेपी वाले उन्हें लाने की भरपूर कोशिश कर रहे हेैं पर उनका यह भी कहना है मैं टूटनेवालों में से नहीं हूं। इधर परासिया विधायक सोहन वाल्मिकी कहते हैं कि वे किसी भी हाल में कांग्रेस नहीं छोड़ेंगे। पांढुर्णा के विधायक नीलेश उइके कहते हैं कि मुझे बीजेपी का आफर आ चुका है पर मैं कमलनाथ का साथ नहीं छोडू्ंगा। सौंसर विधायक विजय चौरे को उनके भाजपाई भाई के माध्यम से संपर्क किया जा चुका है लेकिन वे कहते हैं कि
मेरा बीजेपी में जाने का बिल्कुल मन नहीं है, मैं कांग्रेस में ही रहूंगा। चौरई विधायक सुजीत मेरसिंह तो बीजेपी में जाने की बात पर ही गुस्सा जताने लगते हैं, वे कहते हैं कि मैं नकुलनाथ की जीत के लिए जान भी लगा सकता हूं।
क्या कर रहे हैं कमलनाथ
विधायकों को बीजेपी में जाने से रोकने के लिए कमलनाथ भी सक्रिय हैं। वे
सभी विधायकों से लगातार संपर्क कर रहे हैं। उन्हें विश्वास दिलाकर अभी तक साथ रखने में कामयाब रहे हैं। कमलनाथ विधायकों के साथ ही इलाके में वोटर्स के समक्ष भी भावुक अपील कर रहे हैं।