Lay off news: मंदी का कहर! दुनिया की मोस्ट वैल्यूएबल कंपनी एपल ने निकाले 100 वर्कर, नई भर्तियों पर भी लगाई रोक

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Lay off news: मंदी का कहर! दुनिया की मोस्ट वैल्यूएबल कंपनी एपल ने निकाले 100 वर्कर, नई भर्तियों पर भी लगाई रोक

Lay off news: मंदी का कहर! दुनिया की मोस्ट वैल्यूएबल कंपनी एपल ने निकाले 100 वर्कर, नई भर्तियों पर भी लगाई रोक

नई दिल्ली: दुनिया में मंदी (recession) की आहट सुनाई देने लगी है। इसके साथ ही दुनिया की कई बड़ी कंपनियों ने कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी है। इन लिस्ट में ताजा नाम दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी एपल (Apple) का जुड़ गया है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका की इस दिग्गज टेक कंपनी ने पिछले एक हफ्ते में करीब 100 कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स को निकाल दिया है। साथ ही कंपनी ने नई भर्तियों की रफ्तार को भी कम कर दिया है। कंपनी का कहना है कि उसने खर्च में कटौती करने के लिए यह कदम उठाया है। अमेरिका में लगातार दो तिमाहियों में जीडीपी में गिरावट आई है। तकनीकी रूप से इसे मंदी कहा जाता है।

एपल ने निकाले गए वर्कर्स से कहा है कि कंपनी को अपने मौजूदा बिजनस में बदलाव करने की जरूरत है और इसी कारण उन्हें निकाला जा रहा है। कंपनी के सीईओ टिम कुक ने निवेशकों के साथ कॉन्फ्रेंस कॉल में कहा था कि खर्च में कटौती की जाएगी। एपल का मुख्यालय कैलिफोर्निया प्रांत के Cupertino में है और कंपनी में 150000 से अधिक कर्मचारी हैं। कंपनी अमूमन छंटनी से दूर रहती है। लेकिन हाल के महीनों में फेसबुक की पेरेंट कंपनी Meta Platforms, टेस्ला, माइक्रोसॉफ्ट, ऐमजॉन और ओरेकल ने कर्मचारियों की छंटनी की है।

Lay off news: मंदी की आहट, दुनिया की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी ने शुरू की छंटनी
किस-किस कंपनी ने की छंटनी
पिछले महीने कई टेक कंपनियों ने अपने कर्मचारियों की संख्या में कटौती की है। Crunchbase की एक रिपोर्ट के मुताबिक इन कंपनियों ने पिछले महीने 32,000 कर्मचारियों की छुट्टी की। इन कंपनियों में ट्विटर (Twitter), टिकटॉक (TikTok), शॉपिफाई (Shopify), नेटफ्लिक्स (Netflix) और कॉइनबेस (Coinbase) शामिल हैं। रेवेन्यू के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी वॉलमार्ट (Walmart) ने हाल में अपने 200 कर्मचारियों को निकाला था। इसी तरह चीन की दिग्गज टेक कंपनी अलीबाबा (Alibaba) ने बड़ी संख्या में अपने कर्मचारियों की छंटनी की है।

भारत में भी स्टार्टअप कंपनियां साल के पहले छह महीने में करीब 12,000 कर्मचारियों को निकाल चुकी हैं। साल खत्म होते-होते यह संख्या 60 हजार के पार पहुंच सकती हैं। ओला (Ola), ब्लिंकिट (Blinkit), बायजूस (Byju’s), अनएकेडमी (Unacademy), वेदांतू (Vedantu), कार्स24 (Cars24), मोबाइल प्रीमियर लीग (Mobile Premier League), लीडो लर्निंग (Lido Learning), एमफाइन (Mfine), ट्रेल (Trell), फारआई (farEye), फरलैंको (Furlanco) और कई दूसरी कंपनियां इस साल अब तक हजारों कर्मचारियों की छंटनी कर चुकी हैं। एडटेक और ई-कॉमर्स कंपनियां आगे भी हजारों कर्मचारियों को निकालने की तैयारी कर रही हैं।

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