अपने महावत की जान बचाने के लिये दीवार बन गई ‘लक्ष्मी’

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रामनगर: अपने महावत की जान बचाने के लिये एक हथिनी दूसरी हथिनी के बीच दीवार बनकर खड़ी हो गई। दो हथनियो के बीच हुये झगड़े में एक हथिनी ने दूसरी हथिनी के महावत को कुचलने को प्रयास किया था। हथनियो के इस झगड़े में दोनो ही हथनियो के महावत घायल हो गये, जिनका संयुक्त चिकित्सालय में उपचार चल रहा है। बताते चलें कि उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय के आदेश पर कार्बेट नेशनल पार्क के आस-पास बने रिसोर्ट द्वारा पाले जा रहे पालतू हाथियो से सैलानियो को सफारी करवाने हाथियो को वन विभाग के रामनगर वन प्रभाग ने अपने कब्जे मेें ले लिया था। इन दस हथनियो को विभाग ने कार्बेट नेशनल पार्क की बिजरानी रेंज आमडंडा बीट में रखा था।

रानी व लक्ष्मी दोनो हथनियां आपस में ही लड़ने लगी

रिसोर्ट के कब्जे से छुड़ाई गई इन हथनियो की देख-रेख के लिये विभाग ने दो चारा कटर अनिल कुमार पुत्र रामपाल व शकील अहमद पुत्र शफीक निवासी जिला बिजनौर उप्र को संविदा पर रखा था। मंगलवार को दोनो महावत इन्फिनिटी रिसोर्ट से छुड़ाई गई हथिनी रानी व लक्ष्मी को नहलाने के लिये कोसी नदी में ले जा रहे थे। इसी बीच रानी व लक्ष्मी दोनो हथनियां आपस में ही लड़ने लगी। हथनियो की इस लड़ाई में एक महावत शकील अहमद नीचे गिरकर जख्मी हो गया। जबकि अनिल ने दोनो हथनियो के बीच बीच-बचाव का प्रयास किया तो रानी हथिनी अनिल को मारने की नियत से उसके पीछे दौड़ पड़ी। रानी द्वारा अनिल पर हमला करने की नियत से उसके पीछे भागी रानी को रोकने के लिये लक्ष्मी हथिनी रानी व अनिल के बीच दीवार बनकर खड़ी हो गई। रानी के हमले में लक्ष्मी के पैर में चोट लगने से वह घायल हो गई।

Laxmi became the wall to save the life of his Mahavit 1 news4social -
25 आरएमआर 01 की प्रिंट लाइन चिकित्सालय में महावतो से घटना की बाबत जानकारी लेते डीएफओ

दोनो महावतो को तत्काल संयुक्त चिकित्सालय पहुंचाया गया

हथनियो की इस लड़ाई में जख्मी हुये दोनो महावतो को तत्काल संयुक्त चिकित्सालय पहुंचाया गया जहां पर विभाग के प्रभागीय वनाधिकारी वीके सिंह ने चिकित्सालय पहुंचकर दोनो घायल महावतो का हाल-चाल जानते हुये घटना की बाबत तफ्सील से जानकारी ली। दूसरी ओर रानी के हमले में घायल हुई लक्ष्मी हथिनी का उपचार पशु चिकित्सक द्वारा कराया जा रहा है। रानी हथिनी के बारे में बताया जा रहा है कि इन्फिनिटी रिसोर्ट से छुड़ाई गई हथिनी रानी इससे पूर्व भी अपने झगड़ालू स्वभाव के कारण जानी जाती है। कई बार वह सैलानियों को गन्ना मारकर चोटिल भी कर चुकी है।