LAW की पढ़ाई से वंचित रह जाएंगे मप्र के सैकड़ों छात्र, BCI से संबद्धता ने अटकाए एडमिशन | No admission in BA LLB due to non-affiliation of Bar Council of India | Patrika News
सतनाPublished: Jul 22, 2023 03:14:52 am
विधि काॅलेज में इस शिक्षण सत्र में भी नहीं मिल पाया छात्रों को प्रवेश, दूसरे काॅलेजों में भटक रहे, सितंबर में बीसीआइ के निरीक्षण की संभावना, अगले सत्र से मिल सकता है प्रवेश
No admission in BA LLB due to non-affiliation of Bar Council of India
रीवा। हायर सेकंडरी की परीक्षा पास कर सीधे बीए एलएलबी में प्रवेश की इच्छा रखने वाले छात्रों को इस वर्ष भी झटका लगा है। शहर के शासकीय विधि महाविद्यालय में इस वर्ष भी बीए एलएलबी में प्रवेश नहीं हो पाया है। इसकी वजह यह है कि काॅलेज को बार काउंसिल आफ इंडिया की ओर से पाठ्यक्रम संचालित करने की संबद्धता नहीं मिल पाई है। बीए एलएलबी के प्रति छात्रों के बढ़ते रुझान के बीच लगातार काॅलेज में संपर्क करने के लिए छात्र पहुंच रहे हैं। इसके पहले भी प्रयास किया गया था लेकिन संबद्धता नहीं मिल पाई है। अब एक बार फिर से काॅलेज प्रबंधन तैयारियों में जुटा है। माना जा रहा कि बार काॅउंसिल आफ इंडिया की टीम संबद्धता देने से पहले काॅलेज का निरीक्षण करेगी और यहां पर संसाधनों का परीक्षण होगा। इसके बाद ही निर्णय हो पाएगा।
सतनाPublished: Jul 22, 2023 03:14:52 am
विधि काॅलेज में इस शिक्षण सत्र में भी नहीं मिल पाया छात्रों को प्रवेश, दूसरे काॅलेजों में भटक रहे, सितंबर में बीसीआइ के निरीक्षण की संभावना, अगले सत्र से मिल सकता है प्रवेश
No admission in BA LLB due to non-affiliation of Bar Council of India
रीवा। हायर सेकंडरी की परीक्षा पास कर सीधे बीए एलएलबी में प्रवेश की इच्छा रखने वाले छात्रों को इस वर्ष भी झटका लगा है। शहर के शासकीय विधि महाविद्यालय में इस वर्ष भी बीए एलएलबी में प्रवेश नहीं हो पाया है। इसकी वजह यह है कि काॅलेज को बार काउंसिल आफ इंडिया की ओर से पाठ्यक्रम संचालित करने की संबद्धता नहीं मिल पाई है। बीए एलएलबी के प्रति छात्रों के बढ़ते रुझान के बीच लगातार काॅलेज में संपर्क करने के लिए छात्र पहुंच रहे हैं। इसके पहले भी प्रयास किया गया था लेकिन संबद्धता नहीं मिल पाई है। अब एक बार फिर से काॅलेज प्रबंधन तैयारियों में जुटा है। माना जा रहा कि बार काॅउंसिल आफ इंडिया की टीम संबद्धता देने से पहले काॅलेज का निरीक्षण करेगी और यहां पर संसाधनों का परीक्षण होगा। इसके बाद ही निर्णय हो पाएगा।