लालू यादव को मिली कुछ ऐसी नसीहतें ।

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आरोपों से घिरे बिहार के राजनेता और राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को सबकी अलग-अलग नसीहतें मिल रही है । इन्ही नसीहतों के चलते जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव को महागठबंधन नहीं तोड़ने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि बिहार के लिए महागठबंधन बहुत जरूरी है । यह महागठबंधन राष्ट्रीय स्तर पर भी बनना चाहिए तभी भाजपा के खिलाफ हम लड़ाई लड़ पायंगे।

शरद यादव का यह ब्यान जदयू के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार से मुलाकात के दूसरे दिन रविवार को आया है। शनिवार को नीतीश कुमार ने दिल्ली में उनसे मुलाक़ात की । दोनों नेताओं के बीच करीब एक घंटे तक बातचीत हुई।
समझा जाता है कि इस बातचीत के दौरान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर सीबीआई की कार्यवाई के कारण महागठबंधन में मचे उठापटक पर विस्तार से चर्चा हुई है। शरद यादव ने कहा कि बिहार कि जनता ने महागठबंधन को वोट दिया है। यह गठबंधन किसी भी स्थिति में टूटना नहीं चाहिए। महागठबंधन टूटने से भाजपा को ही फायदा होगा।

बताते चले कि इससे पूर्व 10 जुलाई को भी शरद यादव ने तेजस्वी यादव के पक्ष में ब्यान दिया था। उन्होंने तब अपने ब्यान में सीबीआई की कार्यवाई को साजिश बताया था। शरद यादव का महागठबंधन नहीं तोड़ने संबंधी ब्यान उस समय आया है जब जदयू के प्रवक्ताओं की ओर से लगातार राजद पर हमला बोला जा रहा है ओर तेजस्वी यादव से स्पष्टीकरण माँगा जा रहा है।

सुशील कुमार मोदी ने भी दी नसीहत

भाजपा विधानमंडल दल के नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आरोपों से मुक्त होने तक बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को उपमुख्यमंत्री और विधानसभा सदस्य्ता से इस्तीफा देने की नसीहत दी है। सुशील ने कहा कि गरीबो का पैसा लूटने वालों को जवाब तो देना ही होगा। उम्होंने कहा जिस तरह लालकृष्ण आडवाणी और शरद यादव ने भ्रष्टाचार का आरोप लगने पर संसद की सदस्य्ता से इस्तीफा दे दिया था, उसी तरह तेजस्वी भी इस्तीफा दे।