नई दिल्ली: त्रिवेणी संगम की नगरी प्रयागराज में कुंभ महापर्व में भक्तों का जत्था लगाना शुरू हो गया है. प्रयागराज में कई तीर्थस्थल और दर्शनीय स्थल हैं.
बता दें कि अगर आप भी बनने जा रहे है कुंभ मेले का हिस्सा तो यहां के इन प्राचीन मंदिर और ऐतिहासिक स्मारक जरुर जाएं. प्रयागराज में कुछ जगह ऐसी है, जहां एक बार जाएंगे तो उस जगह से मंत्रमुग्ध हो जाएंगे.
संकटमोचन हनुमान मंदिर:-
दारागंज मोहल्ले में गंगा जी के किनारे संकटमोचन हनुमान जी का एक मंदिर है. कहा जाता है कि संत समर्थ गुरु रामदास जी ने यहां भगवान हनुमान जी की मूर्ति को स्थापित किया था. ये ही नहीं शिव-पार्वती, दुर्गा, गणेश, भैरव, काली एवं नवग्रह की मूर्तियां भी मंदिर परिसर में स्थापित है. इस मंदिर के पास श्री राम जानकी मंदिर और हरित माधव मंदिर भी है.
मनकामेश्वर मंदिर:-
ये मंदिर पश्चिम यमुना तट पर मिन्टो पार्क के निकट स्थित है. यहां पर काले पत्थर की भगवान शिव का एक लिंग और गणेश और नदी की मूर्तियां है. यहां पर हनुमान जी की एक बड़ी मूर्ति है और मंदिर के पास ही एक प्राचीन पीपल का पेड़ है. कहते है कि इस मंदिर में मांगी गई हर एक मुराद पूरी होती है.
शंकर विमान मण्डपम:-
शंकर विमान मण्डपम मंदिर दक्षिण भारतीय शैली में बना हुआ है. यह मंदिर चार स्तम्भों पर निर्मिंत है. जिसमें कुमारिल भट्ट, जगतगुरु आदि शंकराचार्य, कामाक्षी देवी, तिरुपति बाला जी और योगशास्त्र, सहस्त्रयोग लिंग स्थापित है.
भारद्वाज आश्रम:-
बता दें कि अगर आप प्रयागराज में मुनि भारद्वाज के समय यह एक बहुत प्रसिद्ध शिक्षा केंद्र था. बताया जा रहा है कि भगवान राम अपने वनवास पर चित्रकूट जाते वक्त सीता जी और लक्ष्मण जी के साथ इस स्थान पर आए थे. वर्तमान में वहां भारद्वाजेश्वर महादेव मुनि भारद्वाज, तीर्थराज प्रयाग और देवी काली आदि के मंदिर हैं.