विराट कोहली ने ठुकराई सॉफ्ट ड्रिंक कंपनी की करोड़ों की डील

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टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने सॉफ्ट ड्रिंक कंपनी की करोड़ों रुपये की डील का अॉफर ठुकरा दिया है। द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक विराट कोहली खुद कोई सॉफ्ट ड्रिंक नहीं पीते, इसलिए उन्होंने सॉफ्ट ड्रिंक कंपनी के साथ डील करने से इनकार कर दिया। विराट ने कहा कि वह उसी चीज का प्रचार करते हैं, जिसे वह खुद इस्तेमाल करते हैं। विराट के सख्त ट्रेनिंग सिस्टम में सॉफ्ट ड्रिंक्स के लिए कोई जगह नहीं है। वह खुद को फिट रखने के लिए बहुत कड़ी ट्रेनिंग करते हैं। यहां तक कि उनके लिए पानी भी फ्रांस से आता है। विराट बिल्कुल जंक फूड नहीं खाते। भारतीय कप्तान ने एक रिपोर्टर को बताया था कि वह अपने किसी साथी खिलाड़ी से एेसी चीज की मांग नहीं करते, जिसे वह पहले न कर सकें। उन्होंने कहा, मैं पहले खुद को समझाता हूं कि मैं यह कर सकता हूं। इसके बाद ही साथी खिलाड़ियों से उसे करने को कहता हूं।

करीब 2 दशक पहले पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी और मुख्य राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने भी एेसा ही फैसला लेकर एक शानदार अॉफर ठुकरा दिया था। उन्होंने कहा, मैं योगा, ध्यान और एक सख्त डाइट फॉलो करता हूं और मैंने सॉफ्ट ड्रिंक्स न पीने की कसम खाई थी। जब मैंने साल 2001 में अॉल इंग्लैंड खिताब जीता था, तब मुझे यह अॉफर मिला था। गोपीचंद ने कहा, चूंकि मैं कोई सॉफ्ट ड्रिंक्स नहीं पीता था, इसलिए मोटी रकम के एवज में मैंने औरों को इसके लिए बढ़ावा न देने का फैसला किया।

हालांकि उन्होंने यह भी माना कि बचपन में उन्हें सॉफ्ट ड्रिंक्स का इंतजार रहता था, लेकिन प्रोफेशनल खिलाड़ियों के लिए यह किसी काम की नहीं है। उन्होंने कहा, मेरी अकैडमी में आपको कैंटीन में सॉफ्ट ड्रिंक्स नहीं मिलेंगी। साइना नेहवाल, पीवी सिंधु और पी.कश्यप जैसे अपने शिष्यों को उन्होंने क्या कहा है? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि मैंने उन्हें सॉफ्ट ड्रिंक्स का प्रचार करने से नहीं रोका है। यह उनकी चॉइस है। लेकिन मैंने उन्हें सॉफ्ट ड्रिंक्स न पीने को कहा है। दिलचस्प बात है कि देश में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने और नए खिलाड़ियों को पहचान-सम्मान दिलाने के मकसद से भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और पुलेला गोपीचंद ने हाथ मिलाया था।