Kirti Kol: पिता की मौत के बाद कीर्ति कोल ने राजनीति में रखा कदम, पहले भी सपा से लड़ चुकी हैं विधानसभा चुनाव

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Kirti Kol: पिता की मौत के बाद कीर्ति कोल ने राजनीति में रखा कदम, पहले भी सपा से लड़ चुकी हैं विधानसभा चुनाव

Kirti Kol: पिता की मौत के बाद कीर्ति कोल ने राजनीति में रखा कदम, पहले भी सपा से लड़ चुकी हैं विधानसभा चुनाव

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 2 सीटों पर उपचुनाव की घोषणा हो चुकी है। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने दोनों उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। वहीं, मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) ने भी रविवार को अपने एक प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी है। सपा ने पूर्व विधायक की बेटी कीर्ति कोल को उम्मीदवार बनाया है। सपा ने इस बारे में अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर जानकारी दी है।

सपा ने ट्वीट कर दी जानकारी
सपा की ओर से किए गए ट्वीट के जरिये बताया गया कि आगामी उत्तर प्रदेश विधानपरिषद उपचुनाव में कीर्ति कोल सपा की अधिकृत उम्मीदवार होंगी। कीर्ति मिर्जापुर की छानवे विधानसभा से सपा की प्रत्याशी रह चुकीं हैं और आदिवासी समाज का प्रतिनिधित्व करती हैं। कोल 1 अगस्त को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी।

पिता की सियासी विरासत संभाल रही हैं कीर्ति
विधान परिषद उपचुनाव के लिए सपा प्रत्याशी बनाई गईं कीर्ति कोल पूर्व सांसद और विधायक रहे भाईलाल कोल की बेटी हैं। भाई लाल कोल के निधन के बाद से कीर्ति कोल ही अपने पिता की राजनीतिक विरासत को संभाल रही हैं। जानकारी के मुताबिक, विगत वर्ष हुए पंचायत चुनाव में कीर्ति कोल जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुई थीं, जिसके बाद सपा ने उन्हें पार्टी का पदाधिकारी बना दिया था। सपा नेता कीर्ति कोल ने कानपुर विश्वविद्यालय से एमए और बीएड की पढ़ाई की है और वो लालगंज ब्लाक के पचोखर गांव की निवासी हैं।

सपा प्रत्याशी रही हैं कीर्ति कोल
हाल ही में सम्पन्न हुए 2022 विधानसभा चुनाव में मिर्जापुर की छानवे विधानसभा सीट से सपा ने कीर्ति कोल को चुनावी मैदान में उतारा था, लेकिन उन्हें बीजेपी की सहयोगी दल अपना दल एस के प्रत्याशी से हार मिली थी। सपा ने एक बार फिर कीर्ति कोल पर भरोसा जताया है। उन्हें एमएलसी उपचुनाव में अपना उम्मीदवार बना दिया है। वहीं, बीजेपी ने शनिवार को दोनों सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा करते हुए धर्मेंद्र सिंह सैंथवार और निर्मला पासवान को चुनाव मैदान में उतारा है।

11 अगस्त को होगा उपचुनाव
सपा वरिष्ठ नेता रहे अहमद हसन का 20 फरवरी 2022 को निधन हो गया था, जिसके बाद विधान परिषद की सीट खाली हुई थी। सपा नेता अहमद हसन का एमएलसी कार्यकाल 30 जनवरी 2027 को पूरा होना था। वहीं, बीजेपी नेता ठाकुर जयवीर सिंह ने 24 मार्च को विधान परिषद के सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया था। उनका 5 मई 2024 तक का कार्यकाल था। वहीं, रिक्त हुई विधान परिषद सीटों के लिए 1 अगस्त 2022 को नामांकन की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। 2 अगस्त को नामांकन पत्रों की जांच, 4 तारीख को नाम वापसी की तिथि निर्धारित की गई है। 11 अगस्त सुबह 9 बजे से 4 तक मतदान संपन्न होगा। साथ ही उसी दिन शाम 5 बजे से मतगणना प्रारम्भ होगी। 16 अगस्त से पूर्व निर्वाचन प्रक्रिया को संपन्न करा लिया जाएगा।
इनपुट- अभय सिंह

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