Khushi Dubey : रिहाई के बाद तीसरी आंख की नजर में रहेगी खुशी दुबे, रातों रात पुलिस ने क्यों लगवाए CCTV कैमरे

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Khushi Dubey : रिहाई के बाद तीसरी आंख की नजर में रहेगी खुशी दुबे, रातों रात पुलिस ने क्यों लगवाए CCTV कैमरे

Khushi Dubey : रिहाई के बाद तीसरी आंख की नजर में रहेगी खुशी दुबे, रातों रात पुलिस ने क्यों लगवाए CCTV कैमरे


कानपुर देहात: बिकरू कांड की आरोपी खुशी दुबे (Khushi Dubey News) की निगरानी के लिए रतनपुर पनकी कानपुर स्थित उसके घर के बाहर पुलिस ने रातोंरात सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए हैं। वह शनिवार की रात जेल से रिहा होकर घर पहुंची थी। रविवार सुबह वह घर से बाहर निकली तो सीसीटीवी लगे देख हैरान हो हो गई। एसीसीपी ने सुरक्षा की दृष्टि से कैमरे लगवाने की बात कही है वहीं खुशी के वकील ने कहा कि पुलिस ने रात में कैमरे लगवा कर निगरानी करना चाह रही है।

बिकरू कांड में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या करने वाले विकास दुबे से ज्यादा सुर्खियों में खुशी दुबे रही। दरअसल विकास के भतीजे अमर दुबे के साथ बिकरू कांड से दो दिन पहले ही खुशी की शादी हुई थी। आठ जुलाई 2020 को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर हत्या, साजिश, विस्फोटक अधिनियम जैसे गंभीर आरोपों में जेल भेजा था। सुप्रीम कोर्ट ने उसकी जमानत मंजूर की थी। 30 महीने बाद जेल से रिहा होकर शनिवार रात अपने वकील की कार से वह घर पहुंची।

रविवार सुबह वह घर से बाहर निकली तो बिजली के पोल पर दो सीसीटीवी लगे थे। ये कैमरे उसके घर को फोकस करके लगाए गए थे। ये देख खुशी हैरान हो गई। उसने इसकी जानकारी अपने वकील शिवाकांत दीक्षित को दी। शिवाकांत ने कहा कि अगर सुरक्षा की दृष्टि से कैमरे लगवाए गए हैं तो ये अच्छी बात है लेकिन पुलिस को ये काम रात में करने की क्या जरूरत थी। ये सुबह दिन में भी लगवाए जा सकते थे। खुशी के जेल से आने से पहले भी कैमरे लगवाए जा सकते थे। रात में कैमरे लगवाने पर अधिवक्ता ने पुलिस पर सवाल उठाए।

खुशी दुबे का चर्चित मामला है इसलिए उनकी सुरक्षा के नजरिए से पुलिस ने कैमरे लगाए हैं. बाकी और कोई बात नहीं है.

एसीपी पनकी निशंक शर्मा

रिहाई परवाना जारी होते ही जेल गेट पर बढ़ाई गई थी चौकसी

माती स्थित एडीजे 13 पाक्सो एक्ट शैलेंद्र वर्मा की कोर्ट से रिहाई परवाना जारी होते ही पुलिस ने जेल गेट पर चौकसी बढ़ा दी थी। वहां बड़े पैमाने पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। वहीं जेल के मुख्य रास्ते पुलिस लाइन गेट पर मीडिया कर्मियों को भी रोकने की कोशिश की गई थी। पुलिस चाहती थी कि मीडिया उससे बात न कर सके। हालाकि मीडिया कर्मियों के विरोध पर पुलिस उन्हें रोक नहीं पाई।

सप्ताह के पहले दिन थाने में देनी होगी हाजिरी

सुप्रीम कोर्ट ने खुशी को इस शर्त के साथ जमानत दी है कि उसे प्रत्येक सप्ताह के पहले दिन यानि सोमवार को चौबेपुर थाने में हाजिरी देनी होगी। बता दें कि खुशी दुबे इस घटना के बाद खूब सुर्खियों में रहीं। सपा, बसपा, आम आदमी पार्टी, व कांग्रेस ने कई बार खुशी के नाबालिग होने का मुद्दा उठाया। साथ ही घटना से दो दिन पहले शादी होने के बावजूद उसे गंभीर धाराओं में मुल्जिम बनाकर जेल भेजने पर सरकार व पुलिस को घेरने की कोशिश होती रही। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने खुशी की बहन नेहा को कल्यानपुर विधानसभा से टिकट देकर चुनाव भी लड़ाया था। कयास लगाए जा रहे हैं कि खुशी भी राजनीति में कदम रख सकती है फिलहाल वह इस पर कुछ बोल नहीं रही है। वह आगे पढ़ाई करने की बात कह रहीं हैं।
इनपुट-गौरव राठौर

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