देश में जहाँ हिन्दू-मुस्लिम को लेकर बवाल मचा हुआ हैं वहीं केरल में हिन्दू-मुस्लिम सदभावना की बहुत अच्छी मिसाल पेश की गयी है। आइये जानते हैं क्या है पूरा मामला-
केरल के कयामकुलम में एक मस्जिद में रविवार को एक हिंदू विवाह समारोह आयोजित किया गया। चेरवली मुस्लिम जमात मस्जिद की समिति ने उस दुल्हन की माँ की ओर मदद का हाथ बढ़ाने का फैसला किया जो शादी के लिए पैसे नहीं जुटा पा रही थी।
मस्जिद समिति के सचिव नजूमन अलुमुटिल ने कहा, “आज यह दुनिया के लिए एक उदाहरण है। एक हिंदू जोड़े ने मस्जिद के परिसर में शादी की। लगभग 1400 साल पहले मुहम्मद नबी ने मस्जिद के दरवाजे ईसाई और जुडाह के लिए खोल दिए थे।”
इस ऐतिहासिक शादी के लिए मस्जिद को पूरी तरह से तैयार किया गया था। इसके बाद दूल्हा अंजू और दूल्हा सारथ ने फूलों की माला और फेरे लेकर एक दूसरे को जन्म भर साथ देने की प्रतिज्ञा की।
शादी की रस्मों के बाद मस्जिद परिसर में एक शाकाहारी भोजन भी परोसा गया। शादी समारोह के तुरंत बाद मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने नवविवाहित जोड़े को बधाई देने के लिए फेसबुक पर एक पोस्ट करके कहा कि ‘केरल एक है’
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विजयन के फेसबुक पोस्ट पर मैसेज में लिखा गया है, “इसके लिए काम करने वाले सभी लोगों को, परिवार के सदस्यों और चर्च कमेटी को शुभकामनाएं। केरल एक है; हम जोर से कह सकते हैं कि हम बड़े दिलवाले हैं।
रस्मों के अनुसार एक हिंदू पुजारी ने विवाह कार्यक्रम संम्पन्न करवाया। इस शादी में हिन्दू-मुस्लिम दोनों समुदायों के मेहमानों ने एक पारंपरिक पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलित किया।