Karauli Baba: कानपुर पुलिस भी निकली करौली सरकार की भक्त, कैसे होगी निष्पक्ष जांच, उठा सवाल?
जब इसकी जानकारी डीसीपी को हुई, तो उन्होने विवेचक को जमकर फटकार लगाई। इसके बाद विवेचक देर रात आश्रम पहुंचे थे। विवेचक ने बाबा से घटना के संबंध में बातचीत की, तो उसने घटना को नकार दिया। जबकि डॉक्टर की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।
बिधनू थाना क्षेत्र स्थित करौली गांव में बाबा का लवकुश आश्रम है। करौली सरकार के आश्रम में दूर-दराज से लोग आर्शीवाद लेने के लिए आते हैं। नोएडा, गौतमबुद्ध नगर में रहने वाले डॉ सिद्धार्थ चौधरी पिता वीएस चौधरी, मां रेनू, पत्नी प्रियंका के साथ बीते 22 फरवरी 2023 को करौली सरकार के दरबार में पहुंचे थे। सिद्धार्थ चौधरी 2600 की पर्ची कटवाकर बाबा के सामने पेश हुए थे। डॉक्टर पर बाबा का चमत्कार विफल हो गया, इस पर बाबा भड़क गए थे। बाबा ने अपने गुर्गों से डॉक्टर की जमकर पिटाई कराई थी। जिसमें डॉक्टर के नाक की हड्डी टूट गई थी, और पर फूट गया था।
अधिकारियों को दी गलत जानकारी
डॉक्टर सिद्धार्थ चौधरी के साथ मारपीट की विवेचना कुरियां चौकी इंचार्ज अरविंद सिंह को सौंपी गई है। बुधवार को अरविंद सिंह अपने हमराही के साथ आश्रम पहुंचे थे, लेकिन वो बाबा तक नहीं पहुंच सके थे। विवेचक खानापूर्ति कर वापस लौट आए थे। अधिकारियों को गलत जानकारी दी गई कि बाबा समेत कई लोगों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। इसके साथ ही सीसीटीवी फुटेज को भी कब्जे में लिया जा चुका है।
डीसीपी ने लगाई फटकार
जब इस मामले की जानकारी डीसीपी सलमान ताज पाटिल को हुई। उन्होने विवेचक को जमकर फटकार लगाई, और दोबारा आश्रम भेजकर बाबा के बयान दर्ज करने के आदेश दिए। विवेचक देररात आश्रम पहुंचे, और बाबा के बयान दर्ज किए, इसके बाद डीसीपी को रिपोर्ट की। जानकारी के मुताबिक पुलिस को अभी आश्रम के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज नहीं मिल पाए हैं। सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में लेने के लिए पुलिस गुरूवार को भी आश्रम जा सकती है।
बाबा की भक्त है स्थानीय पुलिस
बिधून थाना परिसर में हनुमान जी का मंदिर है। बीते 28 जनवरी को थाने में सुंदरकांड के पाठ का आयोजन किया गया था। जिसमें करौली सरकार बाबा भी थाने पहुंचे थे। बाबा के थाने पहुंचते ही, पुलिस कर्मियों ने एक-एक कर उनके चरणों का आर्शीवाद लिया था। उस दौरान कुछ फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे।
पुलिस विभाग में पैठ
पुलिस विभाग के कई अधिकारी, दारोगा, इंस्पेक्टर और सिपाही बाबा के भक्त हैं। कानपुर में तैनात कई दारोगा और इंस्पेक्टर बाबा के आश्रम में पहुंच कर उनका आर्शीवाद लेने के लिए जाते हैं। इसके साथ ही कानपुर के बाहर तैनात कई अधिकारी और पुलिस कर्मी भी उनका आर्शीवाद लेने के लिए आते हैं। पुलिस विभाग में बाबा के जबरदस्त पैठ है, जिसके बल पर बाबा किसी को कुछ भी नहीं समझता है। जिसको चाहता है, पिटवाता है और पुलिस के बल पर उसका मुंह बंद करा देता है। लेकिन डॉक्टर ने हिम्मत दिखाते हुए बाबा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।