Kanwar Yatra: जय जय शिव शंकर कांटा लगेगा और कंकड़… शुरू होने वाला है कांवड़ का मेला, सड़कों में गड्ढों की भरमार

10
Kanwar Yatra: जय जय शिव शंकर कांटा लगेगा और कंकड़… शुरू होने वाला है कांवड़ का मेला, सड़कों में गड्ढों की भरमार

Kanwar Yatra: जय जय शिव शंकर कांटा लगेगा और कंकड़… शुरू होने वाला है कांवड़ का मेला, सड़कों में गड्ढों की भरमार

गाजियाबादः सावन के साथ ही कांवड़ मेला (Kawad Mela) शुरू हो जाएगा। इसके लिए गाजियाबाद जिले के अधिकारियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं, लेकिन ये सब तैयारियां अब तक कागजों में ही चल रही हैं। इस बात का अंदाजा यहीं से लगाया जा सकता है कि शहर से गुजरने वाले सभी कांवड़ रूट की सड़कें जगह-जगह से टूटी हुई हैं। सड़कों में कई जगह इतने गहरे गड्ढे हैं कि वाहन चलाना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में कहा जा सकता है कि इस बार शिव भक्तों को रास्तों में कांटे भी लगेंगे और कंकर भी। इतना ही नहीं कांवड़ लेकर श्रद्धालुओं को किस-किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता।कई लाख कांवडिए आएंगे
ज़िला प्रशासन का अनुमान है कि इस बार गाज़ियाबाद में आठ से दस लाख कांवड़िए आ सकते है। पिछले वर्ष करीब सात से आठ लाख के आसपास कांवड़िए गंगाजल लेकर गाज़ियाबाद के विभिन्न शिव मंदिरों में आए थे। इस बार इसमें ईजाफा होने के आसार हैं। एक अनुमान है कि पिछले वर्ष गाज़ियाबाद होकर दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान आदि दूसरे राज्यों के लिए करीब पंद्रह लाख के आसपास श्रद्धालु गज़ियाबाद से होकर गए थे। इस बार इसमें दस से पंद्रह प्रतिशत का ईजाफा होने की संभावना है। हाल ही में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कांवड़ मेले की तैयारी को लेकर जो बैठक ली थी उसमें भी इस तरह की संभावना व्यक्त की गई थी।

कागजों में गड्ढामुक्त हो रहीं सड़कें
हरिद्वार और ऋषिकेश आदि से श्रद्धालु पवित्र गंगाजल लेकर आते हैं। कई सौ किलोमीटर की पैदल यात्रा कर काफी श्रद्धालु गाज़ियाबाद या गाज़ियाबाद होकर दूसरे राज्यों में जाते है। इसी को देखते हुए ही शहर की सड़कों को गड्ढामुक्त करने पर जोर दिया गया है। मगर शहर की सड़कें कागजों में ही गड्ढामुक्त हो रही हैं। ज़मीनी तौर पर सड़कें जगह-जगह टूटी हुई हैं। इन सड़कों के टूटे होने के कारण काफी परेशानी हो रही है।

जगह-जगह हैं सड़कों में गड्ढे
शहर में कांवडिये केवल मेरठ मार्ग से ही एंट्री करते हैं। सबसे पहले मेरठ रोड की बात करते है। यहां गुलधर के सामने ही मेरठ रोड बुरी तरह से टूटी है। ऐसा ही हाल आगे दुहाई गांव तक मेरठ रोड का जगह जगह हो चुका है। राजनगर एक्स्टेंशन के पास भी सड़क में गड्ढों की भरमार है। आगे कांवड़िये गाज़ियाबाद में आंबेडकर रोड से दुधेश्वर नाथ मठ मंदिर जाते हैं।

मेरठ रोड सिहानी चुंगी से लेकर पुराना बस अड्डा तक लोहिया नगर के सामने कई जगह आंबेडकर रोड टूटी हुई है। हापुड़ रोड नवयुग मार्केट के सामने कई जगह क्षतिग्रस्त है। इसी तरह से काफी लोग गोशला रोड होकर कांवड़िये विजयनगर होते हुए नोएडा की ओर जाते हैं। यहां विजयनगर में भी मुख्य सड़क कई जगह से टूटी हुई है।

एक-दूसरे पर डाल रहे जिम्मेदारी
ऐसा नहीं है कि अधिकारी अपनी जिम्मेदारी समझ रहे है। कई ऐसे भी अधिकारी हैं जो दूसरे विभागों पर सड़कों को गड्ढामुक्त करने की जिम्मेदारी डाल रहे है। कहीं नगर निगम पीडब्ल्यूडी की गलती निकाल रहा है तो कहीं पीडब्ल्यूडी कहता है कि सड़कों को गड्ढामुक्त करने का कार्य नगर निगम को करना चाहिए। इस तरह से दो विभागों के बीच तनातनी के कारण भी सड़कें गड्ढामुक्त नहीं हो पा रही हैं।

चीफ इंजीनियर एन के सिंह ने बताया कि नगर निगम ने काफी जगह सड़कों को गड्ढामुक्त कर दिया। पीडब्ल्यूडी को कई जगह सड़कें गड्ढामुक्त करनी हैं। वह अभी कार्य नहीं कर रहा है। बाकी सड़कों को निगम जल्द ठीक करेगा।

सिहानी निवासी राकेश शुक्ला ने बताया कि कांवड़ मेला शुरू होने वाला है। अभी भी कई जगह सड़कें टूटी होने से शहर का बुरा हाल है। अब तो सरकारी विभागों को इसके प्रति संजीदगी दिखानी चाहिए।

पटेल नगर निवासी सौरव त्यागी कांवड़ मेले के लिए सभी विभागों को सबसे पहले सड़कों को गड्ढामुक्त करना चाहिए। यह कार्य प्राथमिकता पर नहीं हुआ तो श्रद्धालुओं को काफी परेशानी होगी।

उत्तर प्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Uttar Pradesh News