Kanpur Violence: बुलडोजर चला तो सिर पर कफन बांध कर मैदान में निकल आएंगे, कानपुर हिंसा पर हाजी अब्दुल कुद्दूस का बयान

229

Kanpur Violence: बुलडोजर चला तो सिर पर कफन बांध कर मैदान में निकल आएंगे, कानपुर हिंसा पर हाजी अब्दुल कुद्दूस का बयान

सुमित शर्मा, कानपुर: कानपुर हिंसा में ताबड़तोड़ पत्थरबाजों की गिरफ्तारियां हो रही हैं। पुलिस लगभग 50 उपद्रवियों की गिरफ्तारियां कर चुकी है। इस बीच हाजी अब्दुल कुद्दूस का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि यदि बुलडोजर चलाने जैसे कदम उठाए गए, तो सिर पर कफन बांध लोग मैदान में निकल आएंगे। अब ज्यादा दिन हम इंतजार नहीं कर पाएंगे। सब्र की इंतिहा हो गई है। यदि यही होना है, तो हो जाए। हम कानून को तोड़ते नहीं हैं। हमने मरने का हक है, फिर हमें मारो हम सिर पर कफन बांध कर निकल आएंगे। हमें रहने नहीं देना, हमारे बच्चों को पकड़ना, उनके साथ ज्यादती करना, घर तोड़ देना, ठीक है, हम मरने के लिए तैयार हैं। तोड़िए आप जितने मकान तोड़ना है।

कानपुर में हुई संप्रदायिक हिंसा की मॉनटरिंग खुद मुख्यमंत्री कर रहे हैं। शहर में शांति व्यवस्था स्थापित करने के लिए कई आईपीएस अधिकारियों की टीमें कार्य कर रही हैं। वहीं मुस्लिम धर्म गुरूओं का आरोप है कि पुलिस सिर्फ एक पक्ष पर कार्यवाई कर रही है। इसकी वजह से पूरे समुदाय में अंसतोष की स्थिति है। वहीं पुलिस दूसरे पक्ष पर कार्रवाई नहीं की जा रही है।

पत्थर आए तो उसका जवाब भी मिला
हाजी अब्दुल कुद्दूस ने कहा कि यह बात सही है कि 90 से 95 फीसदी मुस्लमानों की गिरफ्तारियां हो रही हैं। चार से पांच फीसदी दूसरे पक्ष की गिरफ्तारियां हो रही हैं। यदि एपीसोड को देखा जाए तो ऐसा नहीं है कि सिर्फ मुस्लिम ही इसमें मुजरिम है। मुस्लिम ने गलती की है, उसे जुलूस नहीं निकालना चाहिए था। लेकिन पत्थर तो ऊपर से आए हैं। इसके वीडियो भी मौजूद हैं, अब पत्थर आएं हैं तो उन्हे जवाब भी मिला है। इसमें गलतियां बराबर से हुईं हैं।

बेगुनाहों की हो रही गिरफ्तारियां
पुलिस को अरेस्टिंग भी बराबर से करनी चाहिए। इस प्रकरण को लेकर पूरे शहर में लोगों के अंदर बेचैनी है। परिवार के लोग रोत हुए आ रहे हैं। महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग हमारे पास आकर मदद की गुहार लगा रहे हैं। बच्चों को चलते-चलते उठाकर कर ले जा रहे हैं। इसमें बेगुनाहों की गिरफ्तारियां ज्यादा हो रही हैं। यह इतना बड़ा मसला नहीं था, जो इतनी गिरफ्तारियां की जा रही हैं।

एनआरसी बड़ा मामला नहीं
एनआसी का मामला इससे बड़ा था, जिसमें सैकड़ो गिरफ्तारियां हुई थीं, हम लोगों ने छुड़वा दिया। सभी छूट भी गए, और सिर्फ 10 से 15 लोग रह गए थे। यह पूरी तरह से ज्यादती है, इसके खिलाफ हम लोगों को अवाज उठानी पड़ेगी। मंगलवार को हमारा प्रतिनिधी मंडल कमिश्नर से मिलेगा। ताकि गिरफ्तारियों को रोका जाए।

उत्तर प्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Uttar Pradesh News