जियो ने लगाया सांठगांठ का आरोप।

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जियो ने लगाया सांठगांठ का आरोप।
जियो ने लगाया सांठगांठ का आरोप।

अपने मुफ्त और सस्ते ऑफरों से मार्किट में धूम मचाने वाली मुकेश अंबानी की रिलायंस जिओ ने दूरसंचार उद्योग में मुनाफे की स्थिति को ठीक बताते हुए अन्य मोबाइल ऑपरेटरों पर सयुंक्त होने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि बाकी दूरसंचार कंपनियां मिल कर काम कर रही है। दूरसंचार उद्योग की हालत की जांच के लिए सरकार की ओर से गठित अंतर मंत्रालय समिति के समक्ष पक्ष रखते हुए जिओ ने कहा उद्योग में केवल छोटे सेल्युलर ऑपेरटरही वित्तीय दबाव में है। उनकी इस हालत के लिए एयरटेल, वोडाफोन ओर आईडिया जैसे बड़े ऑपरेटरों का व्यवहार जिम्मेदार है।

जिओ के अनुसार वोडाफोन, एयरटेल और आईडिया ये तीन कंपनियां सांठगांठ करके काम कर रही है। तीनों ही छोटे ऑपरेटरों की समस्याओं को अपना बनाकर सरकार से राहत पाना चाहती है। जिओ ने इस मामले में उद्योग के संगठन सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन कि भूमिका पर भी सवाल उठाया है। उद्योग की मौजूदा वित्तीय हालत के लिए सीओएआइ की जिम्मेदार ठहराते हुए जिओ ने उस पर साल दर साल प्रतिस्पर्धारोधी तरिके अपनाने का आरोप लगाया है।

सीओआइ और तीनों मोबाइल ऑपेरटर जिओ के सात महीने चले मुफ्त कॉल व डेटा ऑफर को दूरसंचार की खराब स्थिति के लिए जिम्मेदार बता रहे है। जिओ का कहना है कि मौजूदा टेलीकॉम ऑपेरटर टेक्नोलॉजी में निवेश नहीं कर रहे है। इसके बजाय वे नए ऑपरेटरों पर दोषारोपण कर रहे है। पहले से अपनी साख जमाये जिन ऑपरेटरों ने नई कंपनियों को रोकने कि कोशिश की, वे अब दूसरों पर दोष डाल कर सरकार से मदद चाहते है। ये तीन कंपनियां काफी लम्बे समय से दूरसंचार के क्षेत्र में कार्यरत रही है।

आप को बता दें बाकी टेलीकॉम कंपनियों ने स्पेक्ट्रम की कीमत अदा करने के लिए सरकार से बीस सालों का समय माँगा है, वहीं सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाली स्वयं जिओ ने भी विलंब से भुगतान के लिए समय माँगा है।