JDU vs BJP: अग्निपथ बवाल पर बीजेपी और जेडीयू आमने-सामने, उपेंद्र कुशवाहा बोले- संजय जायसवाल को अब सीरियस नहीं लेते

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JDU vs BJP: अग्निपथ बवाल पर बीजेपी और जेडीयू आमने-सामने, उपेंद्र कुशवाहा बोले- संजय जायसवाल को अब सीरियस नहीं लेते

बिहार में केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ हो रहे हिंसक प्रदर्शनों ने सत्ताधारी जेडीयू और बीजेपी के बीच दूरियां बढ़ा दी हैं। बात इतनी बढ़ गई है कि दोनों पार्टियों के नेता आमने-सामने हो गए हैं। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष संजय जायसवाल ने आरोप लगाया कि युवा प्रदर्शनकारी बीजेपी दफ्तरों और पार्टी के नेताओं को निशाना बना रहे हैं और नीतीश कुमार का प्रशासन चुपचाप खड़े होकर तमाशा देख रहा है। इसके जवाब में जेडीयू प्रदेशाध्यक्ष ललन सिंह ने यह तक कह दिया कि संजय जायसवाल अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। वहीं, जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जायसवाल के सवालों का कोई मतलब नहीं है, उनके बयानों को हम सीरियस नहीं लेते हैं।

कुशवाहा ने कहा कि परिवार में अगर कोई ज्यादा बोलने लगता है तो ऐसे लोगों को तरजीह नहीं दी जाती है। संजय जायसवाल कोई पहली बार नहीं बोल रहे हैं। उनके बयानों का कोई मतलब नहीं हैय़ अब हम उन्हें नोटिस नहीं लेते हैं। 

हमलावरों से पूछें, बीजेपी को क्यों टारगेट किया : ललन सिंह

वहीं, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने जायसवाल पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है। नीतीश कुमार सरकार चलाने में सक्षम हैं। वे पुलिस-प्रशासन पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। उन्हें प्रशासन से नहीं बल्कि प्रदर्शनकारियों से पूछना चाहिए कि वे बीजेपी को टारगेट क्यों कर रहे हैं। जिस अग्निपथ योजना को लेकर बवाल हो रहा है उस बारे में जायसवाल लोगों को समझाएं, जेडीयू को शिक्षा न दें। केंद्र सरकार ने यह फैसला जेडीयू से पूछकर नहीं लिया था।

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बीजेपी नेताओं को मिली वाई श्रेणी की सुरक्षा, जेडीयू ने कसा तंज

केंद्र सरकार ने बिहार में बीजेपी नेताओं पर हो रहे हमलों के मद्देनजर 10 बड़े नेताओं को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी है। इनमें प्रदेशाध्यक्ष संजय जायसवाल, डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद एवं रेणु देवी, दरभंगा सांसद गोपालजी ठाकुर, अररिया सांसद प्रदीप सिंह समेत अन्य नेता शामिल हैं। ये नेता 24 घंटे सीआरपीएफ जवानों की सुरक्षा के घेरे में रहेंगे।

दूसरी ओर बीजेपी की सहयोगी पार्टी जेडीयू ने इस मुद्दे पर तंज कसा है। जेडीयू के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने शनिवार को कहा कि बीजेपी नेताओं को सुरक्षा की जरूरत क्यों पड़ गई, ये वो ही बता सकते हैं। राज्य सरकार ने मानकों के मुताबिक सभी को सुरक्षा दे रखी है। अभी सबसे बड़ी सुरक्षा का मसला युवाओं का भविष्य है। युवाओं के भविष्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सार्थक पहल होनी चाहिए।

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