Jasprit Bumrah Injury: जसप्रीत बुमराह के वर्ल्ड कप में नहीं खेलने से होंगे ये बड़े नुकसान, चैंपियन बनने की उम्मीदों को बड़ा झटका
नई दिल्ली: भारतीय टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Japsrit Bumrah) टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) में नहीं खेल पाएंगे। अभी तक बीसीसीआई (BCCI) की तरफ से आधिकारिक घोषणा नहीं हुआ है लेकिन रिपोर्ट्स में ऐसा दावा किया जा रहा है। बुमराह इंग्लैंड दौरे पर जुलाई में चोटिल हुए थे। उनके पीठ में परेशानी थी। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज से टीम में वापसी की थी लेकिन पहला मैच नहीं खेले। उन्होंने दूसरे और तीसरे मैच में हिस्सा लिया था। फिर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले मैच में भी वह बाहर रहे।
टीम के लिए बढ़ी टेंशन
जसप्रीत बुमराह का नहीं खेलना भारतीय टीम के लिए बड़ा झटका है। टीम को एशिया कप में पाकिस्तान और फिर श्रीलंका से सुपर-4 में हार मिली थी। बुमराह का नहीं खेलना इसकी बड़ी वजह थी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वापसी करते हुए उन्होंने सटीक यॉर्कर मारकर आरोन फिंच को बोल्ड किया था। चोटिल होने से पहले उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे मुकाबले में 6 बल्लेबाजों को चलता किया था। हम आपको बताते हैं कि जसप्रीत बुमराह के टी20 वर्ल्ड कप में नहीं खेलने के क्या मायने और टीम को क्या नुकसान है?
डेथ ओवर में बढ़ेगी टेंशन: डेथ ओवर यानी टी20 में आखिरी के 4 ओवर। यहां गेंदबाजी करने सबसे मुश्किल होता है और बुमराह को इसमें महारथ हासिल है। वह लगातार यॉर्कर और धीमी गति की गेंद डालकर बल्लेबाजों को परेशान करते हैं और उन्हें बांधकर रखते हैं।
सुपर ओवर में क्या होगा: टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में भारत का मुकाबला दो बार सुपर ओवर में गया है। दोनों में बुमराह ने गेंदबाजी की और दोनों में टीम इंडिया को जीत मिली है। टी20 वर्ल्ड कप में ऐसा होता है तो टीम इंडिया की टेंशन बढ़ जाएगी।
कंडीशन पर निर्भर नहीं: जसप्रीत बुमराह ऐसे गेंदबाज हैं, जो कंडीशन की परवाह नहीं करते। पिच में स्विंग हो या न हो। बाउंस हो या न हो। वह किसी भी परिस्थिति में मारक साबित होते हैं। भारत के पास ऐसा कोई और गेंदबाज ही नहीं है।
बुमराह की गेंदबाजी के लिए ऑस्ट्रेलिया की पिचों: बुमराह वैसे तो परिस्थितियों पर निर्भर नहीं रहते लेकिन जब परिस्थितियां उनकी मदद करती हैं तो वह और खतरनाक हो जाते हैं। वहां उनके 6 टी20 में 8 विकेट हैं। बेस्ट प्रदर्शन 23 रन देकर 3 विकेट रहा है।
टीम के लिए बढ़ी टेंशन
डेथ ओवर में बढ़ेगी टेंशन: डेथ ओवर यानी टी20 में आखिरी के 4 ओवर। यहां गेंदबाजी करने सबसे मुश्किल होता है और बुमराह को इसमें महारथ हासिल है। वह लगातार यॉर्कर और धीमी गति की गेंद डालकर बल्लेबाजों को परेशान करते हैं और उन्हें बांधकर रखते हैं।
सुपर ओवर में क्या होगा: टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में भारत का मुकाबला दो बार सुपर ओवर में गया है। दोनों में बुमराह ने गेंदबाजी की और दोनों में टीम इंडिया को जीत मिली है। टी20 वर्ल्ड कप में ऐसा होता है तो टीम इंडिया की टेंशन बढ़ जाएगी।
कंडीशन पर निर्भर नहीं: जसप्रीत बुमराह ऐसे गेंदबाज हैं, जो कंडीशन की परवाह नहीं करते। पिच में स्विंग हो या न हो। बाउंस हो या न हो। वह किसी भी परिस्थिति में मारक साबित होते हैं। भारत के पास ऐसा कोई और गेंदबाज ही नहीं है।
बुमराह की गेंदबाजी के लिए ऑस्ट्रेलिया की पिचों: बुमराह वैसे तो परिस्थितियों पर निर्भर नहीं रहते लेकिन जब परिस्थितियां उनकी मदद करती हैं तो वह और खतरनाक हो जाते हैं। वहां उनके 6 टी20 में 8 विकेट हैं। बेस्ट प्रदर्शन 23 रन देकर 3 विकेट रहा है।