Jaipur में ACB का Action : बिजली विभाग में Transfer के नाम पर हो रहे खेल किया खुलासा , रंगे हाथों 4 घूसखोर गिरफ्तार

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Jaipur में ACB का Action : बिजली विभाग में Transfer के नाम पर हो रहे खेल किया खुलासा , रंगे हाथों 4 घूसखोर गिरफ्तार

Jaipur में ACB का Action : बिजली विभाग में Transfer के नाम पर हो रहे खेल किया खुलासा , रंगे हाथों 4 घूसखोर गिरफ्तार


जयपुर:राजस्थान एसीबी बिना किसी शिकायत के गोपनीय सूचनाओं के आधार पर भी कई बार बड़ी घूसखोरी के बड़े प्रकरणों का खुलासा करती है। हाल ही में एसीबी मुख्यालय को सूचना मिली कि बिजली विभाग में ट्रांसफर करने और नहीं करने के मामलों में रिश्वत का बड़ा खेल चल रहा है। लाखों रुपए की रिश्वत का लेन देन तो होता है लेकिन कोई शिकायत नहीं करता। गोपनीय सूचना के बाद एसीबी मुख्यालय ने तकनीकी आधार पर जांच शुरू की। मंगलवार 7 फरवरी को एसीबी मुख्यालय की स्पेशल विंग ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। एक अफसर का ट्रांसफर नहीं करने की एवज में 1 लाख 25 हजार रुपए की रिश्वत लेने और देने के आरोप में एसीबी ने तीन अफसरों और एक प्राइवेट व्यक्ति को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में दो एक्सईएन (अधिशासी अभियंता) और एक जेईएन (सहायक अभियंता) शामिल है।

ठेकेदार के मार्फत लिए थे 1 लाख 25 हजार रुपए

एसीबी के कार्यवाहक डीजी हेमन्त प्रियदर्शी ने बताया कि राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड में ट्रांसफर नहीं करने की एवज में रिश्वत लेने देने की गोपनीय सूचना प्राप्त हुई थी। इसके लिए स्पेशल विंग की ओर से विशेष नजर रखी गई। मंगलवार 7 फरवरी को भीलवाड़ा निवासी एक ठेकेदार बिजली विभाग के एक्सईएन (अधिशासी अभियंता) कुंज बिहारी गुप्ता के जयपुर के जगतपुरा स्थित निवास पर पहुंचा। उन्हें 1 लाख 25 हजार रुपए की रिश्वत दी। चूंकि एसीबी की टीम ने रिश्वत के लेन देन के पूरे तथ्य एकत्रित कर लिए थे। ऐसे में रिश्वत लेने वाले कुंज बिहारी गुप्ता और रिश्वत देने वाले ठेकेदार कल्प्वन व्यास को गिरफ्तार कर लिया।

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ट्रांसफर नहीं करने की एवज में दी गई थी रिश्वत

ट्रेप की अग्रीम कार्रवाई उदयपुर में की गई। दरअसल उदयपुर कार्यालय में की गई। उदयपुर में पदस्थ एक्सईएन (अधिशासी अभियंता) जीनन जैन हाल ही में पदोन्नत हुए थे। जैन नहीं चाहते थे कि प्रमोशन के बाद उनका कहीं अन्यत्र (दूसरी जगह) ट्रांसफर हो। ट्रांसफर रुकवाने के लिए जीनन जैन अलग अलग प्रयास करने लगे। इसी दौरान उदयपुर कार्यालय में तैनात जेईएन (सहायक अभियंता) विपिन कुमार चौहान के मार्फत भीलवाड़ा के ठेकेदार कल्प्वत व्यास से संपर्क हुआ। कल्प्वत व्यास ने जयपुर मुख्यालय में पदस्थ कुंज बिहारी गुप्ता से संपर्क किया। रिश्वत लेने और देने वालों के बीच डील हो चुकी थी। 7 फरवरी को ठेकेदार की ओर से रिश्वत की राशि देते समय एसीबी द्वारा जयपुर में कार्रवाई किए जाने के बाद उदयपुर में पदस्थ एक्सईएन जीनन जैन और जेईएन विपिन कुमार चौहान को भी गिरफ्तार कर लिया।

दलाल ने रख लिए 75 हजार रुपए

एसीबी को प्राप्त सूचना के मुताबिक ठेकेदार कल्प्वत व्यास ने जेईएन विपिन कुमार चौहान के मार्फत एक्सईएन जीनन जैन से बातचीत हुई थी। कल्प्वत कई अफसरों से रुपयों की वसूली और लेन देन के अन्य कार्य करता रहता है। उदयपुर में पदस्थ जीनन जैन से कल्प्वत व्यास दो लाख रुपए लेकर जयपुर आया था। कुंज बिहारी गुप्ता को कल्प्वत ने रिश्वत की राशि के रूप में 1 लाख 25 हजार रुपए ही दिए। ऐसे में संभवतया 75 हजार रुपए दलाली के रूप में कल्प्वत व्यास ने रख लिए। एसीबी की टीम तीनों अफसरों और आरोपी ठेकेदार के ठिकानों पर तलाशी ले रही है। (रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़, जयपुर)

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