Jabalpur जिला सरकार: कांग्रेस ने ठोंका दावा, भाजपा ने कहा बहुमत हमारे पास | Jabalpur Zila sarkar: Congress claimed, BJP said majority is with us | Patrika News
जिला पंचायत के सारणीकरण को लेकर सुबह से ही मॉडलहाई स्कूल परिसर में गहमागहमी थी। सम्भवित जीत वाले उम्मीदवारों के साथ ही दौड़ में शामिल उम्मीदवार भी यहां पहुंचे। सारणीकरण का काम पूरा होने के बाद स्थिति स्पष्ट हो गई। इस बार के परिणाम चौकाने वाले भी आए हैं।
जिला पंचायत के पिछले दो कार्यकाल को देखा जाए, तो यहां भाजपा का कब्जा रहा है। 2010 में भाजपा के भारत सिंह यादव व 2015 में भाजपा की ही मनोरमा पटेल अध्यक्ष चुनी गई थीं। 2022 के अभी तक के रुझान में भाजपा की राह कठिन लग रही है।
कांग्रेस का यह है दावा कांग्रेस का कहना है कि उसके नौ सदस्य सीधे निर्वाचित हो रहे हैं। सारणीकरण में ये आगेे हैं। आगे दिख रहे दो अन्य सदस्य भी कांग्रेस के ही हैं। जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष राधेश्याम चौबे का दावा है कि कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों की संख्या 11 है। वे अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए दावेदारी करेंगे।
भाजपा ने कहा बहुमत हमारे पास भाजपा ग्रामीण अध्यक्ष रानू तिवारी का कहना है कि कांग्रेस 11 सदस्य होने का दावा कर रही है। इनमें उन सदस्यों को भी जोड़ रही है, जो बहुत पहले ही कांग्रेस से अलग हो गए हैं। तिवारी का दावा है कि भाजपा के दस सदस्य हैं। अध्यक्ष चयन प्रक्रिया शुरू होने का इंतजार है। अब प्रक्रिया शुरू होगी, तो जिला पंचायत में बहुमत भाजपा का होगा। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष भी भाजपा के होंगे।
इनकी जीत तय, आधिकारिक घोषणा आज होगी क्षेत्र क्रमांक एक से मुन्नी बाई आदिवासी, दो से आशा मुकेश गोंटिया, तीन से रानू रामेश्वर साहू, चार से विवेक पटेल, पांचसे इंद्र कुमार पटेल, छह से निशा दिलीप पटेल, सात संतोष बरकड़े, आठ से एकता ठाकुर, नौ से सत्येन्द्र सिंह ठाकुर, 10 से मनोहर सिंह, 11 से रामकुमार सैय्याम, 12 से सुनीता दाहिया, 13 से विद्या सिंह, 14 से मोनू पुष्पराज बघेल, 15 से अंजली गोलू पांडे, 16 से प्रदीप पटेल, 17 से राजेश सिंह ठाकुर मासाब सारणीकरण में आगे हैं। इनकी जीत तय मानी जा रही है।
ऐसा है गणित आंकड़ों के हिसाब से कांग्रेस के पास नौ सदस्य हैं। कांग्रेस का कहना है कि ओबीसी महासभा के दो निर्वाचित सदस्यों का समर्थन उसे मिल जाएगा। इससे उसकी संख्या 11 हो जाएगी। कांग्रेस के पास जिला पंचायत अध्यक्ष के चार दावेदार हैं। इनमें एकता ठाकुर, रामकुमार सैय्याम, मुन्नी बाई आदिवासी व आशा मुकेश गोंटिया शामिल है। कांग्रेस इस हिसाब से अपनी दावेदारी कर गणित बिठा रही है। उधर, भाजपा के पास अध्यक्ष पद के लिए एक मात्र दावेदार संतोष बरकड़े हैं।
ये बड़े चेहरे बाहर जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में जो बड़े चेहरे बाहर हुए हैं उनमें कांग्रेस के पूर्व विधायक नन्हे लाल धुर्वे, उनकी बेटी दुर्गा धुर्वे, कांंग्रसे से विधानसभा का चुनाव लड़ चुकीं व पूर्व जिला पंचायत सदस्य जमना मरावी व खिलाड़ी सिंह आर्मो, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष, तीन बार की सदस्य व पनागर विधानसभा से कांग्रेस का चुनाव लड़ चुकीं विजय कांति पटेल को जनता ने इस बार नकार दिया है। इसके अलावा भाजपा से चर्चित चेहरों में विनय असाठी अपनी सीट नहीं बचा सके। इससे पहले इनकी पत्नी जिला पंचायत सदस्य थीं।
जिला पंचायत के सारणीकरण को लेकर सुबह से ही मॉडलहाई स्कूल परिसर में गहमागहमी थी। सम्भवित जीत वाले उम्मीदवारों के साथ ही दौड़ में शामिल उम्मीदवार भी यहां पहुंचे। सारणीकरण का काम पूरा होने के बाद स्थिति स्पष्ट हो गई। इस बार के परिणाम चौकाने वाले भी आए हैं।
जिला पंचायत के पिछले दो कार्यकाल को देखा जाए, तो यहां भाजपा का कब्जा रहा है। 2010 में भाजपा के भारत सिंह यादव व 2015 में भाजपा की ही मनोरमा पटेल अध्यक्ष चुनी गई थीं। 2022 के अभी तक के रुझान में भाजपा की राह कठिन लग रही है।
कांग्रेस का यह है दावा कांग्रेस का कहना है कि उसके नौ सदस्य सीधे निर्वाचित हो रहे हैं। सारणीकरण में ये आगेे हैं। आगे दिख रहे दो अन्य सदस्य भी कांग्रेस के ही हैं। जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष राधेश्याम चौबे का दावा है कि कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों की संख्या 11 है। वे अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए दावेदारी करेंगे।
भाजपा ने कहा बहुमत हमारे पास भाजपा ग्रामीण अध्यक्ष रानू तिवारी का कहना है कि कांग्रेस 11 सदस्य होने का दावा कर रही है। इनमें उन सदस्यों को भी जोड़ रही है, जो बहुत पहले ही कांग्रेस से अलग हो गए हैं। तिवारी का दावा है कि भाजपा के दस सदस्य हैं। अध्यक्ष चयन प्रक्रिया शुरू होने का इंतजार है। अब प्रक्रिया शुरू होगी, तो जिला पंचायत में बहुमत भाजपा का होगा। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष भी भाजपा के होंगे।
इनकी जीत तय, आधिकारिक घोषणा आज होगी क्षेत्र क्रमांक एक से मुन्नी बाई आदिवासी, दो से आशा मुकेश गोंटिया, तीन से रानू रामेश्वर साहू, चार से विवेक पटेल, पांचसे इंद्र कुमार पटेल, छह से निशा दिलीप पटेल, सात संतोष बरकड़े, आठ से एकता ठाकुर, नौ से सत्येन्द्र सिंह ठाकुर, 10 से मनोहर सिंह, 11 से रामकुमार सैय्याम, 12 से सुनीता दाहिया, 13 से विद्या सिंह, 14 से मोनू पुष्पराज बघेल, 15 से अंजली गोलू पांडे, 16 से प्रदीप पटेल, 17 से राजेश सिंह ठाकुर मासाब सारणीकरण में आगे हैं। इनकी जीत तय मानी जा रही है।
ऐसा है गणित आंकड़ों के हिसाब से कांग्रेस के पास नौ सदस्य हैं। कांग्रेस का कहना है कि ओबीसी महासभा के दो निर्वाचित सदस्यों का समर्थन उसे मिल जाएगा। इससे उसकी संख्या 11 हो जाएगी। कांग्रेस के पास जिला पंचायत अध्यक्ष के चार दावेदार हैं। इनमें एकता ठाकुर, रामकुमार सैय्याम, मुन्नी बाई आदिवासी व आशा मुकेश गोंटिया शामिल है। कांग्रेस इस हिसाब से अपनी दावेदारी कर गणित बिठा रही है। उधर, भाजपा के पास अध्यक्ष पद के लिए एक मात्र दावेदार संतोष बरकड़े हैं।
ये बड़े चेहरे बाहर जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में जो बड़े चेहरे बाहर हुए हैं उनमें कांग्रेस के पूर्व विधायक नन्हे लाल धुर्वे, उनकी बेटी दुर्गा धुर्वे, कांंग्रसे से विधानसभा का चुनाव लड़ चुकीं व पूर्व जिला पंचायत सदस्य जमना मरावी व खिलाड़ी सिंह आर्मो, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष, तीन बार की सदस्य व पनागर विधानसभा से कांग्रेस का चुनाव लड़ चुकीं विजय कांति पटेल को जनता ने इस बार नकार दिया है। इसके अलावा भाजपा से चर्चित चेहरों में विनय असाठी अपनी सीट नहीं बचा सके। इससे पहले इनकी पत्नी जिला पंचायत सदस्य थीं।