जाने क्यों आयकर विभाग ने मायावती के भाई के ख़िलाफ की कार्यवाही?

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आयकर विभाग ने नोएडा में 400 करोड़ रुपये से अधिक के ‘बेनामी’ प्लॉट का पता लगाया है। ऐसा बताया जा रहा है कि यह बेनामी सम्पति कथित तौर पर बसपा सुप्रीमो मायावती के भाई आनंद कुमार और उनकी पत्नी की है।

आनंद कुमार पिछले कुछ सालों से शेल कंपनियों के माध्यम से बेनामी संपत्तियों को हासिल करने के कारण आयकर विभाग के निशाने पर थे। बसपा प्रमुख के भाई बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग की कार्रवाई के बाद प्रवर्तन निदेशालय आनंद कुमार की संपत्ति की जांच कर सकता है। आयकर विभाग का दावा है कि आनंद कुमार की कुछ और बेनामी संपत्तियों की जानकारी उनके पास है, जिसे भविष्य में जब्त किया जा सकता है।

पिछले साल दिल्ली के एक व्यवसायी एस के जैन को भी बेनामी संपत्ति मामले में CBI द्वारा जांच की गई थी। जैन ने कथित रूप से बेनामी संपत्ति हासिल करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और आनंद कुमार की कथित रूप से मदद की थी।

Mayawati Brother 1 -

जैन को प्रवर्तन निदेशालय ने शेल कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई में गिरफ्तार किया था। जैन ने सैकड़ों करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति हासिल करने में आनंद कुमार की कथित तौर पर मदद दी थी। जानकारी के अनुसार आनंद कुमार और उनकी पत्नी अब तक 12 से अधिक कंपनियों के निदेशक हैं।

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जानकारी के अनुसार, सरदार पटेल मार्ग पर लगभग तीन हाई प्रोफ़ाइल संपत्तियों को कथित रूप से शेल कंपनियों के माध्यम से हासिल किया गया था, जो दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ, शेयर प्रीमियम और कुछ असुरक्षित ऋणों के माध्यम से जैन की मदद से मंगाई गई थीं। जैन और उनके भाई को मार्च 2017 में 8,000 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट से संबंधित जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।

आनंद कुमार का BSP में मायावती के बाद दूसरा स्थान है। उन्हें हाल ही में BSP उपाध्यक्ष के रूप में नामित किया गया था। इसके अलावा उनके बेटे आकाश आनंद को BSP के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर के रूप में नामित किया गया था।