क्या आपकी कॉल भी तो रिकॉर्ड नहीं हो रही , भारत में कई ऐसे मामले आ रहे है जहां फ्रॉड के केसेस दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे है। भारत सहित ज्यादातर देशों में बिना इजाजत कॉल रिकॉर्ड करना लीगल नहीं है।
टेलीकॉम कंपनियों के सहारे कॉल रिकॉर्ड करती हैं और इस तरीके से पता नहीं चलता है कि कॉल रिकॉर्ड की जा रही है. लेकिन इसके अलावा कॉल रिकॉर्डिंग को समझने के लिए कुछ चीजें ध्यान में रख सकते हैं।
फोन ओवरहीटिंगय एक आम समस्या है, लेकिन ये समस्या अगर बार बार हो रही है , तो इसका मतलब है की कॉल रिकॉर्डिंग इस तरह से भी की जाती है. फोन में इस तरह का सॉफ्टवेयर इंस्टॉल होता है जो कॉल रिकॉर्डिंग कहीं और भेजता है और लगातार कॉल रिकॉर्ड और सेंड करने की वजह से ओवर हीटिंग की समस्या होती है।
थंब रूल ये है कि अगर कोई कॉल आती है या कहीं कॉल करते हैं और कुछ सेकंड्स या मिनट के बाद बीप की आवाज सुनाई दे तो समझ लें कि कोई कॉल रिकॉर्ड की जा रही है। अगर डेटा यूज नहीं करते हैं फिर भी डेटा जल्दी खत्म हो रहा है तो सावधान हो जाएं।
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कभी- कभी डेटा यूजेज भी चेक करते रहना चाहिए इससे ये पता चलेगा कि डेटा गया कहां कई बार कॉल रिकॉर्डिंग वाले सॉफ्टवेयर ज्यादा डेटा की खपत करते हैं, क्योंकि रिकॉर्डिंग फाइल को रिमोट सर्वर पर सेंड किया जाता है.