IPL 2024: आखिरी साल होगा या…रिकी पोटिंग से छिनेगा DC के हेड कोच का पद? वॉटसन इशारों-इशारों में यह क्या कह गए

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IPL 2024: आखिरी साल होगा या…रिकी पोटिंग से छिनेगा DC के हेड कोच का पद? वॉटसन इशारों-इशारों में यह क्या कह गए


IPL 2024: आखिरी साल होगा या…रिकी पोटिंग से छिनेगा DC के हेड कोच का पद? वॉटसन इशारों-इशारों में यह क्या कह गए

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दिल्ली कैपिटल्स (डीसी) ने आईपीएल 2024 में अब तक चार मैचों में से एक जीता है। डीसी को उम्मीदों को मुताबिक शुरुआत नहीं मिल सकी। दिल्ली ने एकमात्र जीत चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ हासिल की। ऋषभ पंत की वापसी के बाद भी टीम कोई खास छाप नहीं छोड़ पा रही। दिल्ली के खिलाफ हाल ही में कोलकाता नाइटर राइडर्स ने 272 रन बनाए, जो आईपीएल इतिहास का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। डीसी के हेड कोच रिकी पोंटिंग की भी आलोचना हो रही है। पोंटिंग 2018 से इस पद पर हैं। उनके रहते डीसी ने 2020 में फाइनल खेला लेकिन खिताब से चूक गई। फ्रेंचाइजी पिछले दो सीजन में प्लेऑफ में भी जगह नहीं बना पाई।

डीसी पिछले साल नौवें स्थान पर रही थी, जिसके बाद पोंटिंग को कोच पद से हटाने की चर्चा होने लगी थी। हालांकि, फ्रेंचाइजी ने पोंटिंग पर भरोसा कायम रखा। अगर वर्ल्ड कप विजेता कप्तान पोंटिंग की कोचिंग में डीसी मौजूदा सीजन में भी कमाल नहीं दिखा सकी तो उनका पद छिना सकता है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर शेन वॉटसन ने भी इशारों-इशारों में इसकी संभावना जताई। उन्होंने कहा कि अगर टीम खराब प्रदर्शन करती है तो सबसे पहले गाज कोच पर गिरती है। 42 वर्षीय वॉटसन दिल्ली कैपिटल्स के असिस्टेंट कोच रह चुके हैं। वह पोंटिंग की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया के लिए काफी समय तक खेले।

जीयो सिनेमा के आईपीएल एक्सपर्ट वॉटसन से जब पूछा गया कि क्या आपको लगता है कि अगर पोंटिंग बेहतर परिणाम देने में विफल रहे तो डीसी कोच के रूप में यह उनका आखिरी सीजन होगा? वॉटसन ने जवाब में कहा, ”देखिए, डीसी में पोंटिंग के लिए पिछले कुछ साल चुनौतीपूर्ण रहे हैं। मैं निश्चित रूप से नहीं कह सकता कि यह उनका आखिरी साल होगा लेकिन एक बात जो मैं कोचिंग के नजरिए से जानता हूं वो यह कि अगर आपकी टीम कुछ वर्ष अच्छा प्रदर्शन नहीं करती है तो आमतौर पर हेड कोच पर सबसे पहले गाज गिरती है।” हालांकि, वॉटसन ने उम्मीत जताई की डीसी कमबैक करने में सफल होगी।

उन्होंने कहा, ”पोंटिंग को डीसी के साथ अपने कार्यकाल की शुरुआत में बहुत सफलता मिली है और पिछले कुछ वर्षों में अधिक चुनौतीपूर्ण समय रहा है। लेकिन अभी तो ये टूर्नामेंट की शुरुआत ही है। डीसी ने सीएसके के खिलाफ अच्छा खेला। डीसी के लिए सबसे बड़ी चुनौती इस पूरे टूर्नामेंट में इसे लगातार दोहराने की है। और ऐसा कोई कारण नहीं है कि वे ऐसा नहीं कर सकते।” उन्होंने आगे कहा, ”मैंने पहले भी कहा कि एक हेड कोच के रूप में सबसे बड़ी चुनौती यह है कि अगर आपकी टीम नहीं जीत रही है तो आप पहले शख्स होते हैं जिसकी ओर माइक्रोस्कोप जाता है। और वह इस बात को अच्छी तरह जानते हैं। इसलिए, मुझे मालूम है कि वह डीसी खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।”



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