Indore News : स्वच्छता सर्वेक्षण-2023…इंदौर की मैदान में उतरने की पूरी तैयारी | Cleanliness Survey-2023…Indore Is Fully Prepared To Enter The Field | Patrika News
केंद्र सरकार द्वारा जारी सर्वेक्षण टूल किट में जनवरी-2023 में होने सर्वेक्षण के लिए 2000 अंक बढ़ा दिए गए हैं। वर्ष-2022 में 7500 अंक का सर्वेक्षण हुआ था। देश के 4355 शहरों ने हिस्सेदारी की थी। वर्ष-2023 में 9500 अंक पर सर्वेक्षण होगा। इसको हासिल करने के लिए इंदौर नगर निगम को एयर क्वालिटी इंडेक्स और सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को पूरी तरह रोकना होगा। शहर की आबोहवा ठीक करना होगी, जो वर्तमान में होती दिखाई नहीं दे रही है।
स्वच्छता का सिक्सर, जश्न की तैयारी वर्ष-2022 के स्वच्छता सर्वेक्षण अवार्डों की घोषणा होने जा रही है। 1 अक्टूबर को दिल्ली में अवार्ड सेरेमनी होगी। देश में लगातार 5 बार से नंबर वन आ रहे इंदौर को स्वच्छता का सिक्सर लगने की उम्मीद है, इसलिए सिक्सर लगाने पर जश्न मनाने की तैयारी भी चल रही है। साथ ही वर्ष-2023 में सत्ता लगाने की प्लानिंग पर मैदान संभालने की भी तैयारी है।
एनजीओ के साथ पहुंचेंगे बाजार में वर्ष-2023 में होने वाले सर्वेक्षण के दौरान पहले से किए जा रहे स्वच्छता संबंधी कार्यों के साथ ही नवाचार किए जाएंगे। शहर में अक्टूबर के दूसरे सप्ताह से जनवरी 2023 में होने वाले सर्वेक्षण पर जनप्रतिनीधियों के साथ बैठक कर काम तेजी से किया जाएंगे। इसमें शहर के सभी बाजारों को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करवाना मुख्य लक्ष्य होगा। शहरवासी सिंगल यूज प्लास्टिक के स्थान पर वैकल्पिक वस्तुओं का उपयोग करें, इस पर निगम का ज्यादा जोर रहेगा। प्लास्टिक वस्तुओं का विक्रय और भंडारण करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। हालांकि निगम ने सिंगल यूज प्लास्टिक और पॉलीथिन को लेकर शहरवासियों को जागरूक करना शुरू कर दिया है। एनजीओ के माध्यम से बाजारों में पहुंचकर बताया जा रहा है कि पॉलीथिन के स्थान पर कपड़े के झोले का उपयोग करें।
निगम सेवाओं के लिए 4525 अंक सर्वेक्षण-2023 में 9500 अंकों के विभाजन अनुसार नगरीय निकायों द्वारा नागरिकों को दी जाने वाले सेवाओं के प्रति जिम्मेदारी बढ़ा दी गई है। अच्छी सेवा उपलब्ध वाले निकाय को अधिक अंक मिलेंगे। इसमें समय पर डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, रियूज, रिसाइकल, सेग्रीगेशन, शिकायतों का निराकरण, मुख्य मार्गों के साथ गली-मोहल्ले की सफाई शामिल है।
प्रमाणीकरण के 2500 अंक ओडीएफ, वाटर प्लस, ओडीएफ डबल प्लस, गारबेज फ्री सिटी जैसे केंद्र सरकार की ओर से दिए जाने वाले प्रमाणीकरण के लिए वर्ष-2023 के स्वच्छता सर्वेक्षण में 2500 अंक निर्धारित किए गए हैं। सर्वेक्षण के दौरान ऑनलाइन और ऑफलाइन सफाई के प्रति फीडबैक लोगों से लिया जाता है। इसके लिए 2475 अंक निर्धारित किए हैं। इंदौर अब तक हुए सिटीजन फीडबैक में आगे रहा है।
उद्योगों की मांगी सूची एयर क्वालिटी में सुधार में लिए प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों और उद्योगों पर सख्ती की जाएगी। प्रदूषण निणयंत्र बोर्ड से ऐसे उद्योगों की सूची मांगी गई, जिन्होंने एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट इटीपी प्लांट अब तक नहीं लगाए हैं। सभी पेट्रोल पम्प पर पीयूसी चेकिंग के नियम का पालन करवाया जाएगा। वर्तमान में पेट्रोल संचालक इसमें लापरवाही कर रहे हैं। शहर में हरियाली बढ़ाने के लिए अहिल्या वन तेजी से विकसित करने की गति बढ़ाई जाएगी।
इन मापदंडों पर उतरना होगा खरा – डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के लिए अंक 10 से बढ़ाकर 13 प्रतिशत किए गए।
– प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन के लिए अंक 2 से बढ़ाकर 10 प्रतिशत किए गए।
– सिटीजन वॉइस घटक के स्वच्छ वार्ड संकेतक के अंतर्गत अंक 1 से बढ़ाकर 13 प्रतिशत किए गए।
– स्वच्छता ऐप संकेतकों के अंतर्गत ‘एलो स्पॉट्स’ के लिए अंक 10 से बढ़ाकर 18 प्रतिशत किए।
– जीरो वेस्ट इवेंट के अंक 2 से 5 प्रतिशत किए हैं।
– एनसीसी कैडेट्स, एनवाईकेएस, एनएसएस संगठनों को स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर बने स्मारकों और पार्कों की सफाई और रखरखाव के लिए शामिल किया जाएगा।
– स्वच्छता घटक के लिए दिव्यांग अनुकूल शौचालयों के लिए अंक 3 से बढ़ाकर 9 प्रतिशत किया गया।
– बेकलेन के लिए अंक 1 से बढक़र 3 प्रतिशत किए।
– सार्वजनिक क्षेत्रों की सफाई के अंतर्गत ‘रेड स्पॉट’ (वाणिज्यिक/ आवासीय क्षेत्रों में थूकना) चिह्नित कर गंदगी फैलाने से रोकना।
केंद्र सरकार द्वारा जारी सर्वेक्षण टूल किट में जनवरी-2023 में होने सर्वेक्षण के लिए 2000 अंक बढ़ा दिए गए हैं। वर्ष-2022 में 7500 अंक का सर्वेक्षण हुआ था। देश के 4355 शहरों ने हिस्सेदारी की थी। वर्ष-2023 में 9500 अंक पर सर्वेक्षण होगा। इसको हासिल करने के लिए इंदौर नगर निगम को एयर क्वालिटी इंडेक्स और सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को पूरी तरह रोकना होगा। शहर की आबोहवा ठीक करना होगी, जो वर्तमान में होती दिखाई नहीं दे रही है।
स्वच्छता का सिक्सर, जश्न की तैयारी वर्ष-2022 के स्वच्छता सर्वेक्षण अवार्डों की घोषणा होने जा रही है। 1 अक्टूबर को दिल्ली में अवार्ड सेरेमनी होगी। देश में लगातार 5 बार से नंबर वन आ रहे इंदौर को स्वच्छता का सिक्सर लगने की उम्मीद है, इसलिए सिक्सर लगाने पर जश्न मनाने की तैयारी भी चल रही है। साथ ही वर्ष-2023 में सत्ता लगाने की प्लानिंग पर मैदान संभालने की भी तैयारी है।
निगम सेवाओं के लिए 4525 अंक सर्वेक्षण-2023 में 9500 अंकों के विभाजन अनुसार नगरीय निकायों द्वारा नागरिकों को दी जाने वाले सेवाओं के प्रति जिम्मेदारी बढ़ा दी गई है। अच्छी सेवा उपलब्ध वाले निकाय को अधिक अंक मिलेंगे। इसमें समय पर डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, रियूज, रिसाइकल, सेग्रीगेशन, शिकायतों का निराकरण, मुख्य मार्गों के साथ गली-मोहल्ले की सफाई शामिल है।
प्रमाणीकरण के 2500 अंक ओडीएफ, वाटर प्लस, ओडीएफ डबल प्लस, गारबेज फ्री सिटी जैसे केंद्र सरकार की ओर से दिए जाने वाले प्रमाणीकरण के लिए वर्ष-2023 के स्वच्छता सर्वेक्षण में 2500 अंक निर्धारित किए गए हैं। सर्वेक्षण के दौरान ऑनलाइन और ऑफलाइन सफाई के प्रति फीडबैक लोगों से लिया जाता है। इसके लिए 2475 अंक निर्धारित किए हैं। इंदौर अब तक हुए सिटीजन फीडबैक में आगे रहा है।
इन मापदंडों पर उतरना होगा खरा – डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के लिए अंक 10 से बढ़ाकर 13 प्रतिशत किए गए।
– प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन के लिए अंक 2 से बढ़ाकर 10 प्रतिशत किए गए।
– सिटीजन वॉइस घटक के स्वच्छ वार्ड संकेतक के अंतर्गत अंक 1 से बढ़ाकर 13 प्रतिशत किए गए।
– स्वच्छता ऐप संकेतकों के अंतर्गत ‘एलो स्पॉट्स’ के लिए अंक 10 से बढ़ाकर 18 प्रतिशत किए।
– जीरो वेस्ट इवेंट के अंक 2 से 5 प्रतिशत किए हैं।
– एनसीसी कैडेट्स, एनवाईकेएस, एनएसएस संगठनों को स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर बने स्मारकों और पार्कों की सफाई और रखरखाव के लिए शामिल किया जाएगा।
– स्वच्छता घटक के लिए दिव्यांग अनुकूल शौचालयों के लिए अंक 3 से बढ़ाकर 9 प्रतिशत किया गया।
– बेकलेन के लिए अंक 1 से बढक़र 3 प्रतिशत किए।
– सार्वजनिक क्षेत्रों की सफाई के अंतर्गत ‘रेड स्पॉट’ (वाणिज्यिक/ आवासीय क्षेत्रों में थूकना) चिह्नित कर गंदगी फैलाने से रोकना।