अंधेरे में चमक रही भारत की अर्थव्यवस्था, IMF भी हुआ मोदी सरकार के स्ट्रक्चरल रिफॉर्म का मुरीद! जानिए क्या है ये
नई दिल्ली: दुनिया भर में मंदी की चिंताएं बढ़ी हैं। सभी देश इससे परेशान हैं। इस बीच अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था आने वाले वर्षों में दुनिया पर अपनी छाप छोड़ेगी। आईएमएफ की प्रबंध निदेशक के मुताबिक, भारत “ताकत” की स्थिति से जी 20 देशों का नेतृत्व करने के लिए नेतृत्व कर रहा है और आने वाले वर्षों में दुनिया पर अपनी छाप छोड़ेगा। वह अमेरिका में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक के मौके पर बोल रही थीं। आखिर ऐसा क्या है कि मंदी की आहट के बीच भी भारतीय अर्थव्यवस्था की तारीफ हो रही है। क्या आप जानते हैं सरकार के स्ट्रक्चरल रिफॉर्म (Structural Reforms) के बारे में जिसकी वर्ल्ड बैंक के बाद अब आईएमएफ ने भी तारीफ की है। आईए आपको बताते हैं।
क्या होता है स्ट्रक्चरल रिफॉर्म
स्ट्रक्चरल रिफॉर्म (Structural Reforms) यानी संरचनात्मक सुधार अनिवार्य रूप से ऐसे उपाय हैं जो अर्थव्यवस्था के ताने-बाने को बदलते हैं। एक ऐसा संस्थागत और नियामक ढांचा जिसमें व्यवसाय और लोग काम करते हैं। वे यह सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं कि अर्थव्यवस्था फिट है और संतुलित तरीके से विकास क्षमता को बढ़ाने में बेहतर है। सरकार ने इसमें काफी सुधार किए हैं। आईएमएफ (IMF) प्रमुख ने भी भारत के स्ट्रक्चरल रिफॉर्म की तारीफ की है। आईएमएफ (IMF) की एमडी क्रिस्टालिना जॉर्जीवा के मुताबिक, डिजिटल आईडी से लेकर डिजिटल एक्सेस के आधार पर सभी सेवाएं उपलब्ध करने के लिए भारत में डिजिटलीकरण में काफी सुधार हुए हैं। डिजिटलीकरण भारत की सफलता के लिए एक बड़ा कारक रहा है।
भारत छोड़ेगा अपनी छाप
आईएमएफ की एमडी के मुताबिक, भारत मजबूत स्थिति के साथ जी20 देशों का नेतृत्व करने के लिए तैयार है और अगले साल जी20 अध्यक्ष के रूप में वह दुनिया पर अपनी छाप छोड़ेगा। भारत एक दिसंबर, 2022 से एक वर्ष के लिए जी20 की अध्यक्षता करेगा। इस दौरान भारत द्वारा देश भर में जी20 की 200 से अधिक बैठकों की मेजबानी करने की उम्मीद है। राष्ट्राध्यक्षों या शासनाध्यक्षों के स्तर पर जी20 नेताओं का शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर, 2023 को नयी दिल्ली में आयोजित होगा। आईएमएफ की एमडी ने ये भी कहा है कि भारत वास्तव में सौर और नवीकरणीय ऊर्जा के अन्य रूपों के मामले में छलांग लगा चुका है।
आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री भी कर चुके हैं तारीफ
आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री पियरे-ओलिवियर गौरींचस भी भारत की तारीफ कर चुके हैं। उनके मुताबिक, जब दुनिया के कई देश मंदी की आशंकाओं से घिरे हैं तो भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत स्थिति में है। भारतीय अर्थव्यवस्था काफी अच्छा कर रही है। भारत जैसी अर्थव्यवस्था के लिए निश्चित रूप से एक बड़ी संभावना है। आपको बता दें की आईएमएफ ने जुलाई में अप्रैल 2022 में शुरू हुए वित्तीय वर्ष में भारत के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 7.4% की वृद्धि का अनुमान लगाया था। हालांकि, विकास अनुमानों में कटौती के बावजूद, भारत अभी भी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ रहा है।
तेजी से बढ़ रही देश की अर्थव्यवस्था
आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री के मुताबिक, भारत सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। इसलिए, जब यह वास्तव में 6.8 या 6.1 जैसी ठोस दरों पर बढ़ रहा है, तो यह वास्तव में ध्यान देने योग्य है। ऐसी तस्वीर में जहां अन्य सभी अर्थव्यवस्थाएं और उन्नत अर्थव्यवस्थाएं शायद ही कभी उस गति से बढ़ती हैं, लेकिन अन्य बड़े देश भी हमारे अनुमानों में चालू वर्ष या अगले वर्ष में उतना अच्छा नहीं करते हैं।
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स्ट्रक्चरल रिफॉर्म (Structural Reforms) यानी संरचनात्मक सुधार अनिवार्य रूप से ऐसे उपाय हैं जो अर्थव्यवस्था के ताने-बाने को बदलते हैं। एक ऐसा संस्थागत और नियामक ढांचा जिसमें व्यवसाय और लोग काम करते हैं। वे यह सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं कि अर्थव्यवस्था फिट है और संतुलित तरीके से विकास क्षमता को बढ़ाने में बेहतर है। सरकार ने इसमें काफी सुधार किए हैं। आईएमएफ (IMF) प्रमुख ने भी भारत के स्ट्रक्चरल रिफॉर्म की तारीफ की है। आईएमएफ (IMF) की एमडी क्रिस्टालिना जॉर्जीवा के मुताबिक, डिजिटल आईडी से लेकर डिजिटल एक्सेस के आधार पर सभी सेवाएं उपलब्ध करने के लिए भारत में डिजिटलीकरण में काफी सुधार हुए हैं। डिजिटलीकरण भारत की सफलता के लिए एक बड़ा कारक रहा है।
भारत छोड़ेगा अपनी छाप
आईएमएफ की एमडी के मुताबिक, भारत मजबूत स्थिति के साथ जी20 देशों का नेतृत्व करने के लिए तैयार है और अगले साल जी20 अध्यक्ष के रूप में वह दुनिया पर अपनी छाप छोड़ेगा। भारत एक दिसंबर, 2022 से एक वर्ष के लिए जी20 की अध्यक्षता करेगा। इस दौरान भारत द्वारा देश भर में जी20 की 200 से अधिक बैठकों की मेजबानी करने की उम्मीद है। राष्ट्राध्यक्षों या शासनाध्यक्षों के स्तर पर जी20 नेताओं का शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर, 2023 को नयी दिल्ली में आयोजित होगा। आईएमएफ की एमडी ने ये भी कहा है कि भारत वास्तव में सौर और नवीकरणीय ऊर्जा के अन्य रूपों के मामले में छलांग लगा चुका है।
आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री भी कर चुके हैं तारीफ
आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री पियरे-ओलिवियर गौरींचस भी भारत की तारीफ कर चुके हैं। उनके मुताबिक, जब दुनिया के कई देश मंदी की आशंकाओं से घिरे हैं तो भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत स्थिति में है। भारतीय अर्थव्यवस्था काफी अच्छा कर रही है। भारत जैसी अर्थव्यवस्था के लिए निश्चित रूप से एक बड़ी संभावना है। आपको बता दें की आईएमएफ ने जुलाई में अप्रैल 2022 में शुरू हुए वित्तीय वर्ष में भारत के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 7.4% की वृद्धि का अनुमान लगाया था। हालांकि, विकास अनुमानों में कटौती के बावजूद, भारत अभी भी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ रहा है।
तेजी से बढ़ रही देश की अर्थव्यवस्था
आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री के मुताबिक, भारत सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। इसलिए, जब यह वास्तव में 6.8 या 6.1 जैसी ठोस दरों पर बढ़ रहा है, तो यह वास्तव में ध्यान देने योग्य है। ऐसी तस्वीर में जहां अन्य सभी अर्थव्यवस्थाएं और उन्नत अर्थव्यवस्थाएं शायद ही कभी उस गति से बढ़ती हैं, लेकिन अन्य बड़े देश भी हमारे अनुमानों में चालू वर्ष या अगले वर्ष में उतना अच्छा नहीं करते हैं।
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