Indian Railways: अच्छी खबर! अब गाजियाबाद से कानपुर के बीच लेट नहीं होंगी ट्रेनें, जानें कैसे होगा संभव

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Indian Railways: अच्छी खबर! अब गाजियाबाद से कानपुर के बीच लेट नहीं होंगी ट्रेनें, जानें कैसे होगा संभव

Indian Railways: अच्छी खबर! अब गाजियाबाद से कानपुर के बीच लेट नहीं होंगी ट्रेनें, जानें कैसे होगा संभव

मालगाड़ियों को अलग रूट पर चलाने के लिए लुधियाना से दानकुनी (पं. बंगाल) के बीच ईस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर बनाया जा रहा है। डबल ट्रैक वाले इसे कॉरिडोर का बड़ा हिस्सा उत्तर प्रदेश से गुजरता है। न्यू खुर्जा से न्यू भाऊपुर के बीच 351 किमी लंबा सेक्शन दिसंबर-2020 में चालू हो चुका है। न्यू खुर्जा से दादरी के बीच 46 किमी लंबे सेक्शन का काम दिसंबर-2022 में पूरा करने का लक्ष्य है। कानपुर से प्रयागराज के बीच काफी दिक्कतें थीं। इसे निपटाते हुए रूमा (कानपुर) से शुजातपुर के बीच 130 किमी लंबा सेक्शन चालू किया जा चुका है।

 

प्रतीकात्मक तस्वीर
कानपुर : गाजियाबाद से मुगलसराय के बीच ट्रेनों के लेट होने के दिन अब लदने वाले हैं। ईस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर (ईडीएफसी) के भाऊपुर (कानपुर) से रूमा के बीच का हिस्सा दिसंबर-2022 में तैयार हो जाएगा। वहीं प्रयागराज और मुगलसराय (डीडीयू) के बीच बचा हुआ काम मार्च-2023 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ डॉ. शिवम शर्मा के अनुसार, पूरा सेक्शन चालू होने के बाद नई ट्रेनें चलाना आसान होगा। फिलहाल ईडीएफसी के जो हिस्से चालू हुए हैं, उनसे यात्री गाड़ियां काफी हद तक समय पर चलने लगी हैं।

पश्चिम बंगाल से लुधियाना तक बन रहा रूट
मालगाड़ियों को अलग रूट पर चलाने के लिए लुधियाना से दानकुनी (पं. बंगाल) के बीच ईस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर बनाया जा रहा है। डबल ट्रैक वाले इसे कॉरिडोर का बड़ा हिस्सा उत्तर प्रदेश से गुजरता है। न्यू खुर्जा से न्यू भाऊपुर के बीच 351 किमी लंबा सेक्शन दिसंबर-2020 में चालू हो चुका है। न्यू खुर्जा से दादरी के बीच 46 किमी लंबे सेक्शन का काम दिसंबर-2022 में पूरा करने का लक्ष्य है। कानपुर से प्रयागराज के बीच काफी दिक्कतें थीं। इसे निपटाते हुए रूमा (कानपुर) से शुजातपुर के बीच 130 किमी लंबा सेक्शन चालू किया जा चुका है।

झांसी रूट से जोड़ेंगे

समस्या न्यू भाऊपुर से रूमा के बीच फंसी हुई थी। इस रूट पर नैशनल हाइवे-2 पर बड़ा फ्लाईओवर बनाया जाना है। डीएफसीसीआईएल के सीपीआरओ नीरज वर्मा के अनुसार, इस रूट की लंबाई 45 किमी है। इलेक्ट्रिफिकेशन और ऑटोमैटिक सिग्नलिंग के बीच इस रूट को रेलवे की झांसी-कानपुर लाइन से जोड़ा जाना है। अब 10 प्रतिशत से भी निर्माण कार्य बाकी रह गया है। डीएफसी की दोनों लाइनें कानपुर-झांसी रूट से भी गुजरने के कारण वहां रेल फ्लाईओवर बनाया जा रहा है। एनएच-2 पर भी एक रेल फ्लाईओवर बनना है। इसका काम तेजी से जारी है। 45 किमी की लंबाई वाले रूट पर 25 किमी तक ट्रैक का काम पूरा हो चुका है। कानपुर-झांसी रूट के भीमसेन स्टेशन पर यार्ड का काम जारी है। उम्मीद है कि दिसंबर-2022 तक काम पूरा हो जाएगा।

यात्री ट्रेनों के लिए फायदेमंद

नॉर्थ सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ के अनुसार, जहां-जहां ईडीएफसी चालू हुआ है, वहां यात्री ट्रेनें आसानी से चलाई जा रही हैं। ट्रेनें समय पर चल रही हैं। इस रूट पर 160 किमी घंटा की रफ्तार से ट्रेनें चलाने की परियोजना मार्च-2024 में पूरी हो जाएगी। इसके लिए युद्धस्तर पर काम जारी है।

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Web Title : indian railways, now trains will not be late between ghaziabad to kanpur, know how it will be possible
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