India-Pak Car Sales | पूरे पाकिस्तान को ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को केवल दिल्ली ने पछाड़ा, 4 गुना कारें बेंचकर दिखाया दमखम | Navabharat (नवभारत) h3>
नई दिल्ली: पाकिस्तान (Pakistan) के बिगड़े हुए हालात वहां के कई उद्योगों को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है। जी हां इससे जुड़ी जानकारी हाल ही में सामने आई है। किसी भी देश की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए उस देश का उद्योग बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। वहीं बात करें पाकिस्तान की तो यहां ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री (Automobile Industry) के बुरे हाल है। आपको बता दें कि पाकिस्तान के ऑटोमोबाइल बाजार की स्थिति नवंबर महीने में और भी ज्यादा कमजोर और खराब (Pakistan Car Sales) हो गई।
पाकिस्तान में बिकी 5 हजार से कम गाड़ियां
मिली जानकारी के मुताबिक, आपको बता दें कि पाकिस्तान में नवबंर महीने में सिर्फ 4,875 कारें बिकीं। यह 2022 के नवंबर की तुलना में 68 प्रतिशत की गिरावट है। पाकिस्तान ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन (PAMA) के आंकड़ों के अनुसार, 2022 के नवंबर में देश में 15,432 कारें बिकी थीं। इस तरह पाकिस्तान ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में भी पीछे छूटते हुए जा रहा है।
ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में भी पाकिस्तान नाकाम
इस आंकड़ों से पाकिस्तान का वाहन उद्योग लगातार कमजोर हो रहा है। यहां ज्यादातर क्षेत्रों में बिक्री में लगातार गिरावट देखी जा रही है। उद्योगों में खास कर कार बाजार काफी प्रभावित हो रहा है। यहां निर्माता पहले की तरह अच्छा बिजसनेस करने में नाकाम हैं।
पाकिस्तान के मुकाबले भारत आगे
वहीं ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में भारत लगातार ऊंचाइयां हासिल कर रहा है। नवंबर महीने में, त्योहारों के उत्साह से भरे भारतीय वाहन उद्योग ने 2.88 लाख कार यूनिट्स बेचीं। जी हां जानकारी के लिए आपको बता दें कि भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता मारुति सुजुकी ने अकेले 1.34 लाख यूनिट बेचीं। देश की राजधानी दिल्ली में 80,000 से ज्यादा नए वाहनों का पंजीकरण हुआ, जिनमें से लगभग 18,000 कारें थीं। यानी पाकिस्तान में कुल जितनी कारें नवंबर महीने में बिकी उसके कुल 4 गुना से भी ज्यादा कारें सिर्फ दिल्ली में बेंची गई।
खराब प्रदर्शन के कई कारण
पाकिस्तान में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में खराब प्रदर्शन के कई कारण है। देश की कमजोर अर्थव्यवस्था और आम आदमी की कम होती खरीदने की क्षमता (क्रय शक्ति) ने भी बिक्री पर असर डाला है। इस तरह, कार निर्माता एकदम अनजान रास्तों पर चल रहे हैं, जिनमें बाधाएं ही बाधाएं हैं। मिसाल के लिए, पाक सुजुकी 72 प्रतिशत की साल-दर-साल गिरावट के साथ सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है। इंडस मोटर कंपनी लिमिटेड ने 71 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की। जबकि होंडा एटलस कार की बिक्री में 49 प्रतिशत की गिरावट आई।