India Energy Week: किसानों की इनकम होगी दोगुनी, देश की गाढ़ी कमाई बचेगी, पीएम मोदी लॉन्च करेंगे E-20
भारत अपनी जरूरत का करीब 85 फीसदी कच्चा तेल (Crude Oil) आयात करता है। इसके आयात में देश का बहुत पैसा चला जाता है। इस बोझ को कम करने के लिए सरकार नए-नए तरीके खोज रही है। देश में एक्सप्रेसवे (Expressway) बनाए जा रहे हैं जिनसे समय बचेगा, ईंधन की खपत कम होगी और साथ ही पर्यावरण की भी रक्षा होगी। साथ ही सरकार ने पेट्रोल में एथनॉल मिक्स करने के लिए भी महत्वाकांक्षी योजना बनाई है। पेट्रोल में 10 फीसदी एथनॉल मिक्सिंग का लक्ष्य पांच महीने पहले ही हासिल कर लिया गया था। 20 फीसदी ब्लेंडिंग का ओरिजनल टारगेट 2030 था लेकिन इसे पहले 2025 किया गया और अब 2023 कर दिया गया। प्रधानमंत्री नोजल प्रेस करके इसकी बिक्री शुरू करेंगे।
एथनॉल ब्लेंडिंग क्यों है जरूरी
ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए सरकार एथनॉल ब्लेंडिंग प्रोग्राम पर जोर दे रही है। 2013-14 से देश में एथनॉल का उत्पादन छह गुना बढ़ा है। इससे देश को न केवल 54,000 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की बचत हुई है बल्कि कार्बन डाई ऑक्साइड के उत्सर्जन में भी 318 लाख मीट्रिक टन की कमी आई है। इससे किसानों की आय भी बढ़ी है। 2014 से 2022 तक किसानों को 49,000 करोड़ रुपये का ट्रांसफर किया गया है। सरकार ने 2025 तक देश में पूरी तरह E-20 ईंधन की बिक्री का लक्ष्य रखा है। इसे हासिल करने के लिए ऑयल मार्केटिंग कंपनियां 2G-3G एथनॉली प्लांट्स स्थापित कर रही हैं।
मोदी साथ ही ग्रीन मोबिलिटी रैली को भी हरी झंडी दिखाएंगे। इसके अलावा वह इंडियन ऑयल के ‘Unbottled’ इनिशिएटिव को भी लॉन्च करेंगे। इसका मकसद सिंगल यूज प्लास्टिक को चरणबद्ध तरीके से खत्म करना है। इस मौके पर प्रधानमंत्री देश में विकसित इंडोर सोलर कुकिंग सिस्टम को भी लॉन्च करेंगे। इससे लोगों को कुकिंग के लिए लो-कार्बन और सस्ता विकल्प मिलेगा। इसे इंडियन ऑयल की आरएंडडी विंग ने विकसित किया है। यह मॉडर्न इंडक्शन कुकटॉप की तरह है। यह सोलर के साथ-साथ ग्रिड पावर पर भी ऑपरेट करता है।