IND vs ENG: कब तक चलेगा ऐसा, टॉप ऑर्डर फ्लॉप रहा तो पूरी बैटिंग फेल हो गई, कौन लेगा जिम्मेदारी
भारतीय क्रिकेट टीम पिछले कुछ सालों से एक ही तरह की समस्या से घिरी हुई है। मैच में अगर टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज रन नहीं बना पाते हैं मध्यक्रम भी पूरी तरह से बिखर जाता है। ऐसा एक नहीं कई बड़े मौकों पर हुआ, जब टीम इंडिया को अपने मध्यक्रम बल्लेबाजों की जरूरत थी लेकिन वह टीम के लिए रन नहीं बना सके। ऐसा ही कुछ इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में खेले दूसरे वनडे मैच में हुआ।
इस मुकाबले में भारतीय टीम के टॉप के चार बल्लेबाज सिर्फ 25 रन ही बना सके। जिसमें रोहित शर्मा और ऋषभ पंत को अपना खाता भी नहीं खोल सके। वहीं ओपनर बल्लेबाज शिखर धवन सिर्फ 6 और विराट कोहली 16 रन बना आउट हो गए। ऐसे में जिम्मेदारी मध्यक्रम पर थी कि इंग्लैंड के द्वारा दिए गए 247 रन के लक्ष्य तक पहुंचे लेकिन ऐसा नहीं हो सका और पूरी टीम 38.5 ओवर में 146 रनों पर सिमट गई। इस तरह से इंग्लैंड ने इस मैच को 100 रन से जीतकर सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली।
विश्व कप 2019 सेमीफाइनल में भी हुआ यही हाल
यह पहली बार नहीं है जब टीम इंडिया का मध्यक्रम लड़खड़ाया है। साल 2019 विश्व कप के इस सेमीफाइनल मुकाबले को भला कौन भूल सकता है जिसमें न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा था। इस मैच में भी टीम इंडिया के टॉप के तीन बल्लेबाज सिर्फ तीन रन ही बनाए जिसमें विराट कोहली, केएल राहुल और रोहित शर्मा शामिल थे।
मैच में न्यूजीलैंड ने भारत के सामने 240 रनों का लक्ष्य दिया था लेकिन टीम इंडिया 221 रन के स्कोर पर ही सिमट गया। हालांकि रविंद्र जडेजा (77) और महेंद्र सिंह धोनी (50) जरूर दम दिखाया था लेकिन उनके बाद कोई भी बल्लेबाज मोर्चा नहीं संभाल सके।
चैंपियंस ट्रॉफी 2017 फाइनल में बिखर गई थी पूरी टीम
चैंपियंस ट्रॉफी 2017 का फाइनल मैच भारत और पाकिस्तान के खिलाफ खेला गया था। इस मैच में पाकिस्तानी टीम ने भारत के सामने 339 रनों का लक्ष्य रखा था। मैच में पाकिस्तानी गेंदबाजी आक्रमण के सामने टॉप के पांच बल्लेबाज महज 54 रन के स्कोर पर आउट होकर पवेलियन वापस लौट गए। मध्यक्रम में धोनी, युवराज सिंह और केदार जाधव जैसे बल्लेबाज थे लेकिन वे भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके।
हालांकि हार्दिक पंड्या ने अकेले मोर्चा संभालने की कोशिश की थी लेकिन किसी बल्लेबाज ने उनका साथ नहीं दिया। पंड्या ने 6 छक्के और 4 चौके की मदद से 43 गेंद में 76 रनों की पारी खेली लेकिन बावजूद इसके टीम 30.3 ओवर में 158 रन बनाकर ऑल आउट हो गई थी।
विश्व कप 2019 सेमीफाइनल में भी हुआ यही हाल
यह पहली बार नहीं है जब टीम इंडिया का मध्यक्रम लड़खड़ाया है। साल 2019 विश्व कप के इस सेमीफाइनल मुकाबले को भला कौन भूल सकता है जिसमें न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा था। इस मैच में भी टीम इंडिया के टॉप के तीन बल्लेबाज सिर्फ तीन रन ही बनाए जिसमें विराट कोहली, केएल राहुल और रोहित शर्मा शामिल थे।
मैच में न्यूजीलैंड ने भारत के सामने 240 रनों का लक्ष्य दिया था लेकिन टीम इंडिया 221 रन के स्कोर पर ही सिमट गया। हालांकि रविंद्र जडेजा (77) और महेंद्र सिंह धोनी (50) जरूर दम दिखाया था लेकिन उनके बाद कोई भी बल्लेबाज मोर्चा नहीं संभाल सके।
चैंपियंस ट्रॉफी 2017 फाइनल में बिखर गई थी पूरी टीम
चैंपियंस ट्रॉफी 2017 का फाइनल मैच भारत और पाकिस्तान के खिलाफ खेला गया था। इस मैच में पाकिस्तानी टीम ने भारत के सामने 339 रनों का लक्ष्य रखा था। मैच में पाकिस्तानी गेंदबाजी आक्रमण के सामने टॉप के पांच बल्लेबाज महज 54 रन के स्कोर पर आउट होकर पवेलियन वापस लौट गए। मध्यक्रम में धोनी, युवराज सिंह और केदार जाधव जैसे बल्लेबाज थे लेकिन वे भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके।
हालांकि हार्दिक पंड्या ने अकेले मोर्चा संभालने की कोशिश की थी लेकिन किसी बल्लेबाज ने उनका साथ नहीं दिया। पंड्या ने 6 छक्के और 4 चौके की मदद से 43 गेंद में 76 रनों की पारी खेली लेकिन बावजूद इसके टीम 30.3 ओवर में 158 रन बनाकर ऑल आउट हो गई थी।