नई दिल्ली: एक बदलते समाज के लिए जरूरी है कि लोग अपनी विचारधाराओं को जरुर बदलें. ऐसा ही आज काफी चीजों में देखा जाता है. अक्सर पहले के समय में लोग चूहा, कुत्ता और गाय समेत कई जानवरों को पालन सही समझते थे लेकिन बिल्ली नहीं. क्योंकि बिल्लियों को पालन उस समय अपशगुन माना जाता था. लेकिन आज के लोग इन विचारों को काफी हद तक अपने जेहन से निकला चुके है.
आज के समय में लोग जहां एक तरफ कुत्ता, गाय, बकरी और चूहा पालते है वहीं अब लोग बिल्ली पालने का भी काफी शौक रखते है. तो अगर आपने आखिरकार बिल्ली पालने का मन बना ही चुके है खासतौर पर लावारिस बिल्ली तो इन बातें से पूरी तरह से हो जाएं तैयार.
सीएनएन में प्रकाशित एक लेख के मुताबिक, अमेरिकन पॅट प्रोडक्ट्स एसोसिएशन एपीपीए अनुमान है कि यूएस में 38 मिलियन से ज्यादा परिवारों के पास बिल्लियां है और उन्हें ठीक तरह से रखने को लेकर लोग काफी परेशान है. तो चलिए जानते है क्या है वो बात…
बिल्लियां मुख्य रूप से नए स्थान को लेकर काफी संवेदनशील होती है इसलिए कई दिनों या फिर हफ्तों तक आपके बिस्तर या फिर घर के किसी कोने में छुपी रहा सकती है.
फीडिंग:
छह से बारह माह की आयु में जब माँ के दूध की निर्भरता खत्म करने की प्रक्रिया चल रहीं हो, तब बिल्ली के बच्चे को करीब चार बार आहार दिया जाना चाहिए. तीन से छह महीने की बिल्ली के बच्चों को हर दिन तीन बार. वहीं अगर आपकी किटी (बिल्ली) खाने के लिए नखरे करें तो उसके आहार को हल्के गर्म पानी में भिगोकर दें. ये ही नहीं कभी-कभी आप उन्हें चिकन फूड भी दें या फिर उनके फूड में मिला दें.
व्यस्क बिल्लियों को हर दिन एक, दो या तीन बार आहार देना चाहिए
व्यस्क बिल्लियों को हर दिन एक, दो या तीन बार आहार देना चाहिए. आप यह निर्धारित कर लें कि किस वक्त खाने की ज्यादा मात्रा देना है. आपनी किटन को अच्छी क्वालिटी का कैट फूड दें जो आपके पशु चिकित्सक की सलाह द्वारा बताया गया हो. रोज बिल्ली को साफ और ताजा पानी दें.
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ग्रूमिंग और हैंडलिंग:
बिल्लियों को सफाई में रहना काफी पसंद है. बिल्लियों को कभी-कभी नहलाना चाहिए. बालों का गुच्छे न बनें. अपने बिल्ली के अनुकूल ब्रश का इस्तेमाल करें. कभी बिल्ली को गर्दन से पकड़कर न उठाएं. ये ही नहीं आगे के पैर पकड़ कर भी न उठाएं. उन्हें उठाने का सही तरीका यह है कि उनके पैरों के पीछे हाथ लगाकर दूसरे हाथ को पेट के नीचे रखें और फिर उठाएं.
स्थान का करें प्रबंध:
अपनी बिल्ली के लिए घर में एक स्थान की व्यवस्था करें. उसका बिस्तर एकदम साफ, नर्म और सूखा हो. बिल्ली को अन्य बिमारियों से सुरक्षित रखने के लिए अन्य पशुओं से थोड़ा दूर रखें. एक स्थान पर बिल्ली के लिए लिटर बॉक्स, भोजन और पानी रखें, खासतौर पर खिड़की के पास.
पशु चिकित्सक के पास लेकर जाए:
बिल्ली को घर लाने के एक हफ्ते बाद उन्हें जांच के लिए पशु चिकित्सक के पास ले जाएं.
उसके साथ खेले:
बिल्लियों को खिलौने के साथ खेलने का काफी शौक होता है. बिल्लियां प्राकृतिक तौर पर अपने पंजों को नुकीला करने के लिए स्क्रैच करती हैं. अपनी बिल्ली को एक स्क्रैचिंग पोस्ट दें.