ICC का नियम भी मानने को तैयार नहीं इंग्लिश खेमा, भारतीय क्रिकेटर्स ने लगाई लताड़, मेरिलबोन क्रिकेट का भी बयान आया सामने
भारतीय ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा का तीसरे वनडे मैच में चार्ली डीन को रन आउट करना पूरी तरह से वैध है, लेकिन इसके बावजूद जहां कुछ लोगों ने इसका समर्थन किया वहीं इंग्लैंड के ज्यादातर खिलाड़ी इससे नाखुश दिखे। वहीं प्रसारक स्काई स्पोर्ट्स ने मांकडिंग को लेकर ट्वीट किया है, जिस पर अब भारतीय क्रिकेटर्स ने उनकी बैंड बजा दी है यानी उनको सही और गलत का फर्क समझा दिया है।
स्काई स्पोर्ट्स ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने मांकड़ का जिक्र किया है और ये देखकर भारतीय क्रिकेटर्स आकाश चोपड़ा और अभिनव मुंकुद से रहा नहीं गया और उन्होंने अपनी पूरी भड़ास उनके ट्वीट पर जवाब देते हुए निकाली।
दरअसल मांकडिंग क्रिकेट का वो नियम है जो गेंदबाज को नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़े बल्लेबाज को गेंद डलने से पहले क्रीज छोड़ने की आजादी को छीनता है। मांकडिंग को सबसे पहले प्रयोग में लाने वाले और कोई नहीं बल्कि भारतीय खिलाड़ी वीनू मांकड़ थे, उन्हीं के नाम पर इस नियम का नाम रखा गया है।
झूलन गोस्वामी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से लिया संन्यास, सोशल मीडिया पर शेयर किया रिटायरमेंट लेटर
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के नियमों के अनुसार भारतीय ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा का तीसरे महिला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में चार्ली डीन को रन आउट करना पूरी तरह से वैध है और नियमों के मुताबिक था। हालांकि, क्रिकेट का नियम, जिसे मेरिलबोन क्रिकेट क्लब द्वारा बनाया जाता है और इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी द्वारा लागू किया जाता है, उसके मुताबिक भी डीन आउट थीं।
इस तरह का रन आउट हमेशा नियमों के तहत आता था लेकिन इसे खेल भावना के विपरीत माना जाता था। आईसीसी ने हाल में खेल की परिस्थितियों में बदलाव करके इस तरह के रन आउट को ‘अनुचित खेल’ से हटाकर ‘रन आउट’ वर्ग में डाल दिया था।
मेरिलबोन क्रिकेट क्लब ने अपने बयान में लिखा, ”गैर-स्ट्राइकरों के लिए एमसीसी का संदेश उनको क्रीज में तब तक बने रहने है जब तक कि वे गेंद को गेंदबाज के हाथ से निकलते हुए नहीं देख लेते। फिर आउट, जैसे कि कल देखी गई, नहीं हो सकती। जबकि कल वास्तव में एक रोमांचक मैच का एक असामान्य अंत था, इसे ठीक से अंजाम दिया गया था और इसे और कुछ नहीं माना जाना चाहिए।
क्या होता है मांकडिंग, कैसे हुई थी इसकी शुरुआत? दीप्ति शर्मा के रन आउट के बाद फैंस के जेहन में कई सवाल
इंग्लिश खेमा हुआ नाराज
दीप्ति ने नॉन स्ट्राइक छोर पर गेंदबाजी करने से पहले आगे निकल गई चार्ली डीन को रन आउट किया जिससे भारत यह मैच जीतने में सफल रहा। चार्ली डीन तब 47 रन पर खेल रही थी और इंग्लैंड को जीत के लिए 17 रन की दरकार थी। यह रन आउट खेल के नियमों के अनुसार था लेकिन इंग्लैंड के खिलाड़ी इससे खुश नहीं थे। इंग्लैंड की पुरुष टीम के तेज गेंदबाज ब्रॉड ने ट्वीट किया,”मुझे मांकड़िंग को लेकर बहस वास्तव में दिलचस्प लगती है। दोनों पक्षों में कई तरह के विचार हैं। मेरा निजी तौर पर मानना है कि मैं इस तरह से मैच जीतना पसंद नहीं करूंगा और मैं इस तरह की अलग सोच रख कर खुश हूं।”
तेज गेंदबाजों में सर्वाधिक विकेट लेने वाले और ब्रॉड के लंबे समय से साथी रहे एंडरसन ने कहा,” मैं कभी यह समझ नहीं पाऊंगा खिलाड़ियों को इसकी जरूरत क्यों पड़ती है।”मएक अन्य अंग्रेज खिलाड़ी सैम बिलिंग्स ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ”निश्चित रूप से कोई ऐसा व्यक्ति नहीं होगा जिसने यह खेल खेला हो और उसे यह स्वीकार्य हो। यह क्रिकेट का खेल नहीं है।”
हालांकि कई अन्य खिलाड़ियों ने इस तरह के रन आउट का समर्थन किया और इनमें पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग भी शामिल थे जिन्होंने इंग्लैंड को खिलाड़ियों को हारा हुआ करार दिया।
भारतीय ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा का तीसरे वनडे मैच में चार्ली डीन को रन आउट करना पूरी तरह से वैध है, लेकिन इसके बावजूद जहां कुछ लोगों ने इसका समर्थन किया वहीं इंग्लैंड के ज्यादातर खिलाड़ी इससे नाखुश दिखे। वहीं प्रसारक स्काई स्पोर्ट्स ने मांकडिंग को लेकर ट्वीट किया है, जिस पर अब भारतीय क्रिकेटर्स ने उनकी बैंड बजा दी है यानी उनको सही और गलत का फर्क समझा दिया है।
स्काई स्पोर्ट्स ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने मांकड़ का जिक्र किया है और ये देखकर भारतीय क्रिकेटर्स आकाश चोपड़ा और अभिनव मुंकुद से रहा नहीं गया और उन्होंने अपनी पूरी भड़ास उनके ट्वीट पर जवाब देते हुए निकाली।
दरअसल मांकडिंग क्रिकेट का वो नियम है जो गेंदबाज को नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़े बल्लेबाज को गेंद डलने से पहले क्रीज छोड़ने की आजादी को छीनता है। मांकडिंग को सबसे पहले प्रयोग में लाने वाले और कोई नहीं बल्कि भारतीय खिलाड़ी वीनू मांकड़ थे, उन्हीं के नाम पर इस नियम का नाम रखा गया है।
झूलन गोस्वामी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से लिया संन्यास, सोशल मीडिया पर शेयर किया रिटायरमेंट लेटर
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के नियमों के अनुसार भारतीय ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा का तीसरे महिला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में चार्ली डीन को रन आउट करना पूरी तरह से वैध है और नियमों के मुताबिक था। हालांकि, क्रिकेट का नियम, जिसे मेरिलबोन क्रिकेट क्लब द्वारा बनाया जाता है और इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी द्वारा लागू किया जाता है, उसके मुताबिक भी डीन आउट थीं।
इस तरह का रन आउट हमेशा नियमों के तहत आता था लेकिन इसे खेल भावना के विपरीत माना जाता था। आईसीसी ने हाल में खेल की परिस्थितियों में बदलाव करके इस तरह के रन आउट को ‘अनुचित खेल’ से हटाकर ‘रन आउट’ वर्ग में डाल दिया था।
मेरिलबोन क्रिकेट क्लब ने अपने बयान में लिखा, ”गैर-स्ट्राइकरों के लिए एमसीसी का संदेश उनको क्रीज में तब तक बने रहने है जब तक कि वे गेंद को गेंदबाज के हाथ से निकलते हुए नहीं देख लेते। फिर आउट, जैसे कि कल देखी गई, नहीं हो सकती। जबकि कल वास्तव में एक रोमांचक मैच का एक असामान्य अंत था, इसे ठीक से अंजाम दिया गया था और इसे और कुछ नहीं माना जाना चाहिए।
क्या होता है मांकडिंग, कैसे हुई थी इसकी शुरुआत? दीप्ति शर्मा के रन आउट के बाद फैंस के जेहन में कई सवाल
इंग्लिश खेमा हुआ नाराज
दीप्ति ने नॉन स्ट्राइक छोर पर गेंदबाजी करने से पहले आगे निकल गई चार्ली डीन को रन आउट किया जिससे भारत यह मैच जीतने में सफल रहा। चार्ली डीन तब 47 रन पर खेल रही थी और इंग्लैंड को जीत के लिए 17 रन की दरकार थी। यह रन आउट खेल के नियमों के अनुसार था लेकिन इंग्लैंड के खिलाड़ी इससे खुश नहीं थे। इंग्लैंड की पुरुष टीम के तेज गेंदबाज ब्रॉड ने ट्वीट किया,”मुझे मांकड़िंग को लेकर बहस वास्तव में दिलचस्प लगती है। दोनों पक्षों में कई तरह के विचार हैं। मेरा निजी तौर पर मानना है कि मैं इस तरह से मैच जीतना पसंद नहीं करूंगा और मैं इस तरह की अलग सोच रख कर खुश हूं।”
तेज गेंदबाजों में सर्वाधिक विकेट लेने वाले और ब्रॉड के लंबे समय से साथी रहे एंडरसन ने कहा,” मैं कभी यह समझ नहीं पाऊंगा खिलाड़ियों को इसकी जरूरत क्यों पड़ती है।”मएक अन्य अंग्रेज खिलाड़ी सैम बिलिंग्स ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ”निश्चित रूप से कोई ऐसा व्यक्ति नहीं होगा जिसने यह खेल खेला हो और उसे यह स्वीकार्य हो। यह क्रिकेट का खेल नहीं है।”
हालांकि कई अन्य खिलाड़ियों ने इस तरह के रन आउट का समर्थन किया और इनमें पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग भी शामिल थे जिन्होंने इंग्लैंड को खिलाड़ियों को हारा हुआ करार दिया।