I.N.D.I.A Rally | आज दिल्ली में I.N.D.I.A की रैली, पहुंचेंगे सोनिया-राहुल, आएंगी 27 विपक्षी पार्टियां, 'लोकतंत्र बचाओ रैली' रखा नाम | Navabharat (नवभारत)
नई दिल्ली: आज यानि रविवार 31 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में I.N.D.I.A ब्लॉक की रैली (Rally) है। आज अब से कुछ देर बाद यानी सुबह 11 बजे विपक्षी गुट की 27 पार्टियां इस रैली में शामिल होंगी। इस बाबत कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) रैली को संबोधित करेंगे। सोनिया (Sonia Gandhi) भी आज इस रैली में शामिल हो सकती हैं।
INDIA गुट के सभी दल इसमें लेंगे हिस्सा
इस बाबत यह किसी व्यक्ति विशेष की रैली नहीं है इसीलिए इसे ‘लोकतंत्र बचाओ’ रैली नाम दिया गया है। असल में यह किसी एक पार्टी की रैली नहीं है, इसमें करीब 27-28 पार्टियां शामिल हैं। INDIA गुट के सभी दल इसमें हिस्सा लेंगे। रमेश ने यह भी कहा कि, I.N.D.I.A ब्लॉक ने 17 मार्च को मुंबई में रैली की थी और यह ऐसी दूसरी बड़ी रैली है। उन्होंने कहा कि इस रैली के जरिए एकजुटता और एकता का संदेश दिया जाएगा। उनकी यह टिप्पणी इस दृष्टि से महत्वपूर्ण है कि आम आदमी पार्टी (आप) के नेता इस रैली को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किए जाने के विरोध में आयोजित रैली के रूप में पेश कर रहे हैं।
BJP को कड़ा संदेश
विपक्षी दल कांग्रेस ने कहा कि, आज आयोजित होने वाली रैली से लोक कल्याण मार्ग (जहां प्रधानमंत्री का आवास स्थित है) को एक “कड़ा संदेश” दिया जाएगा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार का “समय पूरा हो गया है।” रमेश ने कहा कि रैली में विपक्षी नेता बढ़ती महंगाई, 45 साल में सर्वाधिक बेरोजगारी दर, आर्थिक असमानता, सामाजिक ध्रुवीकरण और किसानों के खिलाफ अन्याय के मुद्दे उठाएंगे। उन्होंने कहा कि एक और प्रमुख मुद्दा जो उठाया जाएगा, वह है “केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग” के माध्यम से विपक्ष को निशाना बनाना।
चुनावी बॉण्ड पर निशाना
रमेश ने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों को राजनीतिक रूप से निशाना बनाने के प्रयास में दो मुख्यमंत्रियों और कई मंत्रियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा, “यह उस मानसिकता को दर्शाता है कि प्रधानमंत्री विपक्षी दलों को राजनीतिक और आर्थिक रूप से कमजोर करना चाहते हैं।” पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश ने कहा कि चुनावी बॉण्ड के माध्यम से “जबरन वसूली” और कांग्रेस को ‘कर आतंकवाद’ (टैक्स टेररिज्म) से निशाना बनाए जाने के मुद्दे भी रैली में उठाए जाएंगे। उन्होंने ब्योरा दिए बिना कहा, ”हमें शुक्रवार को आयकर विभाग के दो और नोटिस मिले।”
रमेश ने कहा कि रैली का सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य संविधान की रक्षा करना है। उन्होंने दावा किया कि संविधान खतरे में है, क्योंकि BJP नेता कह रहे हैं कि वे इसका पुनर्लेखन करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर संविधान बदला गया, तो इसमें निहित धर्मनिरपेक्षता, समाजवाद और सामाजिक न्याय खतरे में पड़ जाएगा। कांग्रेस नेता ने कहा, “रैली किसी एक व्यक्ति की रक्षा के लिए नहीं, बल्कि संविधान की रक्षा के लिए है।”
यह होंगे शामिल
रमेश ने कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, राकांपा (एसपी) प्रमुख शरद पवार, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव डी राजा, नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) के तिरुचि शिवा, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के डेरेक ओ’ब्रायन समेत अन्य लोग रैली में हिस्सा लेंगे।
रमेश ने कहा कि रैली “पिछले 75 वर्षों के सबसे बड़े घोटाले” चुनावी बॉन्ड योजना पर भी ध्यान केंद्रित करेगी, जिसके माध्यम से BJP ने 8,200 करोड़ रुपये एकत्र किए। कांग्रेस की दिल्ली इकाई के प्रमुख अरविंदर सिंह लवली और कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि लोकतंत्र पर खतरे के विरोध में विशाल रैली आयोजित की जाएगी।